कोहिमा में न्याय के लिए हजारों लोगों ने रैली निकाली, युवती की हत्या के मामले में ज्ञापन सौंपा
संतोष नरेश
- 18 Nov 2025, 03:23 PM
- Updated: 03:23 PM
कोहिमा, 18 नवंबर (भाषा) नगालैंड की राजधानी कोहिमा में पुलिस मुख्यालय के बाहर मंगलवार को सभी वर्गों के हज़ारों लोग एकत्र हुए और 24 अक्टूबर को 22 वर्षीय एक युवती की नृशंस हत्या के आरोपियों के लिए मृत्युदंड या आजीवन कारावास की मांग की।
दक्षिणी अंगामी युवा संगठन (एसएवाईओ) द्वारा आयोजित इस शांतिपूर्ण विरोध रैली में प्रतिभागियों ने पारंपरिक आदिवासी पोशाकें पहनी हुई थीं और हाथ में तख्तियां और बैनर लेकर न्याय की मांग कर रहे थे। जान गंवाने वाली युवती एसएवाईओ से जुड़ी थी।
कई संगठनों के नेताओं ने सभा को संबोधित किया, जिनमें पीड़िता के पैतृक गांव जाखमा का पोरुत्सो खेल (सेक्टर); जाखमा युवा संगठन, दक्षिणी अंगामी महिला संगठन, अंगामी युवा संगठन, अंगामी महिला संगठन, पश्चिमी अंगामी युवा संगठन, उत्तरी अंगामी युवा संगठन और चक्रोमा युवा संगठन शामिल थे।
उन्होंने इस जघन्य अपराध की निंदा की और महिलाओं के लिए त्वरित न्याय और मजबूत सुरक्षा की मांग का समर्थन किया।
वक्ताओं ने एक होनहार युवा एथलीट के निधन पर भी शोक व्यक्त किया। पीड़िता ने जिला और राज्य, दोनों स्तर पर बास्केटबॉल टीमों का प्रतिनिधित्व किया था और प्रतिभाशाली छात्रा के रूप में उसने अर्थशास्त्र विषय में सर्वश्रेष्ठ स्थान हासिल किया था।
रैली में शामिल लोगों ने पुलिस मुख्यालय से उपायुक्त कार्यालय तक लगभग तीन किलोमीटर का मार्च किया, जहां एसएवाईओ और दक्षिणी अंगामी लोगों के प्रतिनिधियों ने कोहिमा के उपायुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो को संबोधित एक ज्ञापन सौंपा।
उन्होंने मामले में तत्काल और निर्णायक कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि इस हत्या ने ‘पूरे समुदाय की अंतरात्मा को झकझोर दिया है’ और महिलाओं और लड़कियों में भय को बढ़ा दिया है।
ज्ञापन में हत्या को ‘अमानवीय और अस्वीकार्य’ बताया गया और राज्य के सर्वोच्च स्तर की ओर से हस्तक्षेप किये जाने का आग्रह किया गया।
एसएवाईओ ने एक आरोपी (पीड़िता के चाचा सैमुअल) की गिरफ्तारी की पुष्टि की, लेकिन मांग की कि अपराध से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े सभी व्यक्तियों की पहचान की जाए, उन्हें गिरफ्तार किया जाए और बिना किसी देरी के उनसे पूछताछ की जाए। संगठन ने कहा कि किसी भी अपराधी या उसके सहयोगी को फरार नहीं होने देना चाहिए।
संगठन ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) 2023 के तहत ‘सबसे कठोर और सबसे निवारक दंड’ की मांग की। संगठन ने महिलाओं को निशाना बनाने वाले अपराधों के खिलाफ एक सशक्त संदेश देने के लिए बिना किसी समझौते के मुकदमा चलाने का आग्रह किया।
भाषा संतोष