सौरभ हत्याकांड : प्यार, धोखे और हत्या की दास्तां
सं सलीम जितेंद्र
- 20 Mar 2025, 12:20 AM
- Updated: 12:20 AM
मेरठ, 19 मार्च (भाषा) उत्तर प्रदेश के मेरठ का रहने वाला 29 वर्षीय सौरभ राजपूत 24 फरवरी को अपनी पत्नी के जन्मदिन के मौके पर लंदन से यहां अपने घर लौट तो उसे इस बात का जरा भी अंदाजा नहीं था कि उसकी जीवनसाथी ने उसकी हत्या की साजिश रची हुई है।
सौरभ की पत्नी मुस्कान रस्तोगी (27) और उसके प्रेमी साहिल शुक्ला (25) ने पहले चाकू से हमला कर उसकी हत्या की और बाद में शव के टुकड़े कर उसे एक ड्रम के अंदर रख सीमेंट से सील कर दिया।
इस जघन्य कृत्य को सौरभ की पत्नी ने अंजाम दिया।
इस साजिश और धोखे का खुलासा तब हुआ जब मुस्कान और साहिल को बुधवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर मीडिया के सामने पेश किया।
अपने पति की बेरहमी से हत्या करने के बावजूद मुस्कान मांग में सिंदूर लगाकर मीडिया के सामने खड़ी थी।
सिंदूर किसका है, यह पूछे जाने पर मुस्कान चुप रही।
पुलिस अधिकारियों ने दावा किया कि बेहोश करने वाली दवाएं खरीदने से लेकर चाकू से हमला करने और यहां तक कि शव को ठिकाने लगाने के लिए जगह की तलाश करने तक मुस्कान और साहिल ने सौरभ की हत्या की योजना बड़ी होशियारी से बनाई।
उन्होंने बताया कि मुस्कान और साहिल पहले से ही एक दूसरे को जानते थे और बाद में 2019 में एक स्कूल व्हाट्सएप ग्रुप बनने से एक बार फिर वह एक दूसरे के संपर्क में आए।
अधिकारियों ने बताया कि दोस्ती से शुरू हुआ यह रिश्ता जल्द ही प्रेम-प्रसंग में बदल गया।
विदेश में काम करने वाले सौरभ के कई-कई महीनों के बाद घर आने की वजह से मुस्कान और साहिल के संबंध और मजबूत हो गये।
पुलिस के अनुसार, मुस्कान और साहिल को एक-दूसरे के करीब लाने में मादक पदार्थों की भी भूमिका रही होगी।
पुलिस अधीक्षक (एसपी) आयुष विक्रम सिंह ने बताया, “परिवार के सदस्यों के अनुसार, साहिल मादक पदार्थ का इस्तेमाल करता था और मुस्कान के साथ भी साझा करता था। हम मामले के इस पहलू की जांच कर रहे हैं।”
इस प्रेम-प्रसंग के कारण मुस्कान ने सौरभ को छोड़ने और साहिल से शादी करने की योजना बनाई।
पुलिस सूत्रों ने खुलासा किया कि मुस्कान और साहिल ने सौरभ को अपने रिश्ते में बाधा के रूप में देखा और उसे जान से मारने का फैसला किया।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया, “प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि मुस्कान और साहिल ने पति को बाधा माना और उसकी हत्या की साजिश रची।”
सूत्रों के मुताबिक, यह साजिश पहली बार पिछले वर्ष नवंबर में रची गई थी और साहिल ने इसमें साथ देने का इरादा जाहिर किया।
सूत्रों ने बताया कि फरवरी में सौरभ को भारत लौटना था और तभी इस खतरनाक साजिश को अंजाम देने का इरादा किया गया।
सूत्रों ने खुलासा किया कि मुस्कान ने लंबे ब्लेड वाले दो चाकू खरीदे और दुकानदार से कहा कि वह इनका इस्तेमाल चिकन काटने के लिए करेगी।
सूत्रों के मुताबिक, मुस्कान ने स्थानीय दवा की दुकान से प्रतिबंधित दवाएं खरीदी और दुकानदार को बताया कि वह तनाव से राहत पाने के लिए इन दवाओं इस्तेमाल करेगी।
सूत्रों ने बताया कि 25 फरवरी को सौरभ की हत्या की पहली कोशिश की गई लेकिन वह नाकाम रही।
सूत्रों के मुताबिक, सौरभ को प्रतिबंधित दवा खिलाई गई लेकिन वह बेहोश नहीं हुआ लेकिन चार मार्च को यह तरकीब काम कर गयी।
सूत्रों ने बताया कि फिर मुस्कान ने साहिल के साथ मिलकर सौरभ की चाकू घोंपकर हत्या कर दी और अपराध को छिपाने के प्रयास में शव के टुकड़े-टुकड़े कर दिए।
सूत्रों के मुताबिक, हत्या से पहले ही मुस्कान ने अपनी छह वर्षीय बेटी को उसकी दादी के घर भेज दिया था।
पुलिस अधीक्षक सिंह ने बताया, “शुरुआत में मुस्कान और साहिल की योजना किसी जगह पर शव के अंगों को ठिकाने लगाने की थी लेकिन दोनों ने अंततः इसे एक बड़े नीले ड्रम में सीमेंट और रेत भरकर रखने का फैसला किया।”
उन्होंने बताया कि दोनों (मुस्कार और साहिल) 17 मार्च को मेरठ लौटने से पहले अपनी पहचान छिपाने के प्रयास में हिमाचल प्रदेश चले गए और अगले ही दिन सौरभ के परिवार की शिकायत के बाद पुलिस ने संदेह के आधार पर दोनों को हिरासत में ले लिया।
अधिकारी ने बताया कि घर में रखे नीले ड्रम से सौरभ के कटे हुए अंग बरामद होने के बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया।
उन्होंने बताया कि अदालत में पेश होने के बाद मुस्कान और साहिल को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
बुधवार को अदालत से बाहर ले जाते समय वकीलों के एक समूह ने मुस्कान और साहिल को घेर कर उन पर हमला कर दिया और उनकी पिटाई की।
पुलिसकर्मियों ने मुश्किल से उन्हें वकीलों के चंगुल से छुड़ाकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।
मुस्कान के माता-पिता कविता और प्रमोद रस्तोगी ने हत्या में अपनी बेटी की संलिप्तता पर सख्त नाराजगी जाहिर करते हुए सौरभ और उसके परिवार को न्याय दिलाने की मांग की।
कविता ने संवाददाताओं से कहा, “अगर वह कभी पैदा ही नहीं होती तो बेहतर होता।”
मुस्कान के पिता प्रमोद रस्तोगी ने इस घटना की कड़ी निंदा की और मुस्कान व उसके प्रेमी दोनों के लिए मौत की सजा की मांग की।
प्रमोद ने दुख और गुस्से से भरी आवाज में कहा, ‘‘सौरभ ने मुस्कान के लिए अपनी नौकरी और परिवार सहित सब कुछ छोड़ दिया लेकिन आखिरकार उसने उसकी जान ले ली। मुस्कान ने जीने का अधिकार खो दिया है।”
भाषा सं सलीम