महाकुंभ पर मोदी के बयान को लेकर विपक्ष का विरोध प्रदर्शन, भाजपा ने ‘औरंगजेब फैन क्लब’ का तंज कसा
ब्रजेन्द्र प्रशांत
- 18 Mar 2025, 07:17 PM
- Updated: 07:17 PM
नयी दिल्ली, 18 मार्च (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने महाकुंभ पर लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बयान को लेकर विपक्ष के विरोध प्रदर्शन पर मंगलवार को पलटवार किया और इस विशाल धार्मिक समागम में नहीं जाने के लिए उस पर ‘औरंगजेब फैन क्लब’ होने का तंज कसा।
भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि ये वही लोग हैं जो मुगल बादशाह की महानता की प्रशंसा करते नहीं थकते।
उन्होंने कहा कि वे प्रधानमंत्री मोदी द्वारा महाकुंभ की प्रशंसा को बर्दाश्त नहीं कर सके, जिसने इस ऐतिहासिक और अभूतपूर्व क्षण में भारतीयों को गर्व से भर दिया।
पार्टी के एक अन्य प्रवक्ता संबित पात्रा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाद्रा और अन्य विपक्षी नेताओं पर आरोप लगाया कि वे ऐसे किसी भी चीज की सराहना नहीं कर सकते, जिससे भारत के कद में इजाफा होता हो और जिससे समाज में एकता बढ़ती हो।
पुरी के सांसद ने कहा कि चाहे वह जी20 सम्मेलन हो या भारत की मजबूत अर्थव्यवस्था, इन नेताओं ने उनकी आलोचना की।
पात्रा ने अपनी बात को स्पष्ट करने के लिए कांग्रेस प्रवक्ता शमा मोहम्मद द्वारा भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा पर निशाना साधने का हवाला दिया, जबकि टीम अच्छा प्रदर्शन कर रही थी।
कांग्रेस ने उनके विवादास्पद बयान से दूरी बना ली थी।
पात्रा ने कहा कि मोदी ने महाकुंभ के भव्य आयोजन और भारत की आध्यात्मिकता के बारे में सदन में बात की। उन्होंने कहा कि सभी ने उनकी बात सुनी और उनकी प्रशंसा की।
त्रिवेदी ने कहा कि कुछ नेता हर चीज में नकारात्मकता खोजते हैं, भले ही वह महाकुंभ जितना भव्य और ऐतिहासिक मौका क्यों न हो।
उन्होंने कहा कि ये नेता भारतीय संस्कृति की महानता को कभी स्वीकार नहीं कर सके।
उन्होंने दावा किया कि ‘औरंगजेब फैन क्लब’ को छोड़कर सभी लोग इस विशाल धार्मिक कार्यक्रम में पहुंचे।
राज्यसभा सदस्य ने कहा कि सनातन धर्म के उन्मूलन के प्रति समर्पित लोगों को इसमें कुछ भी अच्छा नहीं लगा और वे राम मंदिर के उद्घाटन के बाद वहां भी नहीं गए।
विपक्षी नेताओं पर निशाना साधते हुए त्रिवेदी ने दावा किया कि उन्होंने क्षेत्र, भाषा और जाति के नाम पर समाज को बांटने का काम किया लेकिन संगम में करोड़ों श्रद्धालुओं ने जब डुबकी लगाई तो उनके सारे के सारे प्रयास व्यर्थ चले गए।
भाषा
ब्रजेन्द्र