भाजपा सांसदों ने प्रधानमंत्री मोदी की तुलना राजा भगीरथ से की
वैभव माधव
- 19 Mar 2025, 05:04 PM
- Updated: 05:04 PM
नयी दिल्ली, 19 मार्च (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दो सांसदों ने
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तुलना राजा भगीरथ से करते हुए बुधवार को लोकसभा में कहा कि धरती पर गंगा के अवतरण की तरह ही प्रधानमंत्री देश के हर घर में नल से जल पहुंचा रहे हैं।
भाजपा सांसद जगदंबिका पाल और राजकुमार चाहर ने लोकसभा में 2025-26 के लिए जलशक्ति मंत्रालय के नियंत्रणाधीन अनुदान की मांगों पर चर्चा में भाग लेते हुए प्रधानमंत्री मोदी को ‘आधुनिक भगीरथ’ की संज्ञा दी।
जगदंबिका पाल ने कहा कि जिस तरह राजा भगीरथ गंगा नदी को धरती पर लाए थे, उसी तरह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हर घर में नल से जल पहुंचाने का काम किया है और आने वाले समय में पूरा देश तथा दुनिया उन्हें ‘आधुनिक भगीरथ’ के रूप में देखेगी।
वहीं, चाहर ने कहा कि उन्होंने भगीरथ को नहीं देखा, लेकिन आज उनके क्षेत्र के लोग कहते हैं कि वर्तमान समय के भगीरथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हैं।
पाल ने कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में नरेन्द्र मोदी ने राज्य में जल संकट को दूर करने के लिए जो प्रयास किए थे, उसी तरह के संकल्प के साथ उन्होंने जलशक्ति मंत्रालय बनाया और ‘‘आने वाले समय में देश के किसी भी राज्य में पानी की कमी नहीं रहेगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘गंगा नदी को धरती पर अवतरित करने के लिए राजा भगीरथ ने अथक तपस्या की थी। आने वाले दिनों में पूरा देश नहीं दुनिया मानेगी कि भारत के हर घर में नल से जल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पहुंचाया। आज निश्चित रूप से (मोदी को) पूरा देश और दुनिया आधुनिक भगीरथ के रूप में देखेगी।’’
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ‘हर घर को जल, हर खेत को पानी’ के सपने को वास्तविकता के धरातल पर उतारेगी।
भाजपा सांसद ने कहा कि दुनिया की 18 प्रतिशत आबादी वाले भारत को विश्व का केवल चार प्रतिशत स्वच्छ जल उपलब्ध है, ऐसे में पानी की व्यवस्था करने के लिए यह सरकार लगातार प्रयासरत है।
उन्होंने कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए मोदी ने सौराष्ट्र नर्मदा अवतरण योजना, सुजलां सुफलां योजना और सरदार सरोवर योजना जैसी परियोजनाओं से गुजरात के विभिन्न जिलों को सूखा मुक्त कराया।
पाल ने कहा, ‘‘मोदी ने मुख्यमंत्री के रूप में गुजरात में जलक्रांति लाने का काम किया है। प्रधानमंत्री बनने के बाद भी वह उसी संकल्प के साथ काम कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि जल शक्ति मंत्रालय का बजट 2024-25 के लिए 51,800 करोड़ रुपये है जिसे आगामी वित्त वर्ष के लिए 93 प्रतिशत वृद्धि के साथ 99,503 करोड़ किया गया है जो एक अभूतपूर्व उपलब्धि है।
उन्होंने कहा कि हर घर में नल से जल की परिकल्पना को साकार करने के लिए जल जीवन मिशन का बजट पिछली बार से 195 प्रतिशत वृद्धि के साथ 67 हजार करोड़ रुपये किया गया है।
पाल ने कहा कि इसी तरह कृषि सिंचाई योजना के लिए बजट में 25 प्रतिशत, नमामि गंगे परियोजना के तहत 20 प्रतिशत और अटल भूजल योजना के तहत बजट में 197 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है।
उन्होंने नदी जोड़ो परियोजना का जिक्र करते हुए दावा किया कि यह परिकल्पना 161 साल पुरानी है और अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने इस पर काम शुरू किया था, लेकिन कांग्रेस नीत संप्रग के दस साल के कार्यकाल में इसे गंभीरता से नहीं लिया गया और यह परियोजना ठंडे बस्ते में चली गई।
उन्होंने हर घर में नल से जल पहुंचाने की योजना का उल्लेख करते हुए आरोप लगाया कि झारखंड, केरल और पश्चिम बंगाल राज्य इस मामले में सबसे पीछे हैं।
भाजपा सांसद ने कहा कि पीएम कृषि सिंचाई परियोजना के तहत प्रधानमंत्री मोदी की सरकार ने देश की 99 प्रमुख सिंचाई परियोजनाओं में से 62 को पूरा कर लिया है।
भाजपा सांसद चाहर ने कहा कि उनके क्षेत्र फतेहपुर सीकरी में अब नल से गंगाजल की आपूर्ति हो रही है।
चाहर का कहना था कि मुगल शासक अकबर के समय फतेहपुर सीकरी मुगल साम्राज्य की राजधानी होती थी, लेकिन अकबर वहां से चला गया क्योंकि पानी की कमी थी।
उन्होंने कहा कि लंबे समय तक फतेहपुर सीकरी में जलसंकट का समाधान नहीं हो सका था।
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने भगीरथ को देखा नहीं है, सिर्फ सुना है। मेरे देश की जनता कह रही है कि यदि आज कोई भगीरथ है तो वह प्रधानमंत्री मोदी जी हैं।’’
चर्चा में भाग लेते हुए कांग्रेस सांसद मोहम्मद जावेद ने आरोप लगाया कि नल से जल की योजना विफल हुई है।
उनका कहना था कि कई जगहों पर नल है, लेकिन जल नहीं है।
भाषा हक वैभव
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