उत्तराखंड: दूसरे अस्पताल भेजे जाने पर रास्ते में गर्भवती महिला की मौत, जांच समिति गठित
सं दीप्ति जोहेब
- 18 Nov 2025, 10:14 PM
- Updated: 10:14 PM
नयी टिहरी, 18 नवंबर (भाषा) उत्तराखंड में टिहरी जिले के भिलंगना क्षेत्र में बेलेश्वर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) से उच्च स्वास्थ्य केंद्र भेजे जाने पर रास्ते में आठ महीने की गर्भवती महिला की मौत हो गई।
टिहरी के मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) ने घटना की जांच के लिए एक टीम गठित की है ।
भिलंगना क्षेत्र में पिछले दो महीने में इस प्रकार की यह तीसरी घटना है । इससे पहले, सितंबर और अक्टूबर में बच्चों को जन्म देने के बाद तबियत बिगड़ने पर दो महिलाओं को उच्च स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया था। बाद में दोनों महिलाओं की मौत हो गयी थी।
बताया जा रहा है कि श्रीकोट गांव की 24 वर्षीय नीतू पंवार को तबियत खराब होने पर सुबह बेलेश्वर सीएचसी लाया गया जहां से उसे उच्च स्वास्थ्य केंद्र भेज दिया गया। निजी वाहन से रवाना होने के ढाई घंटे बाद गंतव्य तक पहुंचने से पहले फकोट में उसकी मृत्यु हो गयी।
सीएचसी बेलेश्वर के चिकित्सा प्रभारी डॉ. शिव प्रसाद भट्ट ने बताया कि महिला को लेकर उसके परिजन सुबह सीएचसी आए थे। उन्होंने बताया कि उसकी नियमित जांच न होने की वजह से उसके शरीर में काफी सूजन आयी हुई थी जबकि उसका रक्तचाप भी काफी बढ़ हुआ था जिसे देखते हुए उसे उच्च स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया था ।
टिहरी के सीएमओ डॉ. श्याम विजय ने कहा कि महिला की स्थिति देखते हुए उसे उच्च स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया था लेकिन दुर्भाग्यवश महिला ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया।
पुलिस ने बताया कि महिला का पति बहरीन के एक होटल में नौकरी करता है। जून तक महिला भी पति के साथ बहरीन में ही थी और बच्चे के जन्म के लिए गांव आई थी।
महिला के ससुर सोबन सिंह ने बताया कि बेलेश्वर सीएचसी में प्राथमिक उपचार के बाद अपने वाहन से उच्च स्वास्थ्य केंद्र ले जाते समय फकोट में उनकी बहू की तबीयत बिगड़ गई और स्थानीय अस्पताल में ले जाने पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
उन्होंने बताया कि सीएचसी बेलेश्वर के चिकित्सक ने उनकी बहू को इंजेक्शन लगाया था और कहा था कि रास्ते में जो भी अस्पताल मिले, उसे वहीं दिखा देना। सिंह ने बताया कि सुबह घर पर ही नीतू की तबीयत बिगड़ने लगी थी और उसके हाथ-पैर टेढ़ होने लगे थे।
मामले की गंभीरता को देखते हुए डॉ. विजय ने एसीएमओ डॉ. जितेंद्र भंडारी के नेतृत्व में एक तीन सदस्यीय जांच टीम का गठन किया है जो एक सप्ताह में अपनी रिपोर्ट उन्हें सौंपेगी।
डॉ विजय ने बताया कि यह टीम महिला के प्रसव पूर्व मेडिकल दस्तावेज, स्वास्थ्य स्थिति, जांच का विवरण और सीएचसी बेलेश्वर में उसे मिले उपचार समेत जरूरी बिंदुओं पर गहनता से जांच करेगी।
इससे पहले, सितंबर में बच्चे को जन्म देने के बाद अनीशा रावत नामक महिला की तबियत बिगड़ने पर उसे उच्च स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया था और देहरादून के महंत इंद्रेश अस्पताल में उसकी मौत हो गयी थी। इसके बाद अक्टूबर में रवीना कठैत नामक महिला की भी बच्चे को जन्म देने के बाद तबियत बिगड़ गयी थी और पिलखी के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से रेफर किए जाने के बाद पौड़ी के श्रीनगर बेस अस्पताल में उसकी मौत हो गयी थी ।
भाषा सं दीप्ति