भारत, पाकिस्तान को 350 प्रतिशत शुल्क लगाने की धमकी दी थी, मोदी एवं शरीफ ने मुझे फोन किया था: ट्रंप
सिम्मी रंजन
- 20 Nov 2025, 11:33 AM
- Updated: 11:33 AM
(योषिता सिंह)
न्यूयॉर्क/वाशिंगटन, 20 नवंबर (भाषा) अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि उन्होंने भारत एवं पाकिस्तान को 350 प्रतिशत शुल्क लगाने की धमकी देकर उनके बीच जारी हमलों को रुकवाया था और इसके बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें फोन करके कहा था कि ‘‘हम युद्ध नहीं करेंगे।’’
ट्रंप 60 से अधिक बार इस दावे को दोहरा चुके हैं कि उन्होंने इस साल मई में भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव ‘‘शांत करने में मदद की’’ जबकि भारत किसी तीसरे पक्ष के हस्तक्षेप के दावे को लगातार नकारता रहा है।
उन्होंने बुधवार को कहा, ‘‘...मैं झगड़े सुलझाने में अच्छा हूं और हमेशा से ऐसा रहा हूं। मैंने पिछले कुछ साल में, यहां तक कि इससे पहले भी इस दिशा में बहुत अच्छा काम किया है। मैं अलग-अलग लड़ाइयों के बारे में बात कर रहा हूं... भारत, पाकिस्तान... वे परमाणु हथियारों से हमले करने वाले थे।’’
ट्रंप ने ‘अमेरिका-सऊदी निवेश मंच’ में दावा किया कि उन्होंने परमाणु हथियार रखने वाले दोनों पड़ोसी देशों से कहा था कि वे ‘‘युद्ध जारी रख सकते हैं लेकिन मैं दोनों देशों पर 350 प्रतिशत शुल्क लगा रहा हूं। वे अमेरिका के साथ अब व्यापार नहीं कर पाएंगे।’’
‘अमेरिका-सऊदी निवेश मंच’ में सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान भी शामिल हुए।
ट्रंप ने दावा किया कि भारत और पाकिस्तान दोनों ने उनसे ऐसा नहीं करने के लिये कहा था।
अमेरिकी राष्ट्रपति के अनुसार, उन्होंने दोनों देशों से कहा था, ‘‘मैं यह करने (शुल्क लगाने) जा रहा हूं...मैं नहीं चाहता कि आप लोग एक-दूसरे के खिलाफ परमाणु हथियार का इस्तेमाल करें, लाखों लोगों को मारें और लॉस एंजिलिस पर परमाणु धूल उड़े।’’
इसके बाद ट्रंप ने कहा कि वह ‘‘पूरी तरह तैयार’’ थे और उन्होंने अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट से कहा था कि वह (संघर्ष को) समाप्त करने के लिए 350 प्रतिशत शुल्क लगाएंगे और अगर दोनों देश युद्ध रोक देते हैं, तो ‘‘हम एक अच्छा व्यापार समझौता करेंगे।’’
ट्रंप ने कहा, ‘‘कोई अन्य राष्ट्रपति ऐसा नहीं करता... आठ में से पांच युद्ध, व्यापार और शुल्क की वजह से सुलझे। मैंने यह किया।’’
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने उन्हें फोन किया और लाखों लोगों की जान बचाने के लिए ‘व्हाइट हाउस’ (अमेरिका के राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास एवं कार्यालय) की ‘चीफ ऑफ स्टाफ’ सूसी विल्स के सामने उन्हें धन्यवाद दिया।
ट्रंप ने इसके बाद दावा किया कि उन्हें ‘‘प्रधानमंत्री मोदी ने फोन करके कहा, ‘हमारा काम हो गया।’ मैंने कहा, ‘आपका क्या काम हो गया?’’
ट्रंप ने दावा किया कि मोदी ने जवाब दिया, ‘‘हम युद्ध नहीं करेंगे।’’
उन्होंने कहा कि फिर उन्होंने मोदी को धन्यवाद दिया और कहा, ‘‘चलिए, एक समझौता करते हैं।’’
अमेरिका के राष्ट्रपति ने यह भी दावा किया कि उन्होंने कई अन्य युद्धों में बहुत से लोगों, लाखों लोगों को बचाया।
ट्रंप ने एक दिन पहले भी ‘ओवल ऑफिस’ (राष्ट्रपति का कार्यालय) में सऊदी अबर के क्राउन प्रिंस के साथ द्विपक्षीय बैठक के दौरान यह दावा दोहराया था कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध रुकवाया था।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने 10 मई को सोशल मीडिया पर घोषणा की थी कि अमेरिका की मध्यस्थता में हुई बातचीत के बाद भारत और पाकिस्तान ‘‘पूरी तरह और तत्काल संघर्षविराम’’ पर सहमत हो गए। तब से उन्होंने 60 से अधिक बार यह दावा दोहराया है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को ‘‘खत्म करने में मदद की।’’
भारत ने सात मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया था जिसके तहत पहलगाम हमले का बदला लेने के लिए पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादी बुनियादी ढांचों को निशाना बनाया गया था। पहलगाम हमले में 26 लोग मारे गए थे।
भारत ने किसी भी तीसरे पक्ष के दखल से लगातार इनकार किया है। भारत का कहना है कि भारत और पाकिस्तान की सेनाओं के सैन्य अभियान महानिदेशकों (डीजीएमओ) के बीच सीधी बातचीत के बाद दोनों देशों में सहमति बनने पर हमले रोके गए थे।
भाषा सिम्मी