मुंबई में क्षतिग्रस्त पाइपलाइन को ठीक करके सीएनजी आपूर्ति मंगलवार दोपहर तक बहाल कर दी जाएगी:एमजीएल
धीरज संतोष
- 17 Nov 2025, 10:41 PM
- Updated: 10:41 PM
मुंबई, 17 नवंबर (भाषा) महानगर गैस लिमिटेड (एमजीएल) ने सोमवार को कहा कि मुंबई में क्षतिग्रस्त संपीड़ित प्राकृतिक गैस (सीएनजी) पाइपलाइन को ठीक करके मंगलवार दोपहर तक सीएनजी की आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी।
वहीं, पाइपलाइन के क्षतिग्रस्त होने से सोमवार को सीएनजी पंप पर ईंधन भरवाने वाले वाहनों की लंबी-लंबी कतारें देखी गईं और हजारों ऑटोरिक्शा, टैक्सी और अन्य सीएनजी चालित वाहन प्रभावित हुए।
एमजीएल ने एक बयान में बताया कि महानगर को गैस आपूर्ति करने वाले 389 सीएनजी पंप में से लगभग 60 प्रतिशत या 225 पंप पर गैस की आपूर्ति हो रही है।
बयान के मुताबिक, ‘‘सीजीएस वडाला और उसके कारण एमजीएल पाइपलाइन नेटवर्क में गैस आपूर्ति ठप होने के कारण मुंबई, ठाणे और नवी मुंबई में कुछ सीएनजी स्टेशन चालू नहीं हैं।’’
इसमें कहा गया है, ‘‘मरम्मत कार्य प्रगति पर है और कल यानी 18 नवंबर 2025 को दोपहर तक सीएनजी आपूर्ति बहाल होने की उम्मीद है।’’
कंपनी ने दोहराया कि घरों तक पाइप के माध्यम से प्राकृतिक गैस की आपूर्ति जारी है।
हालांकि, स्थानीय पेट्रोल डीलरों के एक संगठन के प्रतिनिधि ने बताया कि शहर में कई सीएनजी पंप कम गैस प्रेशर के कारण सुबह से ही बंद हैं।
ओला और उबर जैसे ऐप के जरिये संचालित ऑटोरिक्शा और टैक्सी सहित बड़ी संख्या में वाहन तथा शहर में सार्वजनिक परिवहन उपक्रमों द्वारा संचालित कुछ बसें, एमजीएल द्वारा आपूर्ति की जाने वाली संपीड़ित प्राकृतिक गैस (सीएनजी) पर निर्भर हैं।
एमजीएल ने रविवार रात जारी एक बयान में कहा कि राष्ट्रीय केमिकल्स एंड फर्टिलाइजर्स (आरसीएफ) परिसर के अंदर गेल की मुख्य गैस आपूर्ति पाइपलाइन को तीसरे पक्ष द्वारा नुकसान पहुंचाए जाने के कारण यह व्यवधान उत्पन्न हुआ, जिससे वडाला स्थित सिटी गेट स्टेशन (सीजीएस) में प्रवाह प्रभावित हुआ, जो मुंबई में गैस आपूर्ति के लिए एक प्रमुख प्रवेश बिंदु है।
पेट्रोल विक्रेता संघ (मुंबई) के अध्यक्ष चेतन मोदी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि मुंबई में 130 से 140 सीएनजी पंप हैं, जिनमें एमजीएल के अपने पंप भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि कम गैस आपूर्ति दबाव के कारण मुंबई के कई सीएनजी पंप सुबह से ही बंद हैं।
चेतन मोदी ने कहा, ‘‘मैंने सुबह से ही अपना पंप बंद रखा है क्योंकि गैस का दबाव नहीं है।’’
स्कूल बस संचालक संगठन के नेता अनिल गर्ग ने भी कहा कि सीएनजी की कमी के कारण उनका परिचालन प्रभावित हुआ है।
गर्ग ने कहा, ‘‘मुंबई महानगर क्षेत्र में कई स्कूल बसों को सीएनजी मिलने में समस्या आ रही है।’’ उन्होंने कहा कि उन्हें कई स्कूल बसों के रूट को एकसाथ जोड़कर परिचालन करने पर मजबूर होना पड़ा है।
उन्होंने दावा किया कि सीएनजी की अनुपलब्धता के कारण लगभग 2000 स्कूल बसें रुकी हुई हैं, जिससे परिचालकों को नुकसान हो रहा है क्योंकि उन्हें निजी ठेकेदारों की लक्जरी बसों का उपयोग करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है, जो 10 किलोमीटर की दो यात्राओं के लिए 12000 रुपये किराया वसूलतें हैं।
एमजीएल ने कहा कि उसने घरों में निर्बाध ‘पाइप्ड प्राकृतिक गैस’ (पीएनजी) की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए आवासीय उपभोक्ताओं को आपूर्ति को प्राथमिकता दी है।
इसने प्रभावित क्षेत्रों में औद्योगिक और वाणिज्यिक उपभोक्ताओं को सलाह दी कि वे बहाली तक वैकल्पिक ईंधन का उपयोग करें।
एमजीएल ने असुविधा के लिए खेद जताते हुए कहा, ‘‘क्षतिग्रस्त पाइपलाइन की मरम्मत हो जाने तथा सीजीएस वडाला में आपूर्ति बहाल हो जाने के बाद एमजीएल के नेटवर्क में गैस आपूर्ति सामान्य हो जाएगी।’’
काली-पीली टैक्सियों और ऑटोरिक्शा का प्रतिनिधित्व करने वाले महासंघों के नेताओं ने दावा किया कि आपूर्ति सीमित होने के कारण चालकों को सीएनजी पंपों की कतारों में अधिक समय तक खड़ा रहना पड़ा।
मुंबई टैक्सीमैन एसोसिएशन के नेता डीए सालियान ने कहा, ‘‘आज कुछ टैक्सी सड़कों पर थीं, क्योंकि उन्होंने कल सीएनजी भरवाई थी, लेकिन चूंकि यह खत्म हो गई है, इसलिए अधिकांश टैक्सी मंगलवार को सड़कों से नदारद रहेंगी।’’
उन्होंने बताया कि शहर में कुछ ही पंप से गैस आपूर्ति हो रही है और उनमें भी दाब की समस्या आ रही है। इसलिए, चालकों को कतारों में सामान्य से तीन गुना ज्यादा समय तक खड़ा रहना पड़ा।
मुंबई ऑटोरिक्शा-टैक्सीमैन एसोसिएशन के नेता शशांक राव ने महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक को पत्र लिखकर मांग की कि वे एमजीएल को निर्देश दें कि वह चालकों की दो दिन की आय के नुकसान के लिए मुआवजा दे।
एक पेट्रोल पंप डीलर ने बताया कि सीएनजी की कमी के कारण कई टैक्सी, विशेषकर ओला और उबर से जुड़ी, पेट्रोल के जरिये चल रही हैं।
मुंबई महानगर क्षेत्र में लगभग 398 सीएनजी पंप हैं। इनमें से 152 पंप मुंबई शहर के अधिकार क्षेत्र में हैं।
बृहन्मुंबई विद्युत आपूर्ति एवं परिवहन (बेस्ट) उपक्रम की जनसंपर्क अधिकारी सुचेता उताले ने कहा कि सीएनजी आपूर्ति के कारण परिचालन प्रभावित नहीं हुआ। उन्होंने बताया कि बेस्ट के बेड़े में 2700 बस हैं जिनमें से करीब 1,250 सीएनजी से चलने वाली बसें हैं।
सूत्रों ने बताया कि बेस्ट की कई बसें समय पर डिपो से बाहर नहीं निकल सकीं और कुछ डिपो पर सीएनजी आपूर्ति प्रभावित होने के कारण उन्हें अपने छोटे रूट भी कम करने पड़े।
भाषा धीरज