अमृतपाल सिंह के सात सहयोगियों को असम से पंजाब ले जाएगी पुलिस
सिम्मी नरेश
- 20 Mar 2025, 12:56 PM
- Updated: 12:56 PM
डिब्रूगढ़ (असम), 20 मार्च (भाषा) पंजाब पुलिस खालिस्तान समर्थक कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल सिंह के सात सहयोगियों को बृहस्पतिवार को असम से पंजाब ले जाएगी। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अमृतपाल सिंह के इन सात सहयोगियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत आरोप वापस लिए जाने के बाद उन्हें असम के डिब्रूगढ़ केंद्रीय कारागार से रिहा कर दिया गया था जिसके बाद पंजाब पुलिस ने एक अन्य मामले में उन्हें फिर से गिरफ्तार कर लिया था।
पंजाब पुलिस ने 2023 में अमृतसर के बाहरी इलाके में एक पुलिस थाने पर हमला करने के आरोप में उन्हें फिर से गिरफ्तार किया और यहां एक स्थानीय अदालत से ‘ट्रांजिट रिमांड’ हासिल की।
पुलिस के एक अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘सातों लोगों को कड़ी सुरक्षा के बीच हवाई मार्ग के जरिए पंजाब ले जाया जाएगा। पंजाब पुलिस ने उनकी ‘ट्रांजिट रिमांड’ हासिल कर ली है और अब डिब्रूगढ़ केंद्रीय कारागार से कानूनी स्थानांतरण प्रक्रिया पूरी की जा रही है।’’
पंजाब पुलिस का 25 सदस्यीय दल पिछले कुछ दिनों से डिब्रूगढ़ में डेरा डाले हुए है ताकि वारिस पंजाब दे (डब्ल्यूपीडी) के नेता के उन सहयोगियों को स्थानांतरित किया जा सके, जो सिंह के साथ लगभग दो साल से यहां जेल में थे।
अधिकारी ने कहा, ‘‘उन्हें दो अलग-अलग वाणिज्यिक उड़ानों से पंजाब ले जाया जाएगा। उनमें से तीन को पहले ही मोहनबाड़ी हवाई अड्डे पर लाया जा चुका है, जहां से वे इंडिगो की उड़ान से आगे की यात्रा करेंगे। यह उड़ान शीघ्र ही रवाना होने वाली है।’’
उन्होंने बताया कि शेष चार को भी बाद में दिन में एक अलग उड़ान से भेजा जाएगा।
अमृतपाल के जिन साथियों को पंजाब ले जाया जा रहा है उनमें कुलवंत सिंह, हरजीत सिंह, गुरिंदर पाल सिंह, गुरमीत सिंह, भगवंत सिंह उर्फ प्रधान मंत्री बाजेके, दलजीत सिंह कलसी और बसंत सिंह शामिल हैं।
रासुका के तहत हिरासत की अवधि समाप्त होने के कारण इन सभी को पिछले तीन दिन के दौरान डिब्रूगढ़ जेल से समूहों में रिहा किया गया है।
अधिकारी ने बताया कि अमृतपाल के सहयोगियों की रिहाई के बाद पंजाब पुलिस ने उन्हें फिर से गिरफ्तार कर लिया और डिब्रूगढ़ की अदालत में पेश किया और ‘ट्रांजिट रिमांड’ का अनुरोध किया।
पुलिस अधीक्षक हरिंदर सिंह गिल के नेतृत्व में पंजाब पुलिस का दल स्थानांतरण की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए डिब्रूगढ़ में कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने में लगा है।
अधिकारी ने बताया कि अमृतपाल सिंह सहित जेल में बंद शेष तीन लोगों को भी 2025 के मध्य तक स्थानांतरित किए जाने की संभावना है।
अमृतपाल समेत खालिस्तान समर्थक संगठन के 10 सदस्यों को मार्च 2023 में डिब्रूगढ़ केंद्रीय कारागार में रखा गया। उन्हें संगठन पर कार्रवाई के बाद पंजाब के विभिन्न हिस्सों से रासुका के तहत गिरफ्तार किया गया था।
अमृतपाल ने 2024 का लोकसभा चुनाव निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में लड़ा था और खडूर साहिब सीट से जीत दर्ज की थी।
पिछले साल अमृतपाल और उसके नौ साथियों की रासुका के तहत हिरासत एक साल के लिए बढ़ा दी गई थी।
भाषा सिम्मी