सही शासन ही सही राजनीति है: बिहार में राजग की शानदार जीत पर चंद्रबाबू नायडू
पारुल दिलीप
- 15 Nov 2025, 06:06 PM
- Updated: 06:06 PM
(विजय जोशी, अम्मार जैदी)
विशाखापत्तनम, 15 नवंबर (भाषा) राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के संयोजक एन चंद्रबाबू नायडू ने बिहार में राजग को मिली प्रचंड जीत के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की शनिवार को दिल खोलकर प्रशंसा की और कहा कि इससे साबित होता है कि “सही शासन ही सही राजनीति है।”
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के अध्यक्ष नायडू ने ‘पीटीआई-भाषा’ के साथ साक्षात्कार में कहा, “नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व ने कल्याण, विकास और सुशासन के जरिये सशक्तीकरण का एक नया मॉडल पेश किया है।”
शुक्रवार को बिहार विधानसभा चुनावों के नतीजों की घोषणा के बाद यह राजग नेतृत्व की ओर से पहली टिप्पणी है।
नायडू विशाखापत्तनम में राज्य के निवेश शिखर सम्मेलन से इतर ‘पीटीआई-भाषा’ से बात कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि मोदी 2001 में गुजरात के मुख्यमंत्री चुने जाने के बाद से लगातार चुनाव जीत रहे हैं और वह जानते हैं कि “कैसे संवाद करना है, कैसे लोगों को साथ लेकर चलना है और कैसे काम करना है।”
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राजग ने 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा की 202 सीट पर जीत दर्ज की, जिनमें से सबसे ज्यादा 91 सीट भाजपा के खाते में गईं।
सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरने के बावजूद, भाजपा के अपना चुनावी वादा निभाने और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के नेता नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद पर बरकरार रखने की संभावना है।
जीत में नीतीश की भूमिका के बारे में पूछे जाने पर नायडू ने कहा कि चुनाव में मतदाताओं ने बिहार के मुख्यमंत्री की नीतियों और शासन को भी मान्यता दी है।
उन्होंने कहा, “बिहार में पहले ‘जंगल राज’ था, यह तो सभी जानते हैं। वह (नीतीश) इसे खत्म करने में कामयाब रहे। नीतीश कुमार - जो उन्होंने किया है और जो कर रहे हैं - तथा नरेन्द्र मोदी - जो कर रहे हैं - इन चुनावों ने उन दोनों के ही काम को मान्यता दी है।”
यह पूछे जाने पर कि क्या राज्य विधानसभाओं में भाजपा की बढ़ती ताकत (महाराष्ट्र के बाद बिहार चुनाव में शानदार प्रदर्शन के मद्देनजर) राजग में अन्य गठबंधन सहयोगियों की भूमिका को कम कर देगी, नायडू ने कहा, “नहीं, मैं इन सब बातों के बारे में नहीं सोचना चाहता। राजग जीता है। वे फैसले लेने और उन्हें आगे ले जाने में सक्षम हैं।”
उन्होंने कहा, “तेदेपा राजग में बहुत सहज है। राष्ट्र प्रथम, यही हमारा आदर्श वाक्य है।”
नायडू ने मोदी के साथ अपने संबंधों को तनावपूर्ण बताने वाली खबरों को खारिज कर दिया।
दरअसल, तेदेपा प्रमुख 2018 तक राजग का हिस्सा थे, लेकिन बाद में वह आंध्र प्रदेश के लिए विशेष दर्जे की मांग को लेकर गठबंधन से अलग हो गए थे। इस दौरान उन्होंने मोदी की तीखी आलोचना भी की थी। हालांकि, 2024 के आम चुनाव से पहले नायडू एक बार फिर राजग में शामिल हो गए थे। और इसके बाद आंध्र प्रदेश में हुए विधानसभा चुनावों में तेदेपा ने शानदार जीत दर्ज की थी।
जब नायडू से पूछा गया कि इस समय प्रधानमंत्री के साथ उनके रिश्ते कैसे हैं, तो उन्होंने कहा, “मैं बहुत खुश हूं। हमें देश के लिए ऐसे ही नेताओं की जरूरत है। मैं उनकी बहुत सराहना करता हूं।”
यह पूछे जाने पर कि क्या अतीत की तल्खी अब खत्म हो गई है, नायडू ने कहा, “कोई समस्या नहीं है। हम उनके (मोदी के) बहुत करीब हैं। उनसे कभी कोई व्यक्तिगत समस्या नहीं रही है।”
तेदेपा प्रमुख ने कहा, “भारत में अब लोग नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में विश्वास कर रहे हैं। उन्होंने (मोदी ने) कल्याण, विकास और टिकाऊ एवं अच्छे शासन के जरिये सशक्तीकरण का एक नया मॉडल पेश किया है।”
नायडू ने कहा कि भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है, जबकि 12 साल पहले वह 11वें पायदान पर था। उन्होंने कहा कि ये सभी चीजें मजबूत नीतियों वाली सरकार के सत्ता में लगातार बने रहने के कारण संभव हो पा रही हैं।
नायडू ने कहा, “भारत और भारतीय उनके (मोदी के) प्रदर्शन को मान्यता दे रहे हैं। लोग... बेहतर भविष्य, बेहतर जीवन स्तर चाहते हैं। वह (मोदी) अब यही प्रदान कर रहे हैं। इसलिए इस चुनाव ने यह संदेश दिया है कि सही शासन ही सही राजनीति है।”
भाषा पारुल