मध्यप्रदेश विधानसभा का बजट सत्र शुरू, राज्यपाल ने राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं पर प्रकाश डाला
दिमो पारुल
- 10 Mar 2025, 06:09 PM
- Updated: 06:09 PM
भोपाल, 10 मार्च (भाषा) मध्यप्रदेश विधानसभा का बजट सत्र सोमवार को राज्यपाल मंगूभाई पटेल के अभिभाषण के साथ शुरू हुआ, जिसमें उन्होंने किसानों, युवाओं और महिलाओं के लिए राज्य सरकार की ओर से उठाए गए कदमों के साथ-साथ नदी जोड़ो योजना पर प्रकाश डाला।
पटेल ने कहा कि राज्य की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार अगले तीन वर्षों में किसानों को 30 लाख सौर पंप उपलब्ध कराएगी और उन्हें पांच रुपये में स्थायी बिजली कनेक्शन देगी।
राज्यपाल ने 20 मिनट से अधिक के अपने अभिभाषण में महिलाओं, युवाओं और किसानों के लिए संचालित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के साथ-साथ सिंचाई क्षेत्र बढ़ाने के उद्देश्य से नदियों को जोड़ने से संबंधित परियोजनाओं का जिक्र किया।
राज्यपाल ने कहा कि मध्यप्रदेश की नदी जोड़ो परियोजनाएं राज्य की तकदीर और तस्वीर बदलने का काम करेंगी। उन्होंने कहा कि केन-बेतवा परियोजना से बुंदेलखंड के 10 जिलों और पार्वती-काली सिंध-चंबल परियोजना से 11 जिलों को लाभ मिलेगा।
पटेल ने बताया कि राज्य की गंभीर और कान्हा नदियों को जोड़ने के साथ ही अन्य नदियों को भी जोड़ने की दिशा में काम शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि तीसरी अंतरराज्यीय ताप्ती बेसिन मेगा परियोजना मध्यप्रदेश और महाराष्ट द्वारा संयुक्त रूप से क्रियान्वित की जाएगी।
राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पेश करने के बाद विधानसभा ने दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि दी, जिनमें पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह और पूर्व विधायक जुगल किशोर गुप्ता, सविता बाजपेयी, राय सिंह राठौर, जयराम सिंह मार्को और मारोत राव खवासे शामिल थे।
विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र तोमर, मुख्यमंत्री मोहन यादव और विपक्ष के नेता उमंग सिंघार ने डॉ. मनमोहन सिंह और पूर्व विधायकों के योगदान को याद किया। श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद विधानसभा की कार्यवाही मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दी गई।
इस बीच, विपक्षी कांग्रेस ने सत्र की छोटी अवधि को लेकर विरोध किया। सत्र का समापन 24 मार्च को होगा।
कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर जनता से जुड़े मुद्दों पर चर्चा से भागने का आरोप लगाया। विधानसभा परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास आयोजित विरोध-प्रदर्शन के दौरान कई कांग्रेस विधायकों ने काले मास्क पहने और दावा किया कि यह मोहन यादव सरकार है, जो जनता से अपना चेहरा छिपा रही है।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि रविवार के अवकाश और बीच में होने वाली छुट्टियों को देखते हुए सत्र में केवल 10 बैठकें होंगी।
भाषा
दिमो