केंद्रीय मंत्री मोहोल ने मुंबई-बेंगलुरु राजमार्ग पर दुर्घटनास्थल का निरीक्षण किया
रवि कांत रवि कांत अविनाश
- 14 Nov 2025, 07:24 PM
- Updated: 07:24 PM
पुणे, 14 नवंबर (भाषा) मुंबई-बेंगलुरु राजमार्ग पर हुई दुर्घटना में आठ लोगों की मौत के एक दिन बाद केंद्रीय मंत्री मुरलीधर मोहोल ने शुक्रवार को घटनास्थल का निरीक्षण किया और इस खतरनाक मार्ग पर आगे और त्रासदियों को रोकने के लिए स्थायी समाधान का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि इस राजमार्ग पर दुर्घटनाओं को रोकने के लिए अंतरिम उपायों पर चर्चा और रूपरेखा तैयार करने के लिए शनिवार को विभिन्न एजेंसियों की बैठक होगी।
पुणे शहर में मुंबई-बेंगलुरु राजमार्ग पर बृहस्पतिवार शाम दो बड़े कंटेनर ट्रकों के बीच एक कार के फंस कर चकनाचूर हो जाने से आठ लोगों की मौत हो गई और 14 अन्य घायल हो गए। मुंबई-बेंगलुरु राजमार्ग पर दुर्घटना संभावित क्षेत्र के रूप में कुख्यात नवले ब्रिज पर तीनों वाहनों में भीषण आग भी लग गई थी।
पुणे लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले मोहोल ने नगर निकाय आयुक्त नवल किशोर राम, पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में दुर्घटनास्थल का निरीक्षण किया।
केंद्रीय नागरिक उड्डयन एवं सहकारिता राज्य मंत्री ने कहा कि दुर्घटनाओं को रोकने हेतु अंतरिम उपायों पर चर्चा करने और उन्हें अंतिम रूप देने के लिए शनिवार को एनएचएआई, लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी), पुणे नगर निगम (पीएमसी), पुणे महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (पीएमआरडीए) और यातायात विभाग सहित सभी हितधारक एजेंसियों की बैठक बुलाई जाएगी।
नरहे (सिंहगढ़ रोड के पास) और रावेत (पिंपरी चिंचवाड़ क्षेत्र में) के बीच सुतारवाड़ी होते हुए ‘‘एलिवेटेड कॉरिडोर’’ परियोजना को तेजी से आगे बढ़ाने के प्रयास तेज किए जाएंगे।
नवंबर 2022 में नवले ब्रिज पर हुई एक दुर्घटना में एक ट्रक ने 40 से ज़्यादा वाहनों को टक्कर मार दी थी, जिनमें से दो दर्जन वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए जबकि लगभग 20 लोग घायल हो गए थे।
मोहोल ने कहा, ‘‘ वर्ष 2022 की मंदी के बाद, कई अल्पकालिक और दीर्घकालिक उपायों पर विचार किया गया...। इन कदमों से पिछले दो-तीन सालों में दुर्घटनाओं में कमी आई है। ’’
मोहोल ने कहा कि केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने इस मार्ग पर हुई दुर्घटनाओं के बाद पुणे और दिल्ली में बैठकों की अध्यक्षता की थी।
भाषा रवि कांत रवि कांत