जापानी समुद्री खाद्य का आयात फिर से शुरू करेगा चीन : जापान
एपी निहारिका मनीषा
- 30 May 2025, 10:22 AM
- Updated: 10:22 AM
तोक्यो, 30 मई (एपी) चीन, जापानी समुद्री खाद्य पदार्थों का आयात फिर से शुरू करेगा। क्षतिग्रस्त फुकुशिमा दाइची परमाणु ऊर्जा संयंत्र से अपशिष्ट जल को समुद्र में छोड़े जाने पर 2023 में उसने इस मार्ग से आयात पर प्रतिबंध लगा दिया था।
जापान की ओर से शुक्रवार को यह जानकारी दी गई। हालांकि, चीन ने मामले पर अभी तक कोई टिप्पणी नहीं की है।
जापान के कृषि मंत्री शिंजिरो कोइज़ुमी ने बताया कि चीन में जापानी और चीन के अधिकारियों की बैठक के बाद दोनों पक्ष एक समझौते पर पहुंच गए हैं। आवश्यक कागजी कार्रवाई पूरी हो जाने के बाद आयात पुनः शुरू हो जाएगा।
चीन ने जापानी समुद्री खाद्य के आयात पर रोक लगा दी थी क्योंकि उसका कहना था कि इससे पूर्वी चीन में मछली पकड़ने का उद्योग एवं तटीय समुदाय खतरे में पड़ जाएगा।
शुक्रवार की घोषणा दोनों देशों के बीच हुए उस समझौते पर आधारित है जिसके अनुसार चीन, संयुक्त राष्ट्र की अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के जल नमूनाकरण मिशन में शामिल होकर प्रतिबंध को समाप्त करने की दिशा में कदम उठाएगा।
मार्च 2011 में भूकंप एवं सुनामी आने के बाद फुकुशिमा दाइची संयंत्र के तीन रिएक्टर पिघलने लगे थे जिससे बड़ी मात्रा में रेडियोधर्मी पानी जमा हो गया था।
अगस्त 2023 में जापान ने अपशिष्ट जल की निकासी शुरू करने से पहले रेडियोधर्मिता को यथासंभव कम करने के लिए अपशिष्ट जल का उपचार किया गया और उसे अत्यधिक पतला (तनु) किया गया।
जापान का कहना है कि यह कार्रवाई अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मानकों के तहत की गई और आईएईए निगरानी के डेटा सार्वजनिक रूप से उपलब्ध है।
पिछले सितंबर में तत्कालीन प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने कहा था कि दोनों पक्ष ‘‘ एक निश्चित स्तर की आपसी समझ ’’ पर पहुंच गए हैं कि चीन आयात प्रतिबंध को कम करने की दिशा में काम करना शुरू कर देगा और अपशिष्ट जल निकासी की आईएईए विस्तारित निगरानी में शामिल होगा।
जापान के अंदर और बाहर के लोगों ने अपशिष्ट जल को छोड़े जाने को लेकर विरोध किया था। जापान के मछली पकड़ने वाले समूहों ने कहा था कि उन्हें डर है कि इससे उनके समुद्री भोजन की प्रतिष्ठा को और नुकसान पहुंचेगा।
चीन और दक्षिण कोरिया के समूहों ने भी चिंता जाहिर की थी।
तोक्यो इलेक्ट्रिक पावर कंपनी होल्डिंग्स ने कहा था कि जापानी व्यापार मालिकों को निर्यात प्रतिबंधों से हुए नुकसान के लिए उचित मुआवजा दिया जाएगा।
एपी निहारिका