मणिपुर के चुराचांदपुर में बढ़ते तनाव के बीच निषेधाज्ञा लगायी गयी
राजकुमार पारुल प्रशांत
- 17 Mar 2025, 09:17 PM
- Updated: 09:17 PM
इंफाल/चुराचांदपुर, 17 मार्च (भाषा) मणिपुर में चुराचांदपुर प्रशासन ने ‘हमार’ और ‘जोमी’ समुदायों के बीच झड़प के बाद जिले में सोमवार को निषेधाज्ञा लागू की गयी। पुलिस ने यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि ‘हमार’ जनजाति के एक नेता पर अज्ञात हमलावरों द्वारा किए गए हमले के एक दिन बाद सोमवार को इलाके में तनाव बढ़ गया और इस जनजाति के लोग हमलावरों की पहचान की मांग कर रहे थे।
अतिरिक्त जिलाधिकारी ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 163 के तहत पूरे जिले में निषेधाज्ञा लगा दी।
निषेधाज्ञा में कहा गया है,‘‘चुराचांदपुर के पुलिस अधीक्षक से रिपोर्ट मिली है जिसमें जिले में कानून व्यवस्था का उल्लंघन होने की आशंका जताई गयी है। फलस्वरूप विभिन्न समुदायों के बीच शांति और सौहार्द भंग हो सकता है तथा जान-माल की क्षति हो सकती है।’’
कानून व्यवस्था बनाए रखने और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने की तत्काल आवश्यकता पर जोर देते हुए, निषेधाज्ञा में पांच या उससे अधिक व्यक्तियों के अनधिकृत रूप से एकत्र होने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है तथा किसी भी अनधिकृत जुलूस पर भी पाबंदी है।
पुलिस के अनुसार, हमले के विरोध में प्रदर्शनकारी दुकानें बंद कराने की कोशिश करते रहे और कुछ स्थानों से पथराव की भी खबरें हैं।
पुरुष लाठी लेकर सड़कों पर घूमते नजर आये। हमार और ज़ोमी समुदायों के बीच झड़पों के कारण जिला मुख्यालय के कई इलाकों में पथराव हुआ।
अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय सुरक्षा बलों ने हस्तक्षेप किया और भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हवा में गोलियां चलाईं।
अधिकारियों के अनुसार, ‘हमार इनपूई’ (हमार जनजाति के शीर्ष संगठनों में से एक) के महासचिव रिचर्ड हमार पर जेनहांग लामका स्थित वीके मोंटेसरी परिसर में कुछ लोगों ने रविवार शाम साढ़े सात बजे हमला कर दिया।
हमार इनपूई संगठन ने इस हमले की कड़ी निंदा की और दोषियों को तुरंत सौंपने की मांग की। उसने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो वह ‘‘अपने तरीके से कार्रवाई करेगा।’’
सूत्रों के मुताबिक, रिचर्ड हमार एक वाहन चला रहे थे और उनकी कार एक दोपहिया वाहन से टकराने वाली थी। इस कारण दोनों पक्षों के बीच कहासुनी हुई, जो अंततः हमले में तब्दील हो गई।
एक अपील में उपायुक्त धरुण कुमार एस. ने आश्वासन दिया कि स्थिति को सामान्य बनाने के लिए उचित कार्रवाई की जा रही है । उन्होंने समुदाय के सदस्यों से शांतिपूर्ण बातचीत की अपील की।
भाषा राजकुमार पारुल