बडगाम उपचुनाव में प्रचार से सांसद आगा रूहुल्लाह का दूर रहना राजनीतिक रूप से आत्मघाती : उमर अब्दुल्ला
तान्या दिलीप
- 14 Nov 2025, 10:11 PM
- Updated: 10:11 PM
जम्मू, 14 नवंबर (भाषा) जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शुक्रवार को लोकसभा सदस्य आगा रूहुल्लाह की हालिया बडगाम उपचुनाव में प्रचार से दूर रहने को राजनीतिक रूप से ‘आत्मघाती’ करार दिया और यह भी कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस जल्द ही बडगाम और नगरोटा में हार के कारणों का विश्लेषण करेगी।
अब्दुल्ला ने यह टिप्पणी बडगाम में नेशनल कॉन्फ्रेंस की चुनावी हार के बाद एक कार्यक्रम से इतर पत्रकारों से बात करते हुए की। उन्होंने 2024 के चुनावों में बडगाम और गांदरबल दोनों सीट से चुनाव लड़ा था और दोनों सीट पर जीत हासिल की थी। बाद में उन्होंने बडगाम सीट छोड़ दी थी।
मुख्यमंत्री ने परिणामों की व्यापक आंतरिक समीक्षा की घोषणा की, लेकिन बडगाम के परिणामों के राजनीतिक प्रभाव और रूहुल्लाह के चुनाव प्रचार से दूर रहने के निर्णय पर भी खुलकर चर्चा की।
अब्दुल्ला ने कहा, "एक अंग्रेजी कहावत है- दूसरे को नुकसान पहुंचाने की कोशिश में आप खुद का नुकसान कर लेते हैं। वह मुझे जो भी संदेश देना चाहते थे, वह अलग बात है, लेकिन राजनीतिक रूप से उन्होंने आत्मघाती कदम उठाया है।"
उन्होंने कहा, "जिस व्यक्ति (पीडीपी के आगा सैयद मुंतजिर मेहदी) ने वहां से सीट जीती है, वह उन्हें फिर कभी आगे नहीं बढ़ने देंगे।"
मुख्यमंत्री ने कहा कि हालाँकि वह व्यक्तिगत रूप से राजनीतिक नुकसान की भरपाई कर सकते हैं, लेकिन बडगाम निर्वाचन क्षेत्र में रूहुल्लाह का भविष्य अब अनिश्चित हो गया है।
उन्होंने यह भी कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस हार के बारे में जल्दबाजी में कोई निष्कर्ष नहीं निकालेगी, और इसके लिए आंशिक रूप से क्षेत्र की विशिष्ट मतदाता जनसांख्यिकी को जिम्मेदार ठहराया।
उन्होंने कहा, "हमने चुनाव जीतने के लिए लड़ा था, लेकिन बडगाम के लोग कुछ और चाहते थे। हम बडगाम की प्रगति और वहां के लोगों की बेहतरी चाहते थे। हम चाहते थे कि अगले चार साल तक सरकार के साथ उनके घनिष्ठ संबंध बने रहें। लेकिन बडगाम के लोग कुछ और चाहते थे।"
मुख्यमंत्री ने कहा कि बडगाम के मतदाताओं का एक बड़ा वर्ग मुद्दों के आधार पर नहीं, बल्कि पूरी तरह से व्यक्तिगत पसंद के आधार पर वोट देता है।
उन्होंने बताया कि नेकां अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला जल्द ही बडगाम और नगरोटा में चुनावी हार का विश्लेषण करने, कमियों का पता लगाने और पार्टी और सरकार के भीतर आवश्यक सुधार करने के लिए एक कार्य समिति की बैठक बुलाएंगे।
बिहार चुनाव परिणामों के विषय पर अब्दुल्ला ने टिप्पणी की कि हाल ही में हुई "वोट चोरी" यात्रा के कारण कांग्रेस पार्टी से उम्मीदें "बढ़ गई" थीं, जिसके कारण "सीटों का बंटवारा और अधिक कठिन हो गया।"
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने सत्ता-विरोधी भावना को सफलतापूर्वक लाभ में बदल दिया।
अब्दुल्ला ने कहा, "उन्होंने जातिगत विभाजन को दरकिनार रखा और महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण काम किया, और इससे उन्हें स्पष्ट रूप से लाभ हुआ।" उन्होंने अन्य राज्यों से नीतीश कुमार के शासन मॉडल से सीखने का आग्रह किया।
भाषा तान्या