नड्डा ने हिमाचल प्रदेश के आपदा प्रभावित मंडी का दौरा किया, कहा- केंद्र राहत के लिए उठा रहा कदम
धीरज माधव
- 09 Jul 2025, 09:52 PM
- Updated: 09:52 PM
(तस्वीर के साथ)
शिमला, नौ जुलाई (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने बुधवार को बादल फटने, अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन से प्रभावित हिमाचल प्रदेश के मंडी का बुधवार को दौरा किया और आश्वासन दिया कि प्रभावित लोगों को राहत प्रदान करने और उनके पुनर्वास के लिए केंद्र सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
तीस जून और एक जुलाई की दरमियानी रात मंडी क्षेत्र में बादल फटने, उसके बाद अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन की 10 घटनाओं के बाद लापता हुए 27 लोगों की तलाश जारी है, जबकि 15 लोगों की मौत हो गई और पांच अन्य घायल हैं।
इस आपदा में 1,184 घरों सहित कई संपत्तियों को भारी नुकसान पहुंचा, जबकि 780 मवेशी भी मारे गए।
नड्डा ने हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर और राज्य भाजपा प्रमुख राजीव बिंदल के साथ मंडी का दौरा किया।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री नड्डा ने कहा, ‘‘केंद्र सरकार प्रत्येक प्रभावित व्यक्ति को राहत प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।’’ उन्होंने संबंधित अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि राहत एवं पुनर्वास कार्यों में कोई ढिलाई न हो।
नड्डा ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और उन्हें आश्वासन दिया कि केंद्र राज्य सरकार के साथ मिलकर काम कर रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘स्थानीय प्रशासन फंसे हुए लोगों को बचाने के लिए युद्धस्तर पर काम कर रहा है, उन्हें अस्थायी आश्रय, भोजन और दवाइयां उपलब्ध करा रहा है।’’
दिन में सुंदरनगर पहुंचने पर उन्होंने अधिकारियों से राहत एवं बचाव कार्यों के बारे में जानकारी ली तथा सैंज-पंगलियुर-बागा गांवों और सबसे अधिक प्रभावित थुनाग क्षेत्र का दौरा किया।
उन्होंने स्थानीय लोगों से बात की और आपदा प्रभावित इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं का भी जायजा लिया। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि राहत कार्य पूरा होने के बाद, सड़कों और पुलों की बहाली पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा और जल्द से जल्द सामान्य स्थिति बहाल करने के प्रयास जारी हैं।
नड्डा ने कहा कि केंद्र सरकार हिमाचल प्रदेश के लोगों के साथ खड़ी है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 2023 की आपदा के दौरान उन्होंने तीन बार राज्य का दौरा किया और 3,146 करोड़ रुपये की सहायता प्रदान कराई।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि ही में राष्ट्रीय आपदा राहत कोष के तहत 2,006 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत एक लाख से अधिक घरों का निर्माण किया गया है और प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत 3,000 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) के आंकड़ों के अनुसार, बुधवार शाम तक 174 सड़कें बंद थीं, जिनमें से 136 सबसे अधिक प्रभावित मंडी जिले में थीं, जबकि 162 ट्रांसफार्मर और 755 जलापूर्ति योजनाएं प्रभावित हुईं। इससे राज्य को लगभग 740 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
भाषा धीरज