हिमाचल की आर्थिक वृद्धि दर 2024-25 में 6.7 प्रतिशत रहेगी : आर्थिक समीक्षा
राजेश राजेश अजय
- 13 Mar 2025, 07:14 PM
- Updated: 07:14 PM
शिमला, 13 मार्च (भाषा) हिमाचल प्रदेश की आर्थिक वृद्धि दर 2024-25 में सुधरकर 6.7 प्रतिशत रहने का अनुमान है। इसके अलावा चालू वित्त वर्ष में राज्य में प्रति व्यक्ति आय में भी 9.6 प्रतिशत की बढ़ोतरी का अनुमान है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा बृहस्पतिवार को पेश आर्थिक समीक्षा में अग्रिम अनुमानों के आधार पर यह कहा गया है।
वर्ष 2024-25 के स्थिर मूल्यों (2011-12) पर सकल राज्य घरेलू उत्पाद वर्ष 2023-24 के 1,37,320 करोड़ रुपये की तुलना में 1,46,553 करोड़ रुपये रहना अनुमानित है, जो 6.7 प्रतिशत की वृद्धि है।
राज्य की प्रति व्यक्ति आय भी वर्ष 2023-24 के 2,34,782 रुपये से 9.6 प्रतिशत बढ़कर वर्ष 2024-25 में 2,57,212 रुपये हो गई, जबकि वर्ष 2011-12 से वर्ष 2024-25 तक प्रति व्यक्ति आय की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि 8.6 प्रतिशत रही थी।
सकल मूल्य संवर्धन (जीवीए) में तृतीयक क्षेत्र का योगदान 45.3 प्रतिशत था, इसके बाद द्वितीयक क्षेत्र का 39.5 प्रतिशत और प्राथमिक क्षेत्र का 15.2 प्रतिशत योगदान रहा।
स्थिर मूल्यों पर प्राथमिक क्षेत्र से सकल राज्य मूल्य संवर्धन (जीएसवीए) वर्ष 2023-24 के 16,116 करोड़ रुपये की तुलना में वर्ष 2024-25 में 16,625 करोड़ रुपये होने की उम्मीद है, जो 3.2 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है।
द्वितीयक क्षेत्र का जीएसवीए वर्ष 2024-25 में 65,134 करोड़ रुपये रहने का अनुमान है, जबकि 2023-24 में यह 60,238 करोड़ रुपये था, जो 8.1 प्रतिशत की वृद्धि है।
कृषि और संबद्ध क्षेत्रों ने पिछले कुछ वर्षों में प्राथमिक क्षेत्र की निरंतर वृद्धि को दर्शाया है और वर्तमान मूल्यों पर जीएसवीए में इसका योगदान वर्ष 2020-21 के 20,838 करोड़ रुपये से 53 प्रतिशत बढ़कर वर्ष 2024-25 में 31,879 करोड़ रुपये हो गया है।
वर्तमान मूल्य पर फसलों के जीएसवीए में वर्ष 2020-21 के 12,341 करोड़ रुपये से वर्ष 2024-25 में 21,912 करोड़ रुपये तक उल्लेखनीय सुधार हुआ है, जो 78 प्रतिशत की वृद्धि है।
अग्रिम अनुमानों के अनुसार, कृषि और संबद्ध क्षेत्र के जीएसवीए में वर्ष 2023-24 में 2.63 प्रतिशत की नकारात्मक वृद्धि दर के मुकाबले वर्ष 2024-25 में स्थिर कीमतों पर 3.07 प्रतिशत की वृद्धि होने का अनुमान है। औद्योगिक क्षेत्र में वर्ष 2024-25 में 8.1 प्रतिशत की दर से वृद्धि होने की उम्मीद है, जबकि राष्ट्रीय स्तर पर यह 6.5 प्रतिशत है।
औद्योगिक क्षेत्र की वृद्धि वर्ष 2024-25 में 8.1 प्रतिशत होने की उम्मीद है, जबकि राष्ट्रीय स्तर पर यह 6.5 प्रतिशत है और वर्ष 2024-25 के लिए खनन और संबद्ध क्षेत्र सहित उद्योग क्षेत्र का कुल जीवीए वर्तमान मूल्य पर 86,695 करोड़ रुपये (40 प्रतिशत) अनुमानित किया गया है, जिसमें विनिर्माण क्षेत्र का योगदान 26.19 प्रतिशत, निर्माण 7.68 प्रतिशत और बिजली और जलापूर्ति का योगदान 5.66 प्रतिशत है।
पर्यटन उद्योग ने भी सकारात्मक रुझान दर्शाए हैं और पर्यटकों का आगमन लगभग महामारी-पूर्व स्तर पर पहुंच गया है। वर्ष 2024 के दौरान 181.24 लाख पर्यटक राज्य में आए हैं, जबकि वर्ष 2022 में 150.99 लाख और वर्ष 2023 में 165.05 लाख पर्यटक आए थे।
उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित मुद्रास्फीति अपेक्षाकृत स्थिर रही और ग्रामीण क्षेत्रों में वर्ष 2023-24 के पांच प्रतिशत से घटकर वर्ष 2024-25 में 4.2 प्रतिशत और शहरी क्षेत्रों में 4.7 प्रतिशत से घटकर 3.3 प्रतिशत रह गई।
भाषा राजेश राजेश