सिद्धरमैया ने एआई युक्त पर्सनल कंप्यूटर ‘केईओ’ को लांच किया; 18,999 रुपये होगी कीमत
धीरज वैभव
- 18 Nov 2025, 04:24 PM
- Updated: 04:24 PM
बेंगलुरु, 18 नवंबर (भाषा) कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने मंगलवार को ‘केईओ’ नाम से पर्सनल कंप्यूटर लांच किया जिसकी कीमत 18,999 रुपये रखी गई है। यह एक कॉम्पैक्ट, किफायती, एआई (कृत्रिम मेधा) तकनीक में सक्षम पर्सनल कंप्यूटर है जिसे पूरी तरह से राज्य में ही डिजाइन और विकसित किया गया है ताकि डिजिटल पहुंच की खाई को पाटा जा सके।
अधिकारियों ने बताया कि केईओ का अभिप्राय ‘‘नॉलेज ड्राइवन (के), इकोनॉमिकल (ई) और ओपन सोर्स (ओ)’’ से है जिसका उद्देश्य जमीनी स्तर पर कृत्रिम मेधा युक्त कंप्यूटिंग को सुलभ और पूरे कर्नाटक में नागरिकों को सशक्त बनाना है।
इलेक्ट्रॉनिक्स, आईटी और बीटी विभाग द्वारा केईओनिक्स (कर्नाटक राज्य इलेक्ट्रॉनिक्स विकास निगम लिमिटेड) के सहयोग से विकसित केईओ का औपचारिक अनावरण मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने बेंगलुरु टेक समिट (बीटीएस) 2025 के उद्घाटन सत्र में किया।
राज्य के सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री प्रियांक खरगे ने बाद में संवाददाता सम्मेलन में कहा,‘‘भारत का सबसे किफायती कृत्रिम बुद्धिमत्ता वाला पर्सनल कंप्यूटर आधिकारिक तौर पर लांच कर दिया गया है। यह भारत में इस समय सबसे कॉम्पैक्ट, शक्तिशाली एआई उपकरण है और यह पूरी तरह से ओपन सोर्स पर आधारित है। दुनिया में कहीं भी आप 18,999 रुपये में ऐसा उपकरण नहीं बना सकते।’’ इस कंप्यूटर के मूल्य निर्धारण के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘जब हमने शुरुआत की थी, तो यह कम लागत वाली परियोजना थी। अब यह किफायती है। समस्या भू-राजनीति है - दुर्लभ खनिजों पर अमेरिका और चीन के रुख की वजह से मेमोरी की लागत बढ़ गई थी। अब यह कम हो रही है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमने ताइवान और अमेरिका में भी कई लोगों से बात की है, और सभी का मानना है कि अब स्थिति सामान्य हो गई है। इसे स्थिर होने में कुछ महीने लग सकते हैं। एक बार स्थिति स्थिर हो जाए, तो हम यह सुनिश्चित करेंगे कि लागत भी कम हो। फिलहाल, यह किफायती है। आपको इतना शक्तिशाली एआई सक्षम उपकरण इस कीमत पर नहीं मिलेगा।’’
खरगे के मुताबिक इंफोसिस के सह-संस्थापक क्रिस गोपालकृष्णन और बायोकॉन प्रमुख किरण मजूमदार-शॉ ने इस कंप्यूटर को देखा और वे बहुत प्रभावित हुए।
मंत्री ने कहा, ‘‘उन्होंने इसे खरीदने का ऑर्डर दे दिया है और वे इसे विद्यालयों के लिए प्रायोजित करेंगे।’’
उन्होंने कहा कि इस उपकरण का निर्माण यह सुनिश्चित करने के लिए किया गया है कि ‘‘प्रत्येक छात्र, इंजीनियर, निर्माता, नवप्रवर्तक और परिवार को न केवल शीर्ष स्तर पर, बल्कि जमीनी स्तर पर भी शक्तिशाली, बुद्धिमान कंप्यूटिंग तक पहुंच प्राप्त हो।’’
खरगे ने रेखांकित किया कि 10 प्रतिशत से भी कम भारतीय परिवारों के पास कंप्यूटर हैं।
उन्होंने कहा कि कर्नाटक में यह आंकड़ा मात्र 15 प्रतिशत है, जो आधुनिक शिक्षा और डिजिटल आजीविका के लिए आवश्यक स्तर से काफी कम है।
उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि स्मार्टफोन व्यापक रूप से उपयोग में हैं, लेकिन अध्ययन बताते हैं कि शैक्षणिक कार्य, कोडिंग, ऑनलाइन कक्षाओं और हाइब्रिड शिक्षा के लिए कंप्यूटर आवश्यक हैं।’’
प्रियांक ने बताया कि 60 प्रतिशत से अधिक भारतीय छात्रों ने बताया कि कंप्यूटर की कमी के कारण वे ऑनलाइन प्रशिक्षण में भाग नहीं ले पा रहे हैं, जो स्कूल छोड़ने की दर में वृद्धि का एक कारण है।
केओनिक्स के अध्यक्ष शरत कुमार बाचे गौड़ा ने कहा कि जापानी महिला उद्यमियों के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने इस उपकरण को देखा है और इसके वित्तपोषण में रुचि दिखाई है।
उन्होंने कहा, ‘‘ केईओ अब हमारी वेबसाइट पर प्री-ऑर्डर के लिए उपलब्ध है। हम विनिर्माण को बेहतर बनाने की कोशिश कर रहे हैं। हम मैसुरु और अन्य जगहों की संभावना पर विचार कर रहे हैं। इस चिप को बेंगलुरु स्थित एक सेमीकंडक्टर कंपनी ने डिजाइन, विकसित और निर्मित किया है।’’
एक बयान के अनुसार,केईओ एक ओपन-सोर्स आरआईएससी-5 प्रोसेसर पर लिनक्स-आधारित ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ काम करता है।
बयान के मुताबिक इस कंप्यूटर में 4जी, वाई-फाई, ईथरनेट, यूएसबी-ए और यूएसबी-सी पोर्ट, हाई-डेफिनिशन मल्टीमीडिया इंटरफेस (एचडीएमआई) और ऑडियो सपोर्ट की सुविधा है। इसमें पहले से ही सीखने, प्रोग्रामिंग आदि के लिए सॉफ्टवेयर अपलोड हैं।
इसमें एक ऑन-डिवाइस एआई कोर भी है, जो एआई अनुप्रयोगों को इंटरनेट के बिना स्थानीय रूप से चलाने की अनुमति देता है। इसमें पहले से अपलोड किया गया ‘बीयूडीडीएच’ भी शामिल है, जो राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण विभाग (डीएसईआरटी) के पाठ्यक्रम पर प्रशिक्षित एक एआई एजेंट है, जो कमजोर इंटरनेट संपर्क वाले क्षेत्रों में भी छात्रों की सहायता करता है।
भाषा धीरज