मणिपुर के चुराचांदपुर में जनजातीय नेता पर हमले के बाद लगाया गया कर्फ्यू
राजकुमार रंजन
- 17 Mar 2025, 10:25 PM
- Updated: 10:25 PM
इंफाल/चुराचांदपुर, 17 मार्च (भाषा) मणिपुर में चुराचांदपुर में ‘हमार’ और ‘जोमी’ समुदायों के बीच झड़प के बाद सोमवार को एहतियात के तौर पर कर्फ्यू लगा दिया गया। एक शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि ‘हमार’ जनजाति के एक नेता पर अज्ञात हमलावरों द्वारा किए गए हमले के एक दिन बाद सोमवार को इलाके में तनाव बढ़ गया और इस जनजाति के लोग हमलावरों की पहचान की मांग कर रहे थे।
अधिकारी ने बताया, ‘‘झड़पों के बाद एहतियात के तौर पर चुराचांदपुर में कर्फ्यू लगा दिया गया है।’’
एक अन्य अधिकारी ने बताया,‘‘हमने चुराचांदपुर के पुलिस अधीक्षक से रिपोर्ट मिलने के बाद कर्फ्यू लगा दिया है। उस रिपोर्ट में कानून व्यवस्था के बिगड़ने की गंभीर आशंका जताई गई है।’’
पहले भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 163 के तहत जिले में निषेधाज्ञा लगा दी गयी थी।
अतिरिक्त जिलाधिकारी द्वारा जारी आदेश में कहा गया था,‘‘चुराचांदपुर के पुलिस अधीक्षक से रिपोर्ट मिली है जिसमें जिले में कानून व्यवस्था का उल्लंघन होने की आशंका जताई गयी है। फलस्वरूप विभिन्न समुदायों के बीच शांति और सौहार्द भंग हो सकता है तथा जान-माल की क्षति हो सकती है।’’
कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने से रोकने के लिए पांच या उससे अधिक व्यक्तियों के हथियार, डंडे, पत्थर आदि लेकर अनधिकृत रूप से एकत्र होने या जुलूस निकालने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है ।
पुलिस के अनुसार, हमले के विरोध में प्रदर्शनकारी दुकानें बंद कराने की कोशिश करते रहे और कुछ स्थानों से पथराव की भी खबरें हैं।
उन्होंने बताया कि पुरुष लाठी लेकर सड़कों पर घूमते नजर आये, हमार और ज़ोमी समुदायों के बीच झड़पों के कारण जिला मुख्यालय के कई इलाकों में पथराव हुआ।
अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय सुरक्षा बलों ने हस्तक्षेप किया और भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हवा में गोलियां चलाईं।
अधिकारियों के अनुसार, ‘हमार इनपूई’ (हमार जनजाति के शीर्ष संगठनों में से एक) के महासचिव रिचर्ड हमार पर जेनहांग लामका स्थित वीके मोंटेसरी परिसर में कुछ लोगों ने रविवार शाम साढ़े सात बजे हमला कर दिया।
हमार इनपूई संगठन ने इस हमले की कड़ी निंदा की और दोषियों को तुरंत सौंपने की मांग की। उसने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो वह ‘‘अपने तरीके से कार्रवाई करेगा।’’
सूत्रों के मुताबिक, रिचर्ड हमार एक वाहन चला रहे थे और उनकी कार एक दोपहिया वाहन से टकराने वाली थी। इस कारण दोनों पक्षों के बीच कहासुनी हुई, जो अंततः हमले में तब्दील हो गई।
रिचर्ड हमार पर हमले तथा हमार तथा ज़ोमी समुदायों के बीच झड़पों के बाद हमार ग्राम स्वयंसेवकों (एचवीवी) ने फ़ेरज़ावल और जिरीबाम जिलों में पूर्ण बंद रखा।
एक अपील में उपायुक्त धरुण कुमार एस. ने आश्वासन दिया कि स्थिति को सामान्य बनाने के लिए उचित कार्रवाई की जा रही है । उन्होंने समुदाय के सदस्यों से शांतिपूर्ण बातचीत की अपील की।
भाषा राजकुमार