केरल: मंत्री ने ट्रेन में हमले की शिकार महिला के लिए मुआवजा और नौकरी की मांग की
सुरेश नरेश
- 18 Nov 2025, 08:06 PM
- Updated: 08:06 PM
तिरुवनंतपुरम, 18 नवंबर (भाषा) केरल के सामान्य शिक्षा मंत्री वी. शिवनकुट्टी ने मंगलवार को रेल मंत्रालय से उस महिला को पर्याप्त मुआवज़ा और नौकरी देने का आग्रह किया, जिसे हाल ही में राज्य के वर्कला के पास एक शराबी व्यक्ति ने चलती ट्रेन से जबरन फेंक दिया था।
शिवनकुट्टी ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को भेजे एक पत्र में इस घटना को बेहद दुखद बताया और ऐसी परिस्थितियों में सुरक्षा उपायों को बढ़ाने की मांग की।
उन्होंने कहा कि श्रीकुट्टी नामक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई है और फिलहाल स्थानीय सरकारी मेडिकल कॉलेज में उसका इलाज चल रहा है।
शिवनकुट्टी ने बताया कि उसके सभी चिकित्सा खर्च वर्तमान में राज्य सरकार द्वारा वहन किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय रेलवे के सुरक्षा क्षेत्राधिकार में हुई इस भयावह घटना ने उसे और उसके परिवार को गंभीर शारीरिक, भावनात्मक और वित्तीय संकट में डाल दिया है।
उन्होंने कहा कि इस अपराध की गंभीरता को देखते हुए, रेलवे प्रशासन को पीड़िता की सहायता के लिए तत्काल और सहानुभूतिपूर्ण कार्रवाई करनी चाहिए।
शिवनकुट्टी ने पत्र में कहा, ‘‘उनकी दीर्घकालिक देखभाल और पुनर्वास लागत के साथ-साथ उनके परिवार की सहायता के लिए पर्याप्त और पर्याप्त वित्तीय मुआवज़ा प्रदान किया जाना चाहिए।’’
मंत्री ने इस बात पर भी जोर दिया कि उन्हें रेलवे या किसी संबद्ध सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम में उनकी योग्यता के अनुसार नौकरी दी जानी चाहिए।
यह कहते हुए कि यह घटना यात्री सुरक्षा में एक गंभीर चूक को रेखांकित करती है, शिवनकुट्टी चाहते हैं कि सुरक्षा प्रोटोकॉल, विशेष रूप से महिला यात्रियों के लिए, मजबूत किए जाएं और सुरक्षा गश्त बढ़ाई जाए, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि पूरे रेलवे नेटवर्क में भविष्य में ऐसी चौंकाने वाली घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
उन्होंने आगे कहा, ‘‘भारतीय रेलवे की ट्रेनों में यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि है। श्रीकुट्टी जैसे पीड़ितों को मजबूत और तत्काल सहायता प्रदान करना नैतिक और संस्थागत ज़िम्मेदारी का विषय है।’’
पंचमूडु निवासी संतोष कुमार (50) ने कथित तौर पर दो नवंबर को रात लगभग 8.30 बजे चलती केरल एक्सप्रेस से बीस-वर्षीय श्रीकुट्टी को धक्का दे दिया था।
श्रीकुट्टी और उसकी दोस्त अर्चना पर कुमार ने कथित तौर पर उस वक्त हमला किया, जब उन्होंने दरवाजे से हटने से इनकार कर दिया।
यात्रियों ने आपातकालीन चेन खींचकर पुलिस और रेलवे सुरक्षा बल को सूचित किया।
तलाशी शुरू की गई और श्रीकुट्टी वर्कला स्टेशन से लगभग दो किलोमीटर दूर पटरियों पर पड़ी मिली।
उसे पहले एक मेमू ट्रेन से वर्कला रेलवे स्टेशन वापस ले जाया गया और फिर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराने से पहले पास के एक निजी अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया। बाद में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया।
भाषा सुरेश