इजराइल का संघर्ष विराम शुरू होने के बाद भी ईरान की ओर से मिसाइल दागने का दावा, ईरानी सेना का इनकार
एपी धीरज मनीषा
- 24 Jun 2025, 04:56 PM
- Updated: 04:56 PM
बीरशेबा (इजराइल), 24 जून (एपी) इजराइल और ईरान के बीच अस्थायी तौर पर मंगलवार को घोषित संघर्ष विराम उस समय खटाई में पड़ता नजर आया जब तेल अवीव ने दावा किया कि एक दूसरे के खिलाफ हमले नहीं करने को लेकर बनी सहमति के दो घंटे बाद उसके हवाई क्षेत्र में मिसाइलें दागी गई हैं और वह जवाबी कार्रवाई करेगा।
ईरान की सेना ने इजराइल पर मिसाइल दागने से इनकार किया। लेकिन सरकारी मीडिया की खबर के मुताबिक, मध्यरात्रि में उत्तरी इजराइल में धमाकों की आवाजें गूंज उठीं और सायरन बजने लगे। इससे पहले, इजराइल और ईरान दोनों ने अपने 12 दिवसीय युद्ध को समाप्त करने के लिए संघर्ष विराम योजना को स्वीकार कर लिया था।
इजराइल के रक्षा मंत्री इसराइल काट्ज़ ने मिसाइल हमलों को संघर्षविराम का उल्लंघन बताया और इजराइल की सेना को ‘‘तेहरान पर हमला करने और शासन के लक्ष्यों और आतंकवादी बुनियादी ढांचे को नष्ट करने के लिए गहन अभियान’’ फिर से शुरू करने का निर्देश दिया।
इस अस्थायी समझौते की घोषणा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार की सुबह की, जब ईरान ने सोमवार को कतर स्थित अमेरिकी सैन्य अड्डे पर जवाबी मिसाइल दागी थीं।
ट्रंप की घोषणा और संघर्ष विराम शुरू होने के बीच इजराइल ने भोर से पहले ईरान भर में हवाई हमलों की बौछार कर दी। ईरान ने भी मंगलवार की सुबह इजराइल पर मिसाइलों से हमला किया जिसमें कम से कम चार लोग मारे गए।
इजराइल के एक सैन्य अधिकारी ने बताया कि ईरान ने युद्ध विराम के कुछ घंटों बाद उनके देश पर दो मिसाइलें दागीं। अधिकारी ने बताया कि दोनों मिसाइलों को निष्क्रिय कर दिया गया।
मिसाइल हमलों के बाद इजराइल के वित्त मंत्री बेत्ज़ेल स्मोट्रिच ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘तेहरान कांप उठेगा।’’
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि उन्होंने युद्ध विराम प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है जबकि ईरान के सरकारी टेलीविजन चैनल ने खबर दी कि लड़ाई बंद हो गई है।
मिसाइलों से हमले की खबर सऊदी अरब और मिस्र सहित क्षेत्रीय नेताओं द्वारा ट्रंप की युद्ध विराम की घोषणा का स्वागत करने के बाद आई।
ईरान को हमले रोकने के लिए दी गई समय-सीमा समाप्त होने के एक घंटे बाद ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया खाते ‘ट्रुथ सोशल’ पर मंगलवार की सुबह लिखा, ‘‘संघर्ष विराम अब प्रभावी है। कृपया इसका उल्लंघन न करें!।’’
इजराइल पर सुबह मिसाइलों की बौछार उस वक्त हुई जब प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि ट्रंप के साथ समन्वय करते हुए इजराइल ने ईरान के साथ द्विपक्षीय संघर्षविराम पर सहमति जताई है।
नेतन्याहू ने कहा कि उन्होंने सोमवार रात को इजराइल की सुरक्षा कैबिनेट को बताया कि इजराइल ने ईरान के खिलाफ 12 दिनों के अभियान में अपने सभी युद्ध लक्ष्य हासिल कर लिए हैं जिसमें ईरान के परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रमों के खतरे को दूर करना भी शामिल है।
नेतन्याहू ने कहा कि इजराइल ने ईरान के सैन्य नेतृत्व और कई सरकारी स्थलों को भी नुकसान पहुंचाया और तेहरान के आसमान पर नियंत्रण हासिल कर लिया।
नेतन्याहू ने कहा, ‘‘ इजराइल संघर्षविराम के किसी भी उल्लंघन का जोरदार जवाब देगा।’’
ईरानी अधिकारियों ने ट्रंप द्वारा युद्ध विराम की घोषणा करने के बाद या इजराइल के इस दावे पर कोई टिप्पणी नहीं की कि उसने युद्ध विराम लागू होने के कुछ घंटों बाद दागी गईं मिसाइलों को निष्क्रिय किया। कुछ घंटे पहले, ईरान के शीर्ष राजनयिक ने कहा था कि देश हवाई हमले रोकने के लिए तैयार है।
ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अरागची ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा था, ‘‘फिलहाल किसी भी संघर्षविराम या सैन्य अभियानों की समाप्ति पर कोई समझौता नहीं हुआ है। अगर इजराइल ईरान के लोगों के खिलाफ अपने अवैध आक्रमण हमारे समयानुसार सुबह चार बजे से पहले बंद कर दे, तो हमारा उसके बाद अपनी कार्रवाई जारी रखने का कोई इरादा नहीं है।’’
अरागची ने अपने संदेश में कहा था, ‘‘हमारे सैन्य अभियानों को रोकने पर अंतिम निर्णय बाद में लिया जाएगा।’’
इजराइल की सेना ने कहा कि संघर्षविराम शुरू होने से पहले ईरान ने इजराइल की ओर 20 मिसाइलें दागीं। पुलिस ने कहा कि हमले में बीरशेबा शहर में कम से कम तीन घनी आवासीय इमारतों को नुकसान पहुंचा है।
ट्रंप ने इजराइल और ईरान के बीच संघर्ष को नाम दिया है ‘‘12 दिवसीय युद्ध’’। यह 1967 के पश्चिम एशिया युद्ध की याद दिलाता है, जिसे ‘‘छह दिवसीय युद्ध’’ के रूप में भी जाना जाता है।
इसमें इजराइल ने मिस्र, जॉर्डन और सीरिया सहित अरब देशों से लड़ाई लड़ी थी।
ट्रंप का यह संदर्भ अरब जगत खास तौर पर फलस्तीनियों के लिए भावनात्मक रूप से महत्वपूर्ण है। 1967 के युद्ध में इजराइल ने जॉर्डन से वेस्ट बैंक और पूर्वी यरुशलम, मिस्र से गाजा पट्टी और सिनाई प्रायद्वीप और सीरिया से गोलन हाइट्स कब्जा लिया था । हालांकि बाद में इजराइल ने सिनाई को मिस्र को वापस दे दिया, लेकिन अन्य क्षेत्रों पर उसका अब भी कब्जा है।
व्हाइट हाउस के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, ट्रंप ने संघर्षविराम सुनिश्चित करने के लिए इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ सीधे संवाद किया जबकि उप राष्ट्रपति जेडी वेंस, विदेश मंत्री मार्को रुबियो और विशेष दूत स्टीव विटकॉफ ने प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष माध्यमों से ईरानी शासन से संवाद किया।
व्हाइट हाउस ने कहा है कि शनिवार को किए गए हमलों ने इजराइलियों को संघर्षविराम के लिए सहमत होने में मदद की और कतर सरकार ने इस समझौते में मध्यस्थता करने में मदद की।
फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि ईरान के नेता अयातुल्ला अली खामेनेई की वार्ता में क्या भूमिका रही। उन्होंने पहले सोशल मीडिया पर कहा था कि वह आत्मसमर्पण नहीं करेंगे।
वाशिंगटन स्थित समूह ‘ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट’के मुताबिक, इजराइल-ईरान के बीच गत 12 दिन के युद्ध में कम से कम 28 इजराइली मारे गए हैं जबकि एक हजार से अधिक घायल हुए हैं। वहीं ईरान में कम से कम 974 लोगों की जान गई है और 3,458 अन्य घायल हुए है।
समूह के मुताबिक, ईरान में मारे गए लोगों में 387 आम नागरिक और 268 सुरक्षा कर्मी शामिल हैं।
एपी धीरज