ईरान में फंसे मेरठ के युवक की मदद के लिए परिजनों ने लगाई गुहार
सं जफर अमित
- 24 Jun 2025, 08:09 PM
- Updated: 08:09 PM
मेरठ (उत्तर प्रदेश) 24 जून (भाषा) ईरान में फंसे मेरठ के एक व्यक्ति के परिवार ने मंगलवार को नयी दिल्ली स्थित भारतीय उच्चायोग में एक अपील प्रस्तुत करके उसकी सुरक्षित वापसी के लिए मदद मांगी।
लावड़ कस्बे के मोहल्ला सैनियान निवासी सचिन सैनी (28) इस साल पांच फरवरी को एक स्टील फैक्ट्री में काम करने के लिए ईरान गए थे।
सैनी ने ईरान से फोन पर ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, "मैं इस्फ़हान शहर के पास स्थित एक कारखाना परिसर में कई अन्य श्रमिकों के साथ फंसा हुआ हूं। इनमें ज़्यादातर भारतीय और ईरानी हैं। मैं अगर संभव हो तो तुरंत घर लौटना चाहता हूं। मैं बस यह सुनिश्चित करना चाहता हूं कि ईरान और इजराइल के बीच जारी संघर्ष के कारण रास्ते में कोई समस्या न आए, ताकि मैं सुरक्षित घर लौट सकूं।’’
सचिन सैनी के भाई मोहित सैनी ने मेरठ में ‘पीटीआई-भाषा’ से बात करते हुए दावा किया कि कारखाना त्र के पास लगातार गोलीबारी और विस्फोटों ने सचिन की जान को खतरे में डाल दिया है।
उन्होंने बताया, ‘‘कारखाना प्रबंधन भारतीय श्रमिकों को परिसर से बाहर जाने की अनुमति नहीं दे रहा है और लगभग 140 भारतीय नागरिक वर्तमान में वहां फंसे हुए हैं। परिवार सचिन के संपर्क में है और भारत सरकार से उसकी सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने का आग्रह किया है।’’
संपर्क करने पर, मेरठ के जिलाधिकारी वी के सिंह ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, "हमें इस मामले के बारे में परिवार या किसी सरकार या खुफिया एजेंसी से कोई आधिकारिक जानकारी नहीं मिली है।"
मेरठ के सरधना से समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक अतुल प्रधान ने बताया कि सैनी के परिवार ने मंगलवार सुबह उनसे मुलाकात की और उन्होंने उन्हें अपनी पार्टी की ओर से पूरी मदद का आश्वासन दिया है।
भारत ने इजराइल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव के बीच अपने निकासी अभियान, ऑपरेशन सिंधु को तेज कर दिया है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल के अनुसार, सोमवार को एक विशेष विमान से 290 भारतीय नागरिक और एक श्रीलंकाई नागरिक ईरान के मशहद से नयी दिल्ली वापस आए। इसके साथ ही ईरान से निकाले गए भारतीयों की कुल संख्या बढ़कर 2,003 हो गई है।
इसके अलावा, 161 भारतीयों को इजराइल से निकाले जाने के बाद अम्मान से नयी दिल्ली लाया जा रहा है।
भाषा सं जफर