मुंडे को लेकर पवार ने कहा, आत्मसम्मान वाला कोई भी व्यक्ति इस्तीफा दे देता
संतोष माधव
- 24 Feb 2025, 09:30 PM
- Updated: 09:30 PM
मुंबई, 24 फरवरी (भाषा) महाराष्ट्र के मंत्री धनंजय मुंडे के इस्तीफे की मांग के बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के अध्यक्ष शरद पवार ने सोमवार को कहा कि आत्मसम्मान वाला कोई भी व्यक्ति इस्तीफा दे देता। मुंडे के इस्तीफे की मांग राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में छाए एक मामले में उनके एक करीबी सहयोग के पकड़े जाने के बाद से की जा रही है।
बीड के परली से निर्वाचित विधायक मुंडे विपक्ष और महायुति के कुछ सहयोगियों की आलोचना का सामना कर रहे हैं, क्योंकि उनके करीबी सहयोगी वाल्मिक कराड को 9 दिसंबर को बीड के मसाजोग में सरपंच संतोष देशमुख के अपहरण और उनकी क्रूर हत्या से जुड़े जबरन वसूली के मामले में गिरफ्तार किया गया है।
पवार ने कहा, ‘‘कोई भी आत्मसम्मान वाला व्यक्ति इस्तीफा दे देता।’’ हालांकि, मुंडे ने यह दावा करते हुए अपना पक्ष रखा कि उनका मसाजोग मामले से कोई संबंध नहीं है।
मुंडे और राकांपा के मंत्री माणिकराव कोकाटे (जिन्हें निम्न आय वर्ग के लिए बने घरों को हासिल करने के लिए जाली दस्तावेज जमा करने के लिए अदालत द्वारा दो साल की सजा सुनाई गई है) के खिलाफ लगे आरोपों पर टिप्पणी करते हुए पवार ने कहा कि ‘‘महाराष्ट्र के लिए तस्वीर अच्छी नहीं है।’’
शरद पवार ने जोर देकर कहा कि इस तरह के व्यवहार का राज्य पर व्यापक प्रभाव पड़ेगा। पवार ने कहा, ‘‘अतीत में ऐसे आरोपों का सामना करने वाले कुछ लोगों ने तुरंत अपने पदों से इस्तीफा दे दिया था। उसके बाद जांच शुरू हुई। हालांकि, मुझे नहीं लगता कि इन लोगों (महायुति सरकार) का नैतिकता से दूर-दूर तक भी कोई संबंध है। नैतिकता के आधार पर उनसे किसी भी चीज की क्यों मांगा करते हैं।’’
पवार ने शिवसेना की विधान वार्षद नीलम गोरहे की भी आलोचना की जिन्होंने उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए ‘पद पाने के लिए मर्सिडीज कार देने’ से जुड़े भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था।
महाराष्ट्र विधान परिषद की उपसभापति गोरहे ने शनिवार को दावा किया कि अविभाजित शिवसेना में पद भ्रष्ट तरीकों से प्राप्त किए गए थे, जिसमें मर्सिडीज कारों को उपहार में देना भी शामिल है।
दिल्ली में प्रतिष्ठित 98वें अखिल भारतीय मराठी साहित्य सम्मेलन में की गई गोरहे की टिप्पणियों की ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (उबाठा) ने तीखी आलोचना की है जो 2022 में मूल शिवसेना में विभाजन के बाद अस्तित्व में आई।
पवार ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘गोरहे की टिप्पणियां मूर्खतापूर्ण हैं। उन्हें अस्तित्व विहीन मुद्दों पर बात नहीं करनी चाहिए थी।’’
पवार ने बताया कि गोरहे पहली बार तब विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) बनीं, जब वह प्रकाश आंबेडकर के नेतृत्व वाले संगठन का हिस्सा थीं, फिर शिवसेना में जाने से पहले राकांपा में शामिल हुईं और अंत में एकनाथ शिंदे गुट में शामिल हुईं। पवार ने कहा, ‘‘लोग तय करेंगे कि उन्होंने अपनी राजनीतिक संबद्धता में कोई निरंतरता दिखाई है या नहीं।’’
शरद पवार ने सोमवार को उन घटनाक्रम पर चिंता व्यक्त की जिनके कारण महाराष्ट्र सरकार को पड़ोसी राज्य कर्नाटक के लिए रोडवेज बस की सेवाएं निलंबित करनी पड़ीं।
राज्य सरकार ने शनिवार को कर्नाटक जाने वाली महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम की बसों को निलंबित करने का आदेश दिया, क्योंकि शुक्रवार रात को चित्रदुर्ग में निगम के वाहन और उसके चालक भास्कर जाधव पर कथित तौर पर कन्नड़ समर्थक कार्यकर्ताओं द्वारा हमला किया गया था।
सोमवार को ही कर्नाटक के राज्य स्वामित्व वाली परिवहन निगम (एमएसआरटीसी) की बस के एक कंडक्टर पर कथित तौर पर इस बात के लिए हमला किया गया था कि उसने महाराष्ट्र की सीमा से लगे बेलगावी में एक लड़की को मराठी में जवाब नहीं दिया।
पवार ने मुंबई में संवाददाताओं से कहा, ‘‘बस सेवाओं को इस तरह से स्थगित करने से बचना चाहिए क्योंकि इससे आम लोग प्रभावित होते हैं। इस तरह के निलंबन से लोगों को असुविधा होती है।’’
भाषा संतोष