यादवपुर विश्वविद्यालय परिसर के पास एबीवीपी और एसएफआई के सदस्यों के बीच तनातनी
प्रीति संतोष
- 03 Mar 2025, 10:30 PM
- Updated: 10:30 PM
कोलकाता, तीन मार्च (भाषा) पश्चिम बंगाल के कोलकाता स्थित यादवपुर विश्वविद्यालय (जेयू) के मुख्य द्वार के सामने सोमवार शाम को भारतीय जनता युवा मोर्चा (बीजेवाईएम) और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के सदस्यों और वामपंथी ‘स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया’ (एसएफआई) तथा ‘ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स ऑर्गेनाइजेशन’ (एआईडीएसओ) के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई, लेकिन पुलिस के हस्तक्षेप से कोई अप्रिय घटना नहीं हुई।
पुलिस ने बताया कि गोलपार्क से शुरू हुई एबीवीपी-बीजेवाईएम की रैली जब लगभग 600 मीटर की दूरी पर समाप्त होने ही वाली थी, तभी इसके लगभग 100 सदस्य जेयू के गेट नंबर चार की ओर दौड़ पड़े। वे परिसर में घुस गए और एसएफआई तथा वामपंथी छात्र समूहों के खिलाफ नारे लगाने लगे तथा जेयू सहित राज्य विश्वविद्यालयों में वामपंथियों द्वारा आहूत हड़ताल के समर्थन में लगे पोस्टर फाड़ दिए।
पुलिस ने बताया कि दोनों संगठनों के कुछ सदस्यों के बीच मामूली झड़प हुई, लेकिन वामपंथी छात्र जल्द ही परिसर में वापस चले गए जबकि एबीवीपी के सदस्य यह कहते हुए स्वयं ही चले गए कि वे जेयू परिसर को धुर-वामपंथ से ‘मुक्त’ कराएंगे और जेयू में सामान्य शैक्षणिक कामकाज की बहाली सुनिश्चित करेंगे।
गोल पार्क से यादवपुर पुलिस थाने तक निकाली गई एबीवीपी-बीजेवाईएम की रैली बिना किसी अप्रिय घटना के शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गई।
एसएफआई की जेयू इकाई के नेता सौर्यदीप्ता रॉय ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘गेट नंबर चार पर मौजूद एक सुरक्षा गार्ड एबीवीपी सदस्यों को परिसर में घुसने से रोकने की कोशिश करते समय घायल हो गया। उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हमारे कुछ सदस्यों को पीटा गया है क्योंकि उन्होंने दक्षिणपंथी सदस्यों का विरोध करने की कोशिश की, जिनमें से कोई भी जेयू का छात्र नहीं था।’’
एबीवीपी के एक प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि परिसर में घुसने वाले लोग विश्वविद्यालय के छात्र हैं और एसएफआई सदस्यों ने उन पर हमला करके हंगामा शुरू कर दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘हम एसएफआई को धमकी के माध्यम से जेयू में उनका आधिपत्य जारी रखने की अनुमति नहीं देंगे। हमारे सदस्य भी छात्र हैं। उन्हें लोकतांत्रिक आंदोलन में भाग लेने का अधिकार है।’’
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एक वरिष्ठ अधिकारी के नेतृत्व में पुलिसकर्मी विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार के बाहर डेरा डाले हुए हैं और स्थिति सामान्य है।
भाषा प्रीति