सीमा विवाद: कर्नाटक के गृह मंत्री ने संयम बरतने का आग्रह किया
वैभव माधव
- 24 Feb 2025, 10:24 PM
- Updated: 10:24 PM
बेलगावी (कर्नाटक), 24 फरवरी (भाषा) कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने बेलगावी में बस परिचालक पर हमले की घटना को लेकर पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र के साथ सीमा विवाद के फिर से उभरने के मद्देनजर सोमवार को संयम बरतने का आग्रह किया और कहा कि किसी भी पक्ष को इस मामले को और आगे नहीं बढ़ाना चाहिए।
इस बीच, राज्य के परिवहन मंत्री रामलिंगा रेड्डी ने बस परिचालक महादेवप्पा हुक्केरी से मुलाकात की, जिस पर बेलगावी में एक यात्री से कथित तौर पर मराठी में बात नहीं करने पर हमला किया गया था और उन्हें अपना समर्थन व्यक्त किया।
बस परिचालक पर हमले ने एक बार फिर महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच दशकों पुराने सीमा विवाद को हवा दे दी है।
महाराष्ट्र और कर्नाटक के राज्य सड़क परिवहन निगमों के बस चालकों और परिचालकों पर हमले हुए हैं। बेलगावी में मराठी भाषी आबादी काफी है और उनमें से एक वर्ग अक्सर मांग करता है कि इस सीमावर्ती जिले को महाराष्ट्र में मिला दिया जाए।
तुमकुरु में पत्रकारों से बात करते हुए गृह मंत्री परमेश्वर ने महाराष्ट्र सरकार से ऐसी घटनाओं में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा, ‘‘महाराष्ट्र सीमा पर स्थित बेलगावी में अक्सर भाषाई आधार पर विवाद होते रहते हैं। हमें सावधानी से काम लेना होगा। यह महाराष्ट्र और कर्नाटक दोनों पर लागू होता है, क्योंकि हमें इसे और बढ़ने नहीं देना चाहिए।’’
परमेश्वर ने जोर देकर कहा कि कर्नाटक ऐसे मामलों में तत्काल पुलिस कार्रवाई करता है और उन्होंने महाराष्ट्र से भी ऐसा करने का आग्रह किया।
इस बीच, रामलिंगा रेड्डी ने कहा कि उनका विभाग और राज्य के लोग हुक्केरी के साथ खड़े हैं।
यह घटना शुक्रवार को बालेकुंडरी में घटी। हुक्केरी के अनुसार, एक नाबालिग लड़की अपने एक मित्र के साथ उसकी बस में चढ़ी और जब उसने उनसे टिकट खरीदने के लिए कहा, तो उसके मित्र ने मराठी में जवाब दिया।
हुक्केरी ने पुलिस से कहा कि जब परिचालक ने जवाब दिया कि उसे मराठी समझ में नहीं आती और वह कन्नड में जवाब दे तो लड़की के दोस्त ने तुरंत अपने और साथियों को बुलाया और उस पर एवं चालक पर हमला कर दिया।
उसकी शिकायत के आधार पर पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। नाबालिग लड़की ने भी पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है जिसमें आरोप लगाया गया है कि हुक्केरी ने उसके साथ अभद्र व्यवहार किया और उसके खिलाफ पॉक्सो अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
स्थानीय अस्पताल में कंडक्टर से मिलने के बाद रेड्डी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘बस में 90 लोग सवार थे। हर कोई कह रहा है कि कंडक्टर के खिलाफ जानबूझकर पॉक्सो का मामला दर्ज किया गया है। स्थानीय नेताओं, नागरिकों, मीडिया और राज्य के लोगों सहित हम सभी महादेवप्पा के साथ हैं।’’
मंत्री ने मामले में पुलिस की कार्रवाई पर असंतोष व्यक्त किया। रेड्डी ने कहा, ‘‘यहां (बेलगावी) आने के बाद मुझे पता चला कि हुक्केरी पर हमले में कम से कम 15 लोग शामिल थे, लेकिन केवल पांच को गिरफ्तार किया गया है। अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया जाना चाहिए। अगर हम उन्हें ऐसे ही जाने देंगे तो वे ऐसी गतिविधियों में लिप्त रहेंगे।’’
बेलगावी से ताल्लुक रखने वाली कर्नाटक की महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी हेब्बलकर ने कहा कि कंडक्टर के खिलाफ दर्ज पॉक्सो मामले में जांच की जा रही है और जल्द ही सच्चाई सामने आ जाएगी।
हालांकि, उन्होंने कहा कि बस में 90 लोग यात्रा कर रहे थे और हर कोई वहां जो हुआ उसका गवाह है। मंत्री ने समझदारी से व्यवहार करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘कर्नाटक और महाराष्ट्र भारत का हिस्सा हैं। मैंने देखा कि महाराष्ट्र के लोग हमारी बसों और कर्मचारियों पर हमला कर रहे हैं। यह रुकना चाहिए। हमें पता होना चाहिए कि हमारे दुश्मन कौन हैं और हमें आपस में लड़ने से बचना चाहिए।’’
बेलगावी में कन्नड भाषी लोगों पर हमले की निंदा करते हुए केंद्रीय मंत्री एच डी कुमारस्वामी ने राज्य सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि सिद्धरमैया सरकार के तहत बेलगावी में स्थिति अराजक हो गई है।
भाषा वैभव