प्रमुख शहरों में घरों की मांग अब भी मजबूत, उत्साह थोड़ा कम हुआ : पिरोजशा गोदरेज
अजय अजय अनुराग
- 23 Feb 2025, 01:11 PM
- Updated: 01:11 PM
नयी दिल्ली, 23 फरवरी (भाषा) गोदरेज प्रॉपर्टीज के कार्यकारी चेयरपर्सन पिरोजशा गोदरेज ने कहा है कि प्रमुख शहरों में आवासीय संपत्तियों की मांग ‘बहुत मजबूत’ बनी हुई है, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में देखा गया उत्साह अब थोड़ा कम हो रहा है।
गोदरेज प्रॉपर्टीज देश के प्रमुख रियल एस्टेट डेवलपर्स में से एक है। यह 28,000 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्तियां बेचकर बिक्री बुकिंग के मामले में 2024 में सबसे बड़ी सूचीबद्ध रियल्टी कंपनी बन गई है।
पिरोजशा गोदरेज ने पीटीआई-भाषा के साथ साक्षात्कार में कहा कि आवास बाजार में मांग में कोई सुस्ती नहीं है। यह कंपनी की बिक्री बुकिंग से पता चलता है।
उन्होंने कहा, ‘‘क्या मैं मांग में सुस्ती देख रहा हूं। इसका जवाब ‘नहीं’ है। क्योंकि हमने उत्तर, दक्षिण, पश्चिम और पूर्वी भारत के पांच अलग-अलग शहरों (दिसंबर तिमाही के दौरान) में अपने नई आवासीय परियोजनाओं की पेशकश में 500 करोड़ रुपये से अधिक की बिक्री दर्ज की है। मेरे हिसाब से यह एक बहुत मजबूत आवास बाजार का संकेत है।’’
पिरोजशा ने कहा, ‘‘लेकिन यह उत्साह शायद थोड़ा कम हो रहा है, खासकर दिल्ली-एनसीआर में..।
उन्होंने कहा कि छह से 12 महीने पहले जो उत्साह था, वह अब थोड़ा कम होता दिख रहा है, लेकिन मांग अब भी बहुत मजबूत है।’’
पिरोजशा ने बताया कि चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में कंपनी ने पांच शहरों...मुंबई महानगर क्षेत्र, बेंगलुरु, गुरुग्राम, पुणे और कोलकाता में अपनी पांच नई पेशकशों में 500 करोड़ रुपये से अधिक की बिक्री हासिल की है।
उन्होंने कहा, ‘‘शायद यह पहली बार है कि देश के किसी डेवलपर ने इतने सारे शहरों में नई पेशकश में इतनी सकारात्मक प्रतिक्रिया देखी है।’’
हाल ही में, एचडीएफसी कैपिटल एडवाइजर्स के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) विपुल रुंगटा ने भी उल्लेख किया था कि आवास की कीमतों में वृद्धि धीमी हो गई है। उन्होंने कहा था, ‘‘स्पष्ट रूप से कीमतों में वृद्धि से संबंधित जो उत्साह एक या डेढ़ साल पहले था, वह अब नहीं है।’’
रियल एस्टेट डेटा फर्म प्रॉपइक्विटी ने कहा है कि पिछले साल शीर्ष नौ शहरों में घरों की बिक्री में नौ प्रतिशत की गिरावट आई है। वहीं संपत्ति सलाहकार एनारॉक ने सात प्रमुख शहरों में बिक्री में चार प्रतिशत गिरावट की बात कही है।
भाषा अजय अजय