दिल्ली की मुख्यमंत्री ने ई-बसों को हरी झंडी दिखाई, वाहन परीक्षण स्टेशन की आधारशिला रखी
शुभम नेत्रपाल
- 14 Nov 2025, 10:18 PM
- Updated: 10:18 PM
नयी दिल्ली, 14 नवंबर (भाषा) दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शुक्रवार को 50 इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाई और तेहखंड में एक स्वचालित वाहन परीक्षण स्टेशन की आधारशिला रखी। गुप्ता ने कहा कि उनकी सरकार दिल्ली में वायु प्रदूषण की समस्या को हल करने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि शहर की समस्याओं के समाधान में समय लग सकता है, लेकिन सरकार के पास प्रत्येक मुद्दे के समाधान के लिए स्पष्ट नीति और दृढ़ इरादा है।
दिल्ली में वर्तमान में 1.53 करोड़ से अधिक पंजीकृत वाहन हैं। लगभग 6.5 लाख व्यावसायिक वाहनों को हर साल फिटनेस परीक्षण की आवश्यकता होती है। हालांकि, झुलझुली में केवल एक स्वचालित परीक्षण स्टेशन चालू होने के कारण सालाना केवल 47,919 वाहनों का ही परीक्षण हो पाता है।
मुख्यमंत्री कार्यालय ने एक बयान में कहा कि तेहखंड डिपो केंद्र की क्षमता प्रति वर्ष 73,000 वाहनों की फिटनेस जांचने की है और यह इस अंतर को कम करने में मदद करेगा।
गुप्ता ने कहा कि उनकी सरकार ने आठ महीने पहले सत्ता में आने के बाद 1,350 नयी ई-बस जोड़ीं। उन्होंने कहा कि यह एक रिकॉर्ड प्रगति है, जबकि पिछली सरकार के 11 वर्षों में शहर के सार्वजनिक परिवहन बेड़े में केवल 2,000 ई-बस शामिल की गई थीं।
उन्होंने कहा कि इन कदमों से आने वाले वर्षों में दिल्ली की पर्यावरण गुणवत्ता और परिवहन दक्षता में काफी वृद्धि होगी।
गुप्ता ने कहा कि तेहखंड में नया फिटनेस परीक्षण केंद्र शहर में प्रदूषण कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा कि वाणिज्यिक वाहन दिल्ली में प्रदूषण के सबसे बड़े कारणों में से हैं।
उन्होंने कहा कि नंद नगरी में एक अन्य स्वचालित परीक्षण स्टेशन का काम तेजी से पूरा होने वाला है।
बयान में कहा गया कि इस बीच बुराड़ी और झुलझुली स्थित मौजूदा वाहन परीक्षण स्टेशनों को अत्याधुनिक तकनीक और आधुनिक मानकों के साथ उन्नत किया जा रहा है तथा उन्नयन के बाद दिल्ली में क्षमता बढ़ाकर एक लाख वाहन प्रति वर्ष की जाएगी।
परिवहन मंत्री पंकज कुमार सिंह ने बताया कि तेहखंड परीक्षण स्टेशन 10 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जाएगा।
बयान में कहा गया कि गुप्ता ने 50 नयी इलेक्ट्रिक बसों को भी हरी झंडी दिखाई।
गुप्ता ने कहा, ‘‘सरकार प्रदूषण की समस्या के समाधान के लिए काम कर रही है। हम इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखा रहे हैं और इस परीक्षण स्टेशन की आधारशिला रख रहे हैं। हम झुलझुली और बुराड़ी परीक्षण इकाइयों की क्षमता बढ़ा रहे हैं। नंद नगरी में भी एक परीक्षण स्टेशन बनाया जा रहा है।’’
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