नीतीश कुमार जदयू विधायक दल के नेता चुने गए,सम्राट चौधरी बने भाजपा विधायक दल के नेता
नोमान
- 19 Nov 2025, 03:31 PM
- Updated: 03:31 PM
पटना, 19 नवंबर (भाषा) राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के प्रमुख घटक दलों ने बुधवार को अपने-अपने विधायक दल के नेताओं को चुना। जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के विधायकों की बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को विधायक दल का नेता चुना गया। वहीं, भाजपा के नवनिर्वाचित विधायकों ने वरिष्ठ नेता सम्राट चौधरी को विधायक दल का नेता चुना। दोनों दलों की ओर से यह जानकारी दी गई।
जदयू की बैठक पटना स्थित मुख्यमंत्री सचिवालय परिसर के ‘संवाद’ में आयोजित की गई, जिसमें सभी नवनिर्वाचित विधायक और पार्टी से विधान परिषद के 22 सदस्य मौजूद थे।
यह निर्णय राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) घटक दलों की संयुक्त बैठक से पहले लिया गया, जिसमें उन्हें गठबंधन का नेता भी चुने जाने की संभावना है।
जदयू नेता एवं राज्य के निवर्तमान मंत्री श्रवण कुमार ने ‘ पीटीआई-भाषा’ से बातचीत में कहा, ‘‘नवनिर्वाचित विधायकों ने नीतीश कुमार को जदयू विधायक दल का नेता चुना है।’’
उन्होंने बताया कि बैठक में जदयू नेता विजय चौधरी और उमेश कुशवाहा ने प्रस्ताव रखा, जिसका वरिष्ठ जदयू नेता बिजेंद्र यादव ने समर्थन किया और बाद में इस प्रस्ताव का समर्थन जदयू के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय झा और केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह ‘ललन’ ने भी किया।
विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद नीतीश कुमार ने उपस्थित नेताओं को संबोधित करते हुए राज्य के कल्याण के लिए निरंतर प्रयास करने का आह्वान किया।
पार्टी नेता श्रवण कुमार ने बताया कि जदयू प्रमुख 75 वर्षीय नीतीश कुमार बृहस्पतिवार को पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में दसवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।
उन्होंने कहा कि पांच-दलीय गठबंधन की बैठक में उन्हें राजग का नेता चुना जाना तय है।
उधर, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक दल की बैठक में नव-निर्वाचित विधायकों ने सम्राट चौधरी को नेता चुना।
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और भाजपा के केंद्रीय पर्यवेक्षक केशव प्रसाद मौर्य ने बताया, ‘‘भाजपा के विधायकों ने सम्राट चौधरी को विधायक दल का नेता और विजय सिन्हा को उपनेता चुना है। यह सर्वसम्मत निर्णय है।’’
बैठक में केंद्रीय विधि मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और पूर्व केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति सह-पर्यवेक्षक के रूप में मौजूद थे।
भाजपा के एक नेता ने बताया कि कुल 10 नवनिर्वाचित विधायकों ने सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा के नाम क्रमशः नेता और उपनेता के रूप में प्रस्तावित किए, जिन्हें सभी विधायकों ने सर्वसम्मति से समर्थन दिया।
पार्टी विधायक दल का उपनेता चुने जाने के बाद पत्रकारों से बातचीत में सिन्हा ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और शीर्ष नेतृत्व ने मुझ पर जो विश्वास जताया है, उसके लिए मैं आभारी हूं। हम ‘सुशासन से समृद्धि’ के प्रधानमंत्री के संकल्प को पूरा करने के लिए पूरी मेहनत करेंगे।’’
भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने पत्रकारों से कहा, ‘‘निर्णय इसी तरह प्रेम और सर्वसम्मति से लिए जाते हैं। जनता ने पहले भारी बहुमत देकर सरकार चुनी और अब विधायक दल ने अपना नेता चुना है।’’
इस बीच जदयू नेता श्रवण कुमार ने कहा कि नीतीश कुमार शाम को राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से मुलाकात कर नई सरकार बनाने की प्रक्रिया शुरू करने का अनुरोध करेंगे। इसके साथ ही वह राजग के सभी घटकों के समर्थन पत्र भी राज्यपाल को सौंपेंगे।
उन्होंने बताया कि वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल बुधवार को समाप्त हो जाएगा।
भाजपा नेता मौर्य ने भी कहा कि दोनों दलों के विधायक दल के नेताओं के चुनाव के बाद राजग औपचारिक रूप से राज्यपाल से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा प्रस्तुत करेगा।
दोनों प्रमुख दलों के नेताओं के चयन के बाद अब राजग के सभी घटक दलों की औपचारिक बैठक होगी। गठबंधन के विधायक दल की इस बैठक में नीतीश कुमार को सर्वसम्मति से राजग विधायक दल का नेता चुने जाने की उम्मीद है।
सूत्रों ने कहा कि राजग की संयुक्त बैठक के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने सहयोगियों के साथ राजभवन जाएंगे और राज्यपाल से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे।
उन्होंने बताया कि शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां भी समानांतर रूप से चल रही हैं।
कुल 243 सदस्यीय विधानसभा में राजग ने 202 सीटें जीतकर प्रचंड बहुमत हासिल किया है। चुनाव में भाजपा को 89, जदयू को 85, लोजपा(रामविलास) को 19, ‘हम’ को पांच और रालोमो को चार सीटें मिली हैं। भाजपा विधानसभा में पहली बार सबसे बड़े पार्टी बनी है।
भाषा कैलाश