उत्तराखंड: अग्रवाल के इस्तीफे ने मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलों को हवा दी
दीप्ति जितेंद्र
- 17 Mar 2025, 11:09 PM
- Updated: 11:09 PM
देहरादून, 17 मार्च (भाषा) उत्तराखंड सरकार में मंत्री पद से प्रेमचंद अग्रवाल के इस्तीफे के बाद मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलें तेज हो गयी हैं।
अग्रवाल के इस्तीफे के बाद प्रदेश मंत्रिमंडल में रिक्तियों की संख्या बढ़कर पांच हो गयी है।
विधानसभा में ‘पहाड़-मैदान’ को लेकर ‘अभद्र टिप्पणी’ करने के कारण पिछले तीन सप्ताह से विरोध का सामना कर रहे संसदीय कार्य एवं वित्त मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल ने रविवार को पद से इस्तीफा दे दिया था।
ऋषिकेश विधानसभा सीट से विधायक अग्रवाल की टिप्पणी को लेकर सोशल मीडिया से लेकर प्रदेश में सड़कों तक प्रदर्शन हुआ और उनके पुतले फूंके गए।
अग्रवाल द्वारा अपने बयान पर खेद व्यक्त करने और प्रदेश भाजपा नेतृत्व द्वारा उन्हें सार्वजनिक जीवन में संयम बरतने व उचित शब्दावली का प्रयोग करने की कड़ी हिदायत दिए जाने के बावजूद उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी रहे।
प्रदेश में वर्ष 2022 में भाजपा लगातार दूसरी बार सत्ता में आई थी और पुष्कर सिंह धामी सहित कुल नौ मंत्रियों ने शपथ ली थी।
संवैधानिक प्रावधानों के अनुसार, उत्तराखंड के मंत्रिमंडल में अधिकतम 12 सदस्य हो सकते हैं।
अप्रैल 2023 में समाज कल्याण एवं परिवहन मंत्री चंदन रामदास के निधन के बाद मंत्रिमंडल के सदस्यों की संख्या घटकर आठ रह गयी थी और अब अग्रवाल के इस्तीफे के बाद सिर्फ सात मंत्री रह गये हैं।
सूत्रों ने बताया कि अग्रवाल के इस्तीफे के बाद मंत्रिमंडल विस्तार की संभावना बहुत तेज हो गयी है क्योंकि अब प्रत्येक मंत्री के पास कई-कई मंत्रालयों का जिम्मा हो गया है।
भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने भी हाल में राज्य मंत्रिमंडल का विस्तार जल्द होने की संभावना जताई है।
भट्ट ने कहा कि उन्होंने इस मसले पर मुख्यमंत्री से चर्चा की है और सबका मानना है कि प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार के लिए यह अच्छा अवसर है।
भट्ट का यह बयान ऐसे समय पर आया है, जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के उत्तरकाशी दौरे के तत्काल बाद मुख्यमंत्री ने दिल्ली जाकर पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व से मुलाकात की और उन्होंने अग्रवाल की टिप्पणी के बाद प्रदेश के राजनीतिक हालात पर चर्चा की।
धामी के दिल्ली से लौटने के बाद अग्रवाल ने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री को सौंप दिया।
सूत्रों ने यहां बताया कि धामी मंत्रिमंडल का विस्तार करने से पहले पार्टी के केंद्रीय नेताओं की राय लेने के लिए फिर से दिल्ली जा सकते हैं।
अग्रवाल के इस्तीफे के एक दिन बाद सोमवार को राज्यपाल से धामी की मुलाकात ने मीडिया में मंत्रिमंडल विस्तार या फेरबदल की अटकलों को और तेज कर दिया।
इस बीच, अग्रवाल ने मंत्री पद से इस्तीफा देने के एक दिन बाद यहां यमुना कॉलोनी में स्थित अपना आवास खाली कर दिया।
देहरादून के डोइवाला क्षेत्र में वैश्य समाज ने अग्रवाल के समर्थन में अपनी दुकानें बंद रखीं और उनका त्यागपत्र स्वीकार न किए जाने की मांग को लेकर धरना दिया।
अग्रवाल बाद में डोईवाला में धरना स्थल पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों से अपनी दुकानें खोलने और विकसित उत्तराखंड के निर्माण में अपना योगदान देने की अपील की।
भाषा दीप्ति