सऊदी बस दुर्घटना में 45 जायरीन मारे गए: हैदराबाद पुलिस आयुक्त
पारुल नरेश
- 17 Nov 2025, 04:08 PM
- Updated: 04:08 PM
हैदराबाद, 17 नवंबर (भाषा) सऊदी अरब में हुए एक बस हादसे में कम से कम 45 लोग मारे गए, जिनमें से अधिकतर हैदराबाद के रहने वाले थे।
हैदराबाद के पुलिस आयुक्त वीसी सज्जनार ने सोमवार को प्रारंभिक सूचना का हवाला देते हुए यह जानकारी दी।
हैदराबाद में संवाददाताओं से मुखातिब सज्जनार ने बताया कि शहर के 54 जायरीन नौ नवंबर को जेद्दा गए थे और उन्हें 23 नवंबर को लौटना था। उन्होंने बताया कि इन 54 लोगों में से चार रविवार को अलग कार से मदीना के लिए रवाना हुए, जबकि चार अन्य मक्का में ही रुक गए।
सज्जनार के मुताबिक, बाकी बचे 46 लोग एक बस से मदीना की यात्रा पर निकले, जो निर्धारित गंतव्य से लगभग 25 किलोमीटर पहले एक तेल टैंकर से टकरा गई।
उन्होंने बताया कि इस हादसे में केवल एक व्यक्ति जीवित बचा है और उसका अस्पताल में इलाज किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में मदीना में हुए बस हादसे पर गहरा दुख जताया। उन्होंने लिखा कि भारतीय अधिकारी सऊदी अरब के अधिकारियों के साथ निकट संपर्क में हैं।
सज्जनार ने कहा, “हमें सूचना मिली है कि 45 लोग मारे गए हैं। वे 23 नवंबर को हैदराबाद लौटने वाले थे।”
तेलंगाना के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मोहम्मद अजहरुद्दीन ने प्राप्त जानकारी का हवाला देते हुए कहा कि मृतकों की संख्या लगभग 47-48 बताई जा रही है।
अजहरुद्दीन ने कहा कि शव इतनी बुरी तरह जल चुके हैं कि उनकी शिनाख्त करना मुश्किल है। उन्होंने बताया कि जायरीनों ने चार अलग-अलग ट्रैवल एजेंट की सेवाएं ली थीं।
मंत्री ने बताया कि राज्य सरकार ने सऊदी अरब की यात्रा में पीड़ितों के परिजनों की मदद करने का आश्वासन दिया है, जिसमें पासपोर्ट और वीजा सुविधा भी शामिल है।
उन्होंने बताया कि हर पीड़ित के परिवार के एक सदस्य को सऊदी अरब भेजा जाएगा।
हैदराबाद निवासी मुफ्ती आसिफ ने ‘पीटीआई वीडियो’ को बताया कि उसके परिवार के सात सदस्य उमराह करने सऊदी अरब गए थे। आसिफ ने हादसे से जुड़ी तस्वीरें मिलने की पुष्टि की। उसने तेलंगाना सरकार से सऊदी अरब की यात्रा में सहयोग करने का आग्रह किया, ताकि वह दुख की इस घड़ी में अपने परिवार के सदस्यों को सहारा दे सके।
शहर के एक अन्य निवासी मोहम्मद सलमान ने बताया कि उसके परिवार के छह सदस्य हादसे की शिकार हुई बस में सवार थे। सलमान के मुताबिक, उसने जब परिजनों से आखिरी बार संपर्क किया था, तब वे मदीना से दो घंटे की दूरी पर थे।
हैदराबाद निवासी मोहम्मद बुरहान ने बताया कि हादसे में जीवित बचने वाला एकमात्र शख्स शोएब खिड़की के शीशे तोड़कर बस से बाहर कूदने में सफल रहा, जिससे उसकी जान बच गई। हालांकि, इस दौरान उसके दोनों हाथ जल गए।
बुरहान ने बताया कि उसने ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) नेता असदुद्दीन ओवैसी को फोन कर हादसे की जानकारी दी।
संयुक्त पुलिस आयुक्त तफसीर इकबाल ने प्रारंभिक जानकारी का हवाला देते हुए बताया कि बस में सवार 46 जायरीनों में से 43 हैदराबाद के और दो साइबराबाद के थे, जबकि एक कर्नाटक के हुबली का रहने वाला था।
उन्होंने बताया कि दुर्घटनाग्रस्त बस में 18 पुरुष, 18 महिलाएं और 10 बच्चे सवार थे।
एआईएमआईएम विधायक माजिद हुसैन ने कहा, “हमें सूचना मिली है कि दुर्घटना में 40 से अधिक लोगों की मौत हो गई और हम प्रभावित परिवारों के साथ संपर्क में हैं।”
जेद्दा स्थित भारतीय महावाणिज्य दूतावास ने एक बयान में कहा कि वह और रियाद स्थित दूतावास पीड़ित परिवारों की पूरी मदद कर रहे हैं।
महावाणिज्य दूतावास ने कहा, “दूतावास और वाणिज्य दूतावास के अधिकारी पीड़ित परिवारों के साथ समन्वय के लिए तेलंगाना राज्य के संबंधित अधिकारियों के संपर्क में भी हैं।”
तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने अधिकारियों को सऊदी अरब में हुई बस दुर्घटना के बारे में विस्तृत जानकारी जुटाने का निर्देश दिया है।
मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, यह दुर्घटना उस समय हुई, जब बस मक्का से मदीना जा रही थी।
सरकार ने दुर्घटना में शामिल लोगों के परिवारों को सूचना उपलब्ध कराने के लिए सचिवालय में स्थापित नियंत्रण कक्ष के फोन नंबर उपलब्ध कराए हैं।
एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने दुर्घटना में हैदराबाद के कई निवासियों की मौत की खबर पर दुख जाहिर किया।
एआईएमआईएम ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि ओवैसी ने विदेश मंत्री एस जयशंकर से मृतकों के शवों को वापस लाने और घायलों का इलाज कराने में मदद देने का आग्रह किया है।
भाषा पारुल