केरल के मुख्यमंत्री की बेटी के खिलाफ एसएफआईओ की कार्रवाई राजनीति से प्रेरित : माकपा
सिम्मी सुरेश
- 04 Apr 2025, 05:16 PM
- Updated: 05:16 PM
तिरुवनंतपुरम/मदुरै/कोच्चि, चार अप्रैल (भाषा) गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय (एसएफआईओ) द्वारा केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन की बेटी को ‘‘अवैध भुगतान’’ घोटाले में नामजद किए जाने की खबरों के एक दिन बाद मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) शुक्रवार को उनके बचाव में आगे आई और इसे ‘‘राजनीति से प्रेरित’’ बताया।
इस बीच, कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेताओं ने पिनराई विजयन के इस्तीफे की मांग दोहराई।
माकपा पोलित ब्यूरो समन्वयक प्रकाश करात, पार्टी की केरल इकाई के सचिव एम वी गोविंदन और राज्य मंत्रियों पी राजीव एवं के एन बालगोपाल ने एसएफआईओ की कार्रवाई को ‘‘राजनीति से प्रेरित’’ करार दिया।
उन्होंने कहा कि यह मुख्यमंत्री को निशाना बनाकर पार्टी की छवि धूमिल करने का भी एक प्रयास है और इसलिए ‘‘इससे कानूनी और राजनीतिक दोनों तरह से निपटा जाएगा।’’
गोविंदन ने यह भी कहा कि पार्टी और विजयन को निशाना बनाने के ऐसे प्रयासों के पीछे कांग्रेस, भाजपा, एसडीपीआई (सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया), जमात-ए-इस्लामी आदि का ‘‘इंद्रधनुषी गठबंधन’’ है।
मुख्यमंत्री विजयन इस समय मदुरै में हैं। न तो मुख्यमंत्री और न ही उनकी बेटी ने उन रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया दी है, जिनमें जांच में यह पाए जाने का दावा किया गया है कि वीना ने कोई सेवा प्रदान किए बिना एक निजी खनन कंपनी से 2.70 करोड़ रुपये प्राप्त किए थे।
दूसरी ओर, कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) ने तर्क दिया कि यह मुद्दा ‘‘राजनीति से प्रेरित’’ नहीं है और यह एक गंभीर मामला है।
कांग्रेस महासचिव के. सी. वेणुगोपाल ने दिल्ली में संवाददाताओं से कहा कि यह एक गंभीर मुद्दा है और केरल प्रदेश कांग्रेस समिति (केपीसीसी) के प्रमुख के. सुधाकरन एवं राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता वी. डी. सतीशन द्वारा की गई विजयन के इस्तीफे की मांग ‘‘उचित’’ है।
उन्होंने कहा, ‘‘अगर उनमें कोई नैतिकता है तो उन्हें इन परिस्थितियों में नैतिक आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए। यह एक तथ्य है कि मुख्यमंत्री की बेटी की कंपनी ने बिना कोई सेवा दिए पैसे प्राप्त किए, इसलिए इसे राजनीति से प्रेरित बताकर इसे दरकिनार नहीं किया जा सकता है।’’
सतीशन ने भी कोच्चि के पास उत्तरी पारावुर में संवाददाताओं से बातचीत में इसी तरह के विचार व्यक्त किए।
उन्होंने एसएफआईओ की कार्रवाई के राजनीति से प्रेरित होने के माकपा के दावों को खारिज कर दिया और नैतिक आधार पर मुख्यमंत्री के ‘‘तत्काल इस्तीफे’’ की एक बार फिर मांग की।
उन्होंने कहा, ‘‘अगर यह राजनीतिक मामला होता तो केंद्र और संघ परिवार मुख्यमंत्री को बचाते।’’
कांग्रेस के विधायक मैथ्यू कुझालनदान निजी खनन कंपनी ‘कोचीन मिनरल्स एंड रूटाइल लिमिटेड’ (सीएमआरएल) और मुख्यमंत्री की बेटी टी वीना की अब बंद हो चुकी आईटी कंपनी ‘एक्सालॉजिक’ के बीच कथित वित्तीय लेन-देन को उजागर करने वाले पहले व्यक्ति थे।
कुझालनदान ने विजयन के खिलाफ भ्रष्टाचार के अपने आरोपों को दोहराया।
उन्होंने दावा किया कि वह दिन दूर नहीं जब मुख्यमंत्री अपनी बेटी की तरह एसएफआईओ जांच में आरोपी के रूप में स्वयं नामजद होंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि उच्च न्यायालय ने सतर्कता अदालत की इस टिप्पणी को खारिज कर दिया कि मुख्यमंत्री के खिलाफ उनकी शिकायत राजनीति से प्रेरित थी।
भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष राजीव चंद्रशेखर ने भी विजयन के इस्तीफे की अपनी मांग दोहराई।
चंद्रशेखर ने ‘फेसबुक’ पर एक ‘पोस्ट’ में लिखा कि चूंकि एसएफआईओ को वीना पर मुकदमा चलाने की अनुमति दे दी गई है इसलिए मुख्यमंत्री को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि अगर केरल को आगे बढ़ना है तो भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद की राजनीति खत्म होनी चाहिए।
इससे पहले, केरल के विधि मंत्री पी राजीव ने कहा था कि तीन सतर्कता अदालतों और केरल उच्च न्यायालय ने पहले ही कह दिया है कि निजी खनन कंपनी ‘कोचीन मिनरल्स एंड रूटाइल लिमिटेड’ (सीएमआरएल) और वीना की अब बंद हो चुकी आईटी (सूचना प्रौद्योगिकी) कंपनी ‘एक्सालॉजिक’ के बीच कथित वित्तीय लेनदेन के संबंध में भ्रष्टाचार का कोई सबूत नहीं है।
एसएफआईओ की यह कथित कार्रवाई केरल उच्च न्यायालय द्वारा कुझालनदान की उस याचिका को खारिज किए जाने के लगभग एक सप्ताह बाद की गई है, जिसमें उन्होंने सीएमआरएल और एक्सालॉजिक के बीच कथित वित्तीय लेन-देन को लेकर विजयन के खिलाफ सतर्कता जांच किए जाने का अनुरोध किया था।
भाषा सिम्मी