उप्र सरकार ने तीन रेल ओवर ब्रिज और गंगा नदी पर एक नया पुल बनाने की मंजूरी दी
अमित दिलीप
- 24 Jun 2025, 10:20 PM
- Updated: 10:20 PM
लखनऊ, 24 जून (भाषा) उत्तर प्रदेश सरकार ने क्षेत्रीय संपर्क बेहतर करने और यातायात भीड़ को कम करने के उद्देश्य से तीन रेल ओवर ब्रिज (आरओबी) और गंगा नदी पर एक नया पुल बनाने की मंजूरी दी है।
एक आधिकारिक बयान में बताया गया कि बलरामपुर, कानपुर और उन्नाव के शुक्लागंज में स्थित इन परियोजनाओं को योगी आदित्यनाथ सरकार ने मंजूरी दे दी है और इन्हें उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम लिमिटेड द्वारा क्रियान्वित किया जाएगा।
बयान के अनुसार, इन परियोजनाओं की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार कर ली गई हैं और इनके निर्माण कार्यों को पूरा करने के लिए दो वर्ष की समयावधि तय की गयी है ।
बयान के अनुसार, उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम लिमिटेड द्वारा तैयार की गई कार्ययोजना के अनुसार, देवीपाटन मंदिर के समीप तुलसीपुर-गोंडा रेल खंड पर 57 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से लगभग 629 मीटर लंबे ‘रेल ओवरहेड ब्रिज’ (आरओबी) का निर्माण किया जाएगा। इससे तीर्थयात्रियों को धार्मिक स्थल तक आने-जाने में सुविधा होगी और स्थानीय निवासियों की दैनिक यात्रा भी आसान और सुगम हो जाएगी।
बयान के मुताबिक, कानपुर में, कानपुर सेंट्रल-रावतपुर-अनवरगंज रेल खंड पर 151 करोड़ रुपये की लागत से चार लेन वाला आरओबी बनाया जाएगा। इसके साथ ही जीटी रोड पर चार लेन का फ्लाईओवर और घंटाघर (जरीब चौकी) के पास दो लेन का फ्लाईओवर भी बनाया जाएगा।
बयान के अनुसार, गंगा नदी पर 163 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से एक नया चार लेन का पुल बनेगा। यह दोनों तरफ से ही संपर्क मार्ग से युक्त होगा और पुराने क्षतिग्रस्त कानपुर-शुक्लागंज पुल से 50 मीटर की दूरी पर (अपस्ट्रीम दिशा में) स्थित होगा।
इन परियोजनाओं पर कुल अनुमानित लागत 372 करोड़ रुपये से अधिक आएगी, जिसमें से केवल कानपुर से संबंधित कार्यों पर 315 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
बयान में कहा गया कि ये परियोजनाएं न केवल सड़क और रेल संपर्क को बेहतर बनाएंगी, बल्कि लंबे समय से चली आ रही शहरी परिवहन संबंधी चुनौतियों का समाधान करेंगी, जिससे यात्रा सुगम होगी और भविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए बुनियादी ढांचे को तैयार किया जाएगा।
भाषा जफर
अमित