रूस और अमेरिका के राजनयिकों ने इस्तांबुल में दूसरे दौर की वार्ता की
एपी जोहेब सिम्मी
- 28 Feb 2025, 10:07 AM
- Updated: 10:07 AM
इस्तांबुल, 28 फरवरी (एपी) रूस और अमेरिका के राजनयिकों ने बृहस्पतिवार को तुर्किये के इस्तांबुल में मुलाकात करके अपने-अपने देशों में स्थित एक-दूसरे के दूतावासों के संचालन को सामान्य बनाने पर चर्चा की।
दोनों देशों ने पिछले कुछ वर्षों में एक-दूसरे के राजनयिकों को निष्कासित कर दिया था।
रूसी राष्ट्रपति कार्यालय ‘क्रेमलिन’ के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच फोन पर और दोनों देशों के अधिकारियों के बीच सऊदी अरब में हुई बातचीत के बाद इस्तांबुल में ये वार्ताएं हुई हैं।
संघीय सुरक्षा सेवा की बृहस्पतिवार को हुई बैठक के दौरान पुतिन ने ट्रंप प्रशासन की “व्यावहारिकता और उनके यथार्थवादी दृष्टिकोण” की सराहना की।
पुतिन ने कहा, “नए अमेरिकी प्रशासन के साथ हुए पहले संपर्क से कुछ आशाएं बढ़ी हैं। संबंधों को बहाल करने और वैश्विक व्यवस्था में मौजूद रणनीतिक समस्याओं को धीरे-धीरे हल करने के उद्देश्य से काम करने के लिए पारस्परिक तत्परता है।”
अंकारा में स्थित अमेरिकी दूतावास के एक अधिकारी ने पुष्टि की कि इस्तांबुल वार्ता में संबंधित राजनयिक मिशनों के संचालन को प्रभावित करने वाले मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया गया।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने बृहस्पतिवार को कहा, “अमेरिका ने बैंकिंग व अनुबंधित सेवाओं तक पहुंच और मॉस्को स्थित अमेरिकी दूतावास में कर्मचारियों की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने की आवश्यकता के बारे में बात की। दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय मिशन संचालन को स्थिर बनाने के लिए ठोस प्रारंभिक कदमों पर विचार-विमर्श किया।”
वार्ता के बाद मास्को ने तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की। रूसी समाचार एजेंसियों के अनुसार, वार्ता छह घंटे से अधिक समय तक चली।
रूसी संसद के उच्च सदन की ‘स्पीकर’ वेलेंटिना मतविएन्को ने बृहस्पतिवार को तुर्किये की यात्रा के दौरान कहा कि अमेरिका-रूस वार्ता से “हमारे राजनयिक मिशनों में कामकाज पूरी तरह बहाल करने में मदद मिलेगी।”
रूस द्वारा 2014 में यूक्रेन से क्रीमिया को अवैध रूप से कब्जाने और 2022 में यूक्रेन पर आक्रमण करने के बाद मॉस्को और वाशिंगटन के बीच संबंध शीत युद्ध के बाद से सबसे निचले स्तर पर पहुंच गए थे।
पिछले सप्ताह हुई वार्ता में कोई भी यूक्रेनी अधिकारी उपस्थित नहीं था।
क्रेमलिन ने कहा है कि यह बैठक अमेरिका के साथ संबंधों और वार्ता को बहाल करने के लिए थी, जिससे अंततः शांति वार्ता का मार्ग प्रशस्त होगा।
एपी जोहेब