जरूरत पड़ी तो बुलडोजर चलाया जाएगा : मुख्यमंत्री फडणवीस ने नागपुर हिंसा पर कहा
शफीक दिलीप
- 22 Mar 2025, 08:30 PM
- Updated: 08:30 PM
(तस्वीरों के साथ)
नागपुर, 22 मार्च (भाषा) नागपुर हिंसा को लेकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने शनिवार को कहा कि यदि आवश्यक हुआ तो बुलडोजर चलाया जाएगा।
उनसे जब यह पूछा गया कि क्या नागपुर में हिंसा करने वालों पर ‘उत्तर प्रदेश की शैली’ में कार्रवाई की जाएगी, तो उन्होंने यह टिप्पणी की।
फडणवीस ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार नागपुर हिंसा के दौरान क्षतिग्रस्त हुई संपत्तियों की कीमत दंगाइयों से वसूलेगी और भुगतान नहीं करने पर उनकी संपत्तियों को जब्त कर बेचा जाएगा।
यह पूछे जाने पर कि क्या उत्तर प्रदेश की तर्ज पर नागपुर में भी दंगाइयों के खिलाफ ‘बुलडोजर कार्रवाई’ की जाएगी, फडणवीस ने कहा, ‘‘महाराष्ट्र सरकार की काम करने की अपनी शैली है...जब आवश्यक होगा, बुलडोजर चलाया जाएगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जहां भी गलत चीजें हो रही हैं, उन्हें कुचल दिया जाएगा। किसी भी (अपराधी) को बख्शा नहीं जाएगा।’’
उन्होंने कहा कि हिंसा के दौरान पुलिस अधिकारियों पर हमला करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। फडणवीस ने कहा कि इस घटना को ‘खुफिया विफलता’ नहीं कहा जा सकता, लेकिन खुफिया जानकारी (एकत्रीकरण) बेहतर हो सकती थी। उन्होंने कहा, ‘‘पुलिस सतर्क रहेगी। हम किसी भी तरह की अशांति बर्दाश्त नहीं करेंगे।’’
फडणवीस ने कहा कि सीसीटीवी कैमरों की फुटेज का विश्लेषण करने के बाद अब तक 104 दंगाइयों की पहचान की गई है और कानून के अनुसार 12 नाबालिगों सहित 92 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है।
छत्रपति संभाजीनगर जिले में स्थित मुगल बादशाह औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग को लेकर विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और बजरंग दल के नेतृत्व में हुए प्रदर्शन के दौरान पवित्र आयत लिखी चादर जलाए जाने की अफवाहों के बीच हिंसक भीड़ ने सोमवार शाम नागपुर के कई इलाकों में पथराव और आगजनी की घटनाओं को अंजाम दिया था।
हिंसा के परिणामस्वरूप शहर के कई हिस्सों में बड़े पैमाने पर पथराव और आगजनी हुई, जिसमें पुलिस उपायुक्त स्तर के तीन अधिकारियों सहित 33 पुलिसकर्मी घायल हो गए।
फडणवीस ने कहा कि मध्य नागपुर के इलाकों में सोमवार को हुई हिंसा के कारण 30 मार्च को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का निर्धारित दौरा प्रभावित नहीं होगा।
गृह विभाग का प्रभार संभाल रहे फडणवीस ने कहा, ‘‘नागपुर हिंसा के दौरान क्षतिग्रस्त हुई संपत्तियों की कीमत दंगाइयों से वसूली जाएगी और भुगतान न करने पर नुकसान की भरपाई के लिए उनकी संपत्तियों को जब्त कर बेचा जाएगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मेरी सरकार तब तक चैन से नहीं बैठेगी, जब तक पुलिस पर हमला करने वाले तत्वों का पता नहीं चल जाता और उनसे सख्ती से निपटा जाएगा।’’
उन्होंने कहा कि नागपुर में स्थिति अब शांत है और कुछ इलाकों में लगाए गए कर्फ्यू में ढील देने के प्रयास किए जा रहे हैं।
फडणवीस ने कहा, ‘‘दंगे शहर के कुछ हिस्सों में ही भड़के, जबकि नागपुर का 80 प्रतिशत हिस्सा प्रभावित नहीं हुआ।’’
उन्होंने कहा कि पीड़ितों के लिए मुआवजे का वितरण जल्द ही शुरू हो जाएगा और स्थिति को बिगाड़ने वाले 68 सोशल मीडिया पोस्ट की पहचान कर उन्हें हटा दिया गया है।
फडणवीस ने कहा कि भड़काऊ सामग्री प्रसारित करने वालों पर हिंसा भड़काने में भूमिका के लिए उन्हें सह-आरोपी बनाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि दंगों में विदेशी या बांग्लादेशी हाथ होने के बारे में टिप्पणी करना अभी जल्दबाजी होगी, क्योंकि जांच जारी है।
उन्होंने कहा, ‘‘हिंसा का कोई राजनीतिक पहलू नहीं है।’’
फडणवीस ने कहा कि इस घटना को ‘‘खुफिया विफलता’’ नहीं कहा जा सकता, लेकिन इसे (खुफिया जानकारी एकत्रित करना) बेहतर तरीके से किया जा सकता था।
उन्होंने कहा कि दंगाइयों ने महिला कांस्टेबलों पर पत्थर फेंके थे। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘उनके (महिला कांस्टेबल) साथ छेड़छाड़ नहीं की गई।’’
भाषा शफीक