पैरासोशल कैंब्रिज डिक्शनरी का ‘वर्ड ऑफ द ईयर-2025’, डेलुलु, स्लोप को भी मिली जगह
धीरज नरेश
- 18 Nov 2025, 04:55 PM
- Updated: 04:55 PM
नयी दिल्ली, 18 नवंबर (भाषा) कैंब्रिज डिक्शनरी ने मंगलवार को घोषणा की कि ‘पैरासोशल‘ को ‘वर्ड ऑफ द ईयर-2025’ घोषित किया गया है जिसका अभिप्राय होता है कि व्यक्ति किसी ऐसे प्रसिद्ध व्यक्ति के साथ जुड़ाव या उससे संबंधित होना महससू करता है, जिसे वह नहीं जानता।
इस साल के शब्दकोश में छह हजार नए शब्द भी जोड़े गए, जिनमें ‘डेलुलु’, ‘स्लोप’, ‘स्कीबिडी’ और ‘ट्रेडवाइफ’ शामिल हैं।
कैंब्रिज के अधिकारियों के अनुसार, इस वर्ष लोगों में मशहूर हस्तियों, प्रभावशाली व्यक्तियों और एआई चैटबॉट्स के साथ बनने वाले एकतरफा ‘पैरासोशल’ संबंधों में रुचि देखी गई।
उन्होंने बताया कि जब टेलर स्विफ्ट और ट्रैविस केल्से ने अपनी सगाई की घोषणा की, तो कई प्रशंसकों ने गायक और अमेरिकी फुटबॉलर के साथ गहरा जुड़ाव महसूस किया जबकि उनमें से अधिकांश उनसे कभी मिले नहीं थे।
कैंब्रिज डिक्शनरी के कॉलिन मैकिन्टोश ने कहा, ‘‘आंकड़ों से पता चलता है कि उसकी डिक्शनरी की वेबसाइट पर पैरासोशल के लिए खोज में वृद्धि देखी गई है।’’
उन्होंने बताया कि ‘पैरासोशल’ शब्द की उत्पत्ति 1956 में तब हुई , जब शिकागो विश्वविद्यालय के समाजशास्त्री डोनाल्ड हॉर्टन और रिचर्ड वोहल ने टेलीविजन दर्शकों को स्क्रीन पर दिखने वाले लोगों के साथ ‘पैरा-सोशल’ रिश्तों में लिप्त पाया, जो उनके ‘वास्तविक’ परिवार और दोस्तों के साथ स्थापित संबंधों से मिलते जुलते थे।
उन्होंने बताया कि किस प्रकार टेलीविजन के तेजी से बढ़ते माध्यम ने अभिनेताओं के चेहरों को सीधे दर्शकों के घरों तक पहुंचा दिया है, जिससे वे लोगों के जीवन का अभिन्न अंग बन गए हैं।
मैकिन्टोश ने कहा कि 2025 में, ‘लगातार ऑनलाइन’ रहने वाले लोगों ने यूट्यूबर्स और इंफ्लूएंसर के साथ ‘पैरासोशल’ संबंध विकसित कर लिए, जिनके बारे में उन्हें लगता है कि वे उन्हें जानते हैं।
कैंब्रिज विश्वविद्यालय में प्रायोगिक सामाजिक मनोविज्ञान की प्रोफेसर सिमोन श्नॉल ने बताया कि ‘पैरासोशल’ शब्द वर्ष के शब्द के लिए एक प्रेरित विकल्प है।
उन्होंने कहा, ‘‘पैरासोशल रिश्तों के उदय ने प्रशंसक, सेलिब्रिटी और एआई के साथ, आम लोगों के ऑनलाइन बातचीत करने के तरीके को नए सिरे से परिभाषित किया है। हम एक ऐसे युग में प्रवेश कर चुके हैं जहां बहुत से लोग प्रभावशाली लोगों के साथ अस्वस्थ और गहन पैरासोशल रिश्ते बना लेते हैं। इससे यह भावना पैदा होती है कि लोग जिनके साथ पैरासोशल संबंध बनाते हैं उन्हें ‘जानते’ हैं, उन पर भरोसा कर सकते हैं और यहां तक कि अत्यधिक वफ़ादारी भी कर सकते हैं। फिर भी यह पूरी तरह से एकतरफा है।’’
अन्य शब्द जिनका 2025 में महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ा, उनमें ‘स्लोप’, ‘सेड्युओनिमाइजेशन’, ‘वाइबी’, ‘ब्रीथवर्क’, ‘डूमस्पेंडिंग’ और ‘मीमीफाई’ शामिल हैं।
‘स्लोप’ का अभिप्राय इंटरनेट पर मौजूद ऐसी सामग्री से है जो बहुत निम्न गुणवत्ता की होती है, विशेष रूप से जब वह कृत्रिम बुद्धिमत्ता द्वारा बनाई जाती है।, ‘सेड्युओनिमाइजेशन’ एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें किसी विशेष व्यक्ति से संबंधित जानकारी, उदाहरण के लिए, नाम या ईमेल पता, को किसी ऐसे नंबर या नाम में बदल दिया जाता है जिसका कोई अर्थ नहीं होता, जिससे यह देखना असंभव हो जाता है कि जानकारी किससे संबंधित है।
‘स्किबिडी’ एक हास्यप्रद शब्द है जिसके अनेक अर्थ हैं, जैसे ‘अच्छा’, ‘बुरा’, या फिर इसका प्रयोग मजाक के लिए बिना किसी अर्थ के भी किया जाता है।
‘डेलुलु’ शब्द ‘भ्रमपूर्ण’ शब्द पर आधारित है, जिसका अर्थ है ऐसी चीजों पर विश्वास करना जो वास्तविक या सत्य नहीं हैं।
कैंब्रिज डिक्शनरी में ‘ट्रेडवाइफ’ की परिभाषा ऐसी विवाहित महिला के रूप में दी गई है जो घर पर रहकर खाना पकाने, सफाई और बच्चों की देखभाल करती है और अपनी इस जीवनशैली को सोशल मीडिया पर साझा करती है।
‘मीमीफाई’ का अभिप्राय किसी घटना, तस्वीर या व्यक्ति को मीम (कोई विचार, मजाक, छवि या वीडियो जो इंटरनेट पर बहुत तेजी से फैलता है) में बदलना है।
‘ग्लेजिंग’ का अभिप्राय प्रशंसा या चापलूसी का अत्यधिक प्रयोग है, खासकर एआई चैटबॉट्स द्वारा, जो निष्ठाहीन और बनावटी लगता है।
‘वाइबी’ शब्द उस स्थान का वर्णन करता है जहां अच्छा माहौल हो।
‘ब्रीथवर्क’ एक ऐसी तकनीक है जिसमें आपकी सांसों पर सचेत नियंत्रण शामिल होता है और इसका उद्देश्य शारीरिक और मानसिक लाभ प्राप्त करना होता है।
‘डूम स्पेंडिंग’ वह गतिविधि है जिसमें आप खुद को बेहतर महसूस कराने के लिए अपनी जेब से ज्यादा पैसा खर्च करते हैं।
भाषा धीरज