कर्नाटक के कलबुर्गी में आरएसएस ने पथ संचलन किया
पारुल नेत्रपाल
- 16 Nov 2025, 10:27 PM
- Updated: 10:27 PM
कलबुर्गी, 16 नवंबर (भाषा) राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने रविवार को कर्नाटक में कलबुर्गी जिले के चित्तपुर विधानसभा क्षेत्र में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पथ संचलन किया।
चित्तपुर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे प्रियंक खरगे करते हैं।
जिला प्रशासन ने पहले पथ संचलन की अनुमति देने से इनकार कर दिया था। हालांकि, बाद में अदालत के आदेश के बाद उसने पथ संचलन की मंजूरी दे दी, जिसमें आरएसएस के 350 कार्यकर्ता शामिल हुए।
जिला प्रशासन के सूत्रों ने बताया कि पथ संचलन के लिए कड़ी शर्तें लागू की गई थीं।
पथ संचलन दोपहर के समय बजाज कल्याण मंडप से शुरू हुआ और लगभग 1.2 किलोमीटर के मार्च के बाद उसी स्थल के पास समाप्त हुआ।
पूरा रास्ता भगवा झंडों और तोरण द्वार से पटा हुआ था। सड़क के दोनों ओर सैकड़ों लोगों ने गणवेशधारी आरएसएस कार्यकर्ताओं पर पुष्पवर्षा करके उनका स्वागत किया।
बाद में, आरएसएस के कर्नाटक उत्तर क्षेत्र के प्रमुख कृष्ण जोशी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि प्रतिबंध सहित कई चुनौतियों का सामना करने के बावजूद संगठन किस तरह आगे बढ़ा।
उन्होंने कार्यकर्ताओं को हिंदू समुदाय को एकजुट करने और राष्ट्र सेवा में आरएसएस के योगदान के बारे में भी बताया।
जोशी ने कहा कि आरएसएस का विरोध करने वाले लोग आज इसकी प्रशंसा कर रहे हैं और इसे स्वीकार कर रहे हैं।
पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे। रास्ते में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे और ड्रोन से निगरानी की व्यवस्था की गई थी।
प्रियंक खरगे काफी समय से आरएसएस के खिलाफ मुखर रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री सिद्धरमैया को पत्र लिखकर यह सुनिश्चित करने को कहा था कि आरएसएस को कर्नाटक में कहीं भी सरकारी जमीन और सरकारी संपत्तियों पर शाखा संचालित करने तथा पथ संचलन करने की अनुमति न मिले, क्योंकि उसके कार्यकर्ता नफरत फैलाते हैं।
रविवार को प्रियंक ने कहा कि उन्होंने आरएसएस के पथ संचलन का कभी विरोध नहीं किया, बल्कि उनकी इच्छा थी कि संघ अनुमति लेकर ही ऐसा करे।
प्रियंक ने कलबुर्गी में संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैंने कभी भी पथ संचलन का विरोध नहीं किया। मैंने सिर्फ इतना कहा था कि इसके लिए अनुमति लीजिए। उन्हें कानून का पालन न करने की आदत है। अब वे नियम का पालन कर रहे हैं। उन्हें ऐसा करने दीजिए।’’
उन्होंने दावा किया कि कल्याण कर्नाटक क्षेत्र विकास बोर्ड (केकेआरडीबी) के लिए निर्धारित धन को आरएसएस की ओर मोड़ दिया गया।
प्रियंक ने कहा, ‘‘मैं अगले 15 से 20 दिनों में सबूत दूंगा कि किस तरह आरएसएस ने केकेआरडीबी के फंड को लूटा।’’
बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों के बारे में उन्होंने कहा कि इसने केवल राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के चुनाव जीतने पर संदेह ही पैदा किया है।
भाषा पारुल