द्रमुक पदाधिकारी ने प्रधानमंत्री मोदी को कहा ‘नरकासुर’
प्रशांत धीरज
- 19 Nov 2025, 09:03 PM
- Updated: 09:03 PM
तेनकासी (तमिलनाडु), 19 नवंबर (भाषा) तमिलनाडु के तेनकासी में द्रमुक के एक पदाधिकारी का वीडियो बुधवार को व्यापक रूप से प्रसारित हुआ जिसमें वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को कथित तौर पर ‘‘नरकासुर’’ कह रहे हैं और उनके ‘‘खत्म’’ करने का आह्वान कर रहे हैं।
व्यापक रूप से प्रसारित वीडियो क्लिप में, राज्य में सत्तारूढ़ द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक)के तेनकासी दक्षिण जिला सचिव जे. जयबालन को तमिल में यह कहते हुए सुना गया है, जिसका मोटे तौर पर अनुवाद है, “मोदी आपके वोट छीनने के लिए बेताब हैं; वह नरकासुर की तरह एक और राक्षस हैं। ऐसे व्यक्ति का सफाया करके ही तमिलनाडु का सच में भला हो सकता है। हम सभी को एकजुट होकर इस लड़ाई को लड़ना होगा और विजयी होना होगा।”
यह भाषण कथित तौर पर 11 नवंबर को तेनकासी के न्यू बस स्टैंड पर मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान दिया गया था। वीडियो में तेनकासी सांसद रानी श्रीकुमार और शंकरनकोविल विधायक ई. राजा भी जयबालन के साथ खड़े नजर आए।
वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)की तमिलनाडु इकाई के अध्यक्ष नैनार नागेन्द्रन ने मांग की कि जयबालन को गिरफ्तार किया जाए क्योंकि उन्होंने प्रधानमंत्री को धमकी दी है।
उन्होंने लिखा, “देश के शीर्ष संवैधानिक पद पर आसीन नेता तथा विश्व भर में प्रशंसित एक महान नेता के प्रति बिना किसी सम्मान या मंचीय शालीनता के हत्या की धमकी देना, इस बात पर संदेह पैदा करता है कि क्या तमिलनाडु में कोई कानून-व्यवस्था है।”
उन्होंने यह भी कहा कि मंच पर मौजूद तेनकासी सांसद रानी श्रीकुमार और शंकरनकोविल विधायक ई राजा, जिला सचिव के क्रूर भाषण पर लगाम लगाने के बजाय चुप रहे, यह पूरी पार्टी के हिंसक रवैये और प्रवृत्ति को उजागर करता है।
भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने भी वीडियो प्रसारित करते हुए कहा था कि द्रमुक शासन में अराजकता पनप रही है, जहां नफरत से भरा उग्रवाद सामान्य हो गया है और पार्टी नेता प्रधानमंत्री के खिलाफ मौत की धमकी देने के लिए उत्साहित हैं।
इस बीच, द्रमुक के संगठन सचिव आर.एस. भारती ने कहा कि वे कोई भी फैसला लेने से पहले पूरे वीडियो की समीक्षा करेंगे ताकि संदर्भ को समझा जा सके।
भारती ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, “फिलहाल हम एसआईआर विरोध प्रदर्शनों में थोड़े व्यस्त हैं, हम जल्द ही वीडियो की समीक्षा करेंगे।”
कई प्रयासों के बावजूद, जयबालन से उनके विचार जानने के लिए संपर्क नहीं किया जा सका।
भाषा प्रशांत