मनसे नेता अमित ठाकरे ने नवी मुंबई में शिवाजी की प्रतिमा का ‘अनावरण किया, ’ मामला दर्ज
नोमान सुरेश
- 17 Nov 2025, 08:35 PM
- Updated: 08:35 PM
ठाणे, 17 नवंबर (भाषा) नवी मुंबई में भीड़ द्वारा छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा का कवर कथित तौर पर जबरन हटाए जाने के बाद पुलिस ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के अध्यक्ष राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे और कम से कम 70 अन्य के खिलाफ एक मामला दर्ज किया है। एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।
नेरूल में रविवार दोपहर हुई घटना के बाद मनसे के युवा नेता अमित ठाकरे, पार्टी की नवी मुंबई इकाई के अध्यक्ष गजानन काले, 25 नामजद और संगठन के लगभग 40 अज्ञात समर्थकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
नेरूल थाने के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘आरोपी गैर-कानूनी रूप से इकट्ठा हुए, बिना अनुमति के मोर्चा निकाला, पुलिसकर्मियों को धक्का दिया और उनका काम बाधित किया, वैध आदेशों की अवहेलना की, तथा प्रतिमा के चारों ओर लगे सुरक्षा जाल को क्षतिग्रस्त कर दिया।’’
अधिकारी ने बताया कि बार-बार निर्देश दिए जाने के बावजूद, भीड़ प्रतिमा स्थल की ओर बढ़ती रही। उन्होंने कहा कि अपराह्न करीब दो बजे, समूह ने कथित तौर पर प्रतिमा के कवर को जबरन हटा दिया।
नेरूल थाने में दर्ज की गई प्राथमिकी में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की कई धाराएं लगाई गई हैं, जिनमें 132 (लोक सेवक को कर्तव्य से रोकने के लिए हमला या आपराधिक बल का प्रयोग), 121(1) (लोक सेवक को रोकने के लिए चोट पहुंचाना), 189(2) (गैरकानूनी रूप से जमा होना), 191(2) (दंगा), 190 (एक सामान्य उद्देश्य को पूरा करने में किया गया अपराध), 324(3) (शरारत), साथ ही महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम की संबंधित धाराएं शामिल हैं।
मामला दर्ज होने से पहले पत्रकारों से बातचीत में अमित ठाकरे ने कहा कि उन्होंने प्रतिमा का "अनावरण" किया और उन्होंने दावा किया कि यह चार महीने से ढकी हुई थी, क्योंकि "नेताओं, अधिकारियों और मंत्रियों के पास इसका अनावरण करने का समय नहीं था और यह सिर्फ धूल खा रही थी।"
मनसे के युवा नेता ने कहा कि अगर इस मुद्दे पर उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया, तो वह इसे एक सम्मान मानेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘अगर मेरा पहला राजनीतिक मामला (छत्रपति शिवाजी) महाराज के लिए है तो मुझे खुशी होगी।’’
शिवसेना (उबाठा) विधायक आदित्य ठाकरे ने सोमवार को अपने चचेरे भाई अमित ठाकरे का समर्थन करते हुए सवाल किया कि अगर महाराष्ट्र में राज्य के सबसे पूजनीय व्यक्ति छत्रपति शिवाजी महाराज का सम्मान नहीं किया जाएगा तो किसका किया जाएगा।
पूर्व राज्य मंत्री ने कहा, ‘‘महाराष्ट्र इस अत्याचार को बर्दाश्त नहीं करेगा। प्रतिमा चार महीने से एक गंदे कपड़े से ढकी हुई थी और महाराज के इस अपमान को बर्दाश्त न कर पाने के कारण, अमित ने इसे हटा दिया। आप महाराज का सम्मान करने के लिए उनके खिलाफ बेशर्मी से मामला दर्ज करते हैं।"
भाषा नोमान