राजस्थान की अंता विधानसभा सीट कांग्रेस के भाया ने जीती
पृथ्वी संतोष
- 14 Nov 2025, 04:05 PM
- Updated: 04:05 PM
जयपुर, 14 नवंबर (भाषा) कांग्रेस ने राजस्थान की अंता विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में जीत हासिल कर ली है। इस सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार प्रमोद जैन भाया 15,612 वोट के बड़े अंतर से विजयी हुए।
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कांग्रेस प्रत्याशी की जीत के बाद कहा कि राज्य की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार अपने ‘लिटमस टेस्ट’ में फेल रही है।
निर्वाचन आयोग के अनुसार शुक्रवार को हुई मतों की गिनती में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार मोरपाल सुमन दूसरे स्थान पर रहे। उन्हें कुल 53,959 वोट मिले।
भाया को 69,571 व तीसरे स्थान पर रहे निर्दलीय नरेश मीणा को 53,800 वोट मिले। यानी भाजपा उम्मीदवार मोरपाल व निर्दलीय नरेश मीणा को मिले कुल वोटों का अंतर केवल 159 रहा।
शुक्रवार को वोटों की गिनती की शुरुआत से ही भाया आगे चल रहे थे और मीणा उनसे पीछे थे। शुरुआती चरण में मोरपाल सुमन तीसरे नंबर पर थे। हालांकि, बाद में मोरपाल दूसरे और मीणा तीसरे नंबर पर पहुंच गए।
इस जीत के साथ ही राज्य विधानसभा में कांग्रेस के विधायकों की संख्या बढ़कर 67 हो गई है।
हालांकि, विधानसभा में भाजपा को स्पष्ट बहुमत होने के कारण इस परिणाम से भजनलाल शर्मा सरकार की स्थिरता पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
राज्य की 200 सीट वाली विधानसभा में सत्तारूढ़ भाजपा के पास इस समय 118 सीटे हैं। इसके अलावा भारत आदिवासी पार्टी के पास चार, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के पास दो और राष्ट्रीय लोकदल के पास एक सीट है।
उल्लेखनीय है कि पूर्ववर्ती अशोक गहलोत सरकार में मंत्री रहे भाया वर्ष 2023 के विधानसभा चुनाव में अंता सीट पर भाजपा के कंवर लाल मीणा से 5,861 मतों के अंतर से हार गए थे।
बाद में भाजपा विधायक मीणा को एक आपराधिक मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद अयोग्य घोषित कर दिया गया तो इस सीट पर उपचुनाव कराया गया है।
उपचुनाव में भाया की शानदार जीत जहां कांग्रेस का मनोबल बढ़ाने वाली है वहीं सत्तारूढ़ भाजपा को इसे बड़ा राजनीतिक झटका माना जा रहा है।
अंता विधानसभा सीट, हाड़ौती इलाके के बारां जिले में आती है। इस इलाके को भाजपा की वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का गढ़ माना जाता है।
राजे के पुत्र और झालावाड़-बारां के सांसद दुष्यंत सिंह भी अंता निर्वाचन क्षेत्र में चुनाव प्रबंधन में सक्रिय रूप से शामिल रहे।
राजे और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने चुनाव प्रचार के दौरान एक साथ रोड शो किए। कई मंत्रियों और वरिष्ठ नेताओं ने भी यहां खूब प्रचार किया।
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार उपचुनाव में पार्टी उम्मीदवार की हार भाजपा संगठन में आंतरिक खींचतान को हवा दे सकती है। वह भी ऐसे समय में जबकि भजनलाल शर्मा की सरकार अपने कार्यकाल का दूसरा वर्ष पूरा करने वाली है।
उधर, कांग्रेस नेता इस जीत से उत्साहित नजर आए। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने जयपुर में कहा, "अंता उपचुनाव में कांग्रेस को अपार समर्थन एवं आशीर्वाद प्रदान करने वाली देवतुल्य जनता के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करता हूं।’’ उन्होंने कहा कि यह चुनाव भाजपा सरकार के दो साल के कार्यकाल की परीक्षा थी जिसमें वह विफल रही।
उन्होंने कहा, "उपचुनाव के नतीजे स्पष्ट रूप से दर्शाते हैं कि भाजपा सरकार अपने कामकाज में विफल रही है। मतदाताओं ने 2028 के विधानसभा चुनावों से पहले कड़ा संदेश दिया है। मुझे विश्वास है कि कांग्रेस राज्य में 2028 के विधानसभा चुनाव जीतेगी।"
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि अंता की जीत ने पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस के प्रति आमजन का विश्वास एक बार फिर मजबूत किया है।
उन्होंने कहा, ‘‘अंता उपचुनाव में कांग्रेस को विजय दिलाने के लिए मैं सभी मतदाताओं के प्रति हृदय से आभार व्यक्त करता हूं और नवनिर्वाचित विधायक प्रमोद जैन भाया को हार्दिक बधाई देता हूं।"
वहीं राज्य सरकार पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा,‘‘भाजपा सरकार पिछले दो वर्षों की अपनी एक भी ठोस उपलब्धि बताने में नाकाम रही है। हमारी लोकप्रिय जनहितकारी योजनाओं को कमजोर करने के कारण आम आदमी बेहद परेशान है और यह परिणाम कांग्रेस सरकार द्वारा पूर्व में चलाई गई योजनाओं पर जनता की मुहर है।’’
परिणाम आने के बाद उन्होंने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा,‘‘इस परिणाम से लगता है कि मात्र दो वर्षों में ही राज्य सरकार के खिलाफ सत्ता विरोधी भावना हावी हो गई है और यह सरकार अपने ‘लिटमस टेस्ट’ में फेल साबित हुई है।’’
दूसरी ओर कांग्रेस के विजयी उम्मीदवार प्रमोद जैन भाया ने अपनी जीत का श्रेय मतदाताओं के मूड में बदलाव को दिया।
उन्होंने बारां में संवाददाताओं से कहा, "पिछले विधानसभा चुनाव में लोग भाजपा के वादों से गुमराह हुए थे, लेकिन इस बार उन्होंने हम पर अपना विश्वास जताया है।"
भाषा पृथ्वी