क्या ब्रिटेन को मिलेगा नया प्रधानमंत्री?
द कन्वरसेशन रवि कांत रवि कांत नरेश
- 20 Nov 2025, 05:20 PM
- Updated: 05:20 PM
(रॉब मैनवारिंग, फ्लिंडर्स यूनिवर्सिटी और एमिली फोले, यूनिवर्सिटी ऑफ कैनबरा)
कैनबरा, 20 नवंबर (द कन्वरसेशन) ब्रिटेन के प्रधानमंत्री केअर स्टॉर्मर के लिए यह मुश्किल समय है। जुलाई 2024 में, स्टॉर्मर की सरकार भारी जीत के साथ सत्ता में आई थी।
लेबर पार्टी ने संसद की 650 में से 411 सीट पर जीत हासिल की थी। लेबर पार्टी को 174 सीटों की बढ़त थी।
स्टॉर्मर को “परिवर्तन” के लिए एक मंच पर चुना गया था, लेकिन इस समय सबसे संभावित परिवर्तन यह है कि उन्हें प्रधानमंत्री के पद से हटा दिया जाएगा।
कहां क्या गलत हुआ?
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सबसे पहले, स्टॉर्मर के पक्ष में बहुमत कम था और इससे एक विरोधाभास भी पैदा हुआ।
हालांकि स्टॉर्मर के पास सांसदों का बड़ा बहुमत है, लेकिन लेबर पार्टी को केवल 33.7 प्रतिशत लोकप्रिय वोट ही मिले हैं। (कंजर्वेटिव पार्टी को बहुत खराब 23.7 प्रतिशत वोट मिले, रिफॉर्म को 14.3 प्रतिशत मत मिले जबकि लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी को 12.2 प्रतिशत वोट मिले)। संक्षेप में कहें तो ब्रिटेन की राजनीति बिखरी हुई है।
स्टॉर्मर के लिए अजीब बात यह है कि बहुमत के बावजूद, उन्हें ऐसे कई सांसद मिले हैं जिनके पास बहुत कम बहुमत है और मौजूदा सर्वेक्षण के मुताबिक, उन्हें चुनाव में हार का सामना करना पड़ रहा है।
लेबर पार्टी की सीटें 100 के आसपास रह सकती हैं। कई लोगों के पास खोने के लिए कुछ नहीं है, सिवाय अपनी सीटों के।
दूसरा, स्टॉर्मर और उनकी सरकार ने कई गलतियां, गलत कदम और यू-टर्न लिए हैं, जिससे जनता का भरोसा कम हुआ है।
विवाद की बात यह है कि उनकी सरकार ने व्यक्तिगत आय भुगतान(पीआईपी) को निशाना बनाते हुए कई कल्याणकारी योजनाओं में कटौतियों का वादा किया था। जिसके चलते 120 से अधिक सांसदों ने महत्वपूर्ण माने जाने वाले कल्याणकारी विधेयक में एक संशोधन पर हस्ताक्षर किए थे।
रक्षा खर्च बढ़ाने के वादे के संदर्भ में, यह देखा गया कि यह आर्थिक रूप से सबसे कमजोर ब्रिटिश लोगों की कीमत पर किया गया है।
इसी तरह, वित्त मंत्री रेचेल रीव्स को पेंशनभोगियों को शीतकालीन ईंधन भुगतान में कटौती करने के अपने निर्णय को वापस लेने के लिए मजबूर होना पड़ा।
लेबर पार्टी ने 2024 में निर्वाचित होने पर प्रमुख करों की संख्या में वृद्धि नहीं करने का वादा किया था। लेकिन रीव्स अब सुझाव दे रही हैं कि उन्हें आगामी बजट के लिए कर प्रतिज्ञा को तोड़ना होगा।
इस दौरान, लेबर पार्टी के प्रधानमंत्री को कई संरचनात्मक आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ा है, जिनके लिए धैर्यपूर्वक पुनर्संतुलन की आवश्यकता है।
चुनौती का अंदाजा लगाने के लिए जब 1997 में टोनी ब्लेयर प्रधानमंत्री बने, तो सकल घरेलू उत्पाद के हिस्से के रूप में सरकारी ऋण का अनुपात 35 प्रतिशत था। वर्ष 2004 तक यह 96 प्रतिशत हो गया।
स्टॉर्मर को पद से हटाने के लिए क्या करना होगा?
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लेबर पार्टी के नियमों के अनुसार यदि 20 प्रतिशत लेबर सांसद किसी वैकल्पिक नेता का समर्थन करते हैं, तो नेतृत्व प्रतियोगिता शुरू हो सकती है, जबकि 2021 से पहले यह आंकड़ा 10 प्रतिशत था।
फिलहाल, इसके लिए 81 सांसदों की जरूरत होगी। नियमों में और बदलाव का मतलब है कि अब लेबर पार्टी के नेता को कभी भी चुनौती दी जा सकती है। आज तक, लेबर पार्टी के किसी भी मौजूदा प्रधानमंत्री को पार्टी नेता के पद से नहीं हटाया गया है।
जोखिम और चुनौतियां---
स्टॉर्मर को चुनौती देने वाला कोई भी संभावित उम्मीदवार परिवर्तन के लिए लागत और लाभ का आकलन करने में व्यस्त रहेगा।
हालांकि, नये नेता को चुनावों में 'हनीमून अवधि' का आनंद मिल सकता है, लेकिन यदि लेबर पार्टी को 2029 के आम चुनाव में पुनः निर्वाचित होने का कोई मौका चाहिए तो उन्हें शीघ्र ही गहन परिणाम दिखाने की आवश्यकता होगी।
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