मजबूत वैश्विक रुख से घरेलू शेयर बाजार की गिरावट थमी, सेंसेक्स 341 अंक चढ़ा
प्रेम अजय
- 17 Mar 2025, 05:33 PM
- Updated: 05:33 PM
मुंबई, 17 मार्च (भाषा) वैश्विक बाजारों में तेजी और बैंकिंग शेयरों में लिवाली से सोमवार को घरेलू शेयर बाजार पांच दिन की गिरावट से उबरने में सफल रहे। सेंसेक्स में 341 अंक और निफ्टी में करीब 112 अंक की तेजी दर्ज की गई।
बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित मानक सूचकांक सेंसेक्स 341.04 अंक यानी 0.46 प्रतिशत चढ़कर 74,169.95 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय सेंसेक्स 547.44 अंक उछलकर 74,376.35 अंक पर पहुंच गया था।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का मानक सूचकांक निफ्टी 111.55 अंक यानी 0.50 प्रतिशत बढ़कर 22,508.75 अंक पर पहुंच गया।
सेंसेक्स की कंपनियों में से बजाज फिनसर्व, महिंद्रा एंड महिंद्रा, एक्सिस बैंक, बजाज फाइनेंस, अदाणी पोर्ट्स, आईसीआईसीआई बैंक, जोमैटो और अल्ट्राटेक सीमेंट के शेयरों में प्रमुख रूप से तेजी रही।
इसके उलट, आईटीसी, नेस्ले, भारतीय स्टेट बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एशियन पेंट्स और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज के शेयरों में गिरावट का रुख रहा।
पिछले सप्ताह तगड़ी बिकवाली का सामना करने वाले इंडसइंड बैंक का शेयर भारतीय रिजर्व बैंक के आश्वासन के बाद 5.30 प्रतिशत तक उछलने के बाद 0.72 प्रतिशत की बढ़त पर बंद हुआ। शनिवार को रिजर्व बैंक ने ग्राहकों को आश्वस्त किया था कि निजी क्षेत्र के इस बैंक के पास पर्याप्त पूंजी उपलब्ध है।
रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड में वरिष्ठ उपाध्यक्ष (अनुसंधान) अजित मिश्रा ने कहा, ‘‘बाजार ने सप्ताह की शुरुआत आधा प्रतिशत की बढ़त के साथ की। मजबूत वैश्विक संकेतों के साथ बैंकिंग एवं वित्तीय शेयरों में लिवाली होने से बाजार को समर्थन मिला।’’
व्यापक बाजार में बीएसई मिडकैप सूचकांक में 0.77 प्रतिशत की तेजी रही जबकि स्मॉलकैप सूचकांक में 0.02 प्रतिशत की हल्की गिरावट दर्ज की गई।
क्षेत्रवार सूचकांकों में से स्वास्थ्य देखभाल खंड में 1.12 प्रतिशत, जिंस खंड में 0.92 प्रतिशत, वित्तीय सेवा खंड में 0.83 प्रतिशत और बैंकिंग खंड में 0.71 प्रतिशत की बढ़त रही।
मेहता इक्विटीज लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) प्रशांत तापसे ने कहा, ‘‘वैश्विक बाजारों में आशावादी रुख के कारण स्थानीय सूचकांकों में सुधार होने से बाजार तेजी से सकारात्मक क्षेत्र में कारोबार करने लगे। हालांकि, भारत सहित प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं पर अमेरिकी शुल्क नीतियों के अनिश्चित प्रभाव के कारण निवेशक कोई भी निर्णय लेने से पहले वैश्विक घटनाक्रमों पर नजर रखेंगे।’’
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग सकारात्मक दायरे में बंद हुए।
यूरोप के बाजार दोपहर के सत्र में बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे। शुक्रवार को अमेरिकी बाजार तेजी के साथ बंद हुए थे।
इस बीच, सोमवार को जारी सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, सब्जी, तेल और पेय पदार्थों जैसे विनिर्मित खाद्य पदार्थों के महंगा होने के कारण फरवरी में थोक मुद्रास्फीति मामूली रूप से बढ़कर 2.38 प्रतिशत हो गई।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बृहस्पतिवार को 792.90 करोड़ रुपये के शेयरों की शुद्ध बिकवाली की थी। होली के मौके पर शुक्रवार को घरेलू शेयर बाजार बंद रहे थे।
डिपॉजिटरी के आंकड़ों के मुताबिक, कैलेंडर वर्ष 2025 में अबतक विदेशी निवेशकों ने कुल 1.42 लाख करोड़ रुपये (16.5 अरब डॉलर) तक की निकासी की है।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘स्वास्थ्य देखभाल और वित्तीय क्षेत्र के मजबूत प्रदर्शन के कारण बाजार में सकारात्मक कारोबारी सत्र देखने को मिला। हालांकि, शुल्क अनिश्चितताओं के कारण घरेलू निवेशकों की भागीदारी कम होने से आने वाले समय में बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।’’
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.06 प्रतिशत उछलकर 71.33 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
बृहस्पतिवार को सेंसेक्स 200.85 अंक की गिरावट के साथ 73,828.91 अंक पर और निफ्टी 73.30 अंक गिरकर 22,397.20 अंक पर बंद हुआ था।
भाषा प्रेम
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