मुंदूर हाथी हमले के मामले में जांच से पता चलेगा कि कहीं कोई चूक तो नहीं हुई: मंत्री
यासिर रंजन
- 07 Apr 2025, 04:08 PM
- Updated: 04:08 PM
पलक्कड (केरल), सात अप्रैल (भाषा) केरल के वन मंत्री ए. के. ससींद्रन ने मुंदूर में जंगली हाथी के हमले के मामले की जांच करवाने की घोषणा की है, जिससे यह पता लगाया जा सके कि क्या इस हमले में वन विभाग के अधिकारियों से कोई चूक तो नहीं हुई थी।
जंगली हाथी के हमले से रविवार को यहां एक युवक की मौत हो गई थी।
मंत्री ए.के.ससींद्रन ने सोमवार को पत्रकारों से वार्ता में कहा कि अगर कोई चूक पाई गई तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा, ‘‘निवारक उपाय पहले से ही लागू हैं, लेकिन हाथी ने सौर बाड़ को तोड़ दिया और दो या तीन जंगली हाथी आवासीय क्षेत्र में घुस आए।’’
मंत्री ने कहा कि स्थिति का आकलन करने के लिए जिलाधिकारी और वन अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की गई जबकि जिलाधिकारी से रिपोर्ट मांगी गई है।
मंत्री ने कहा कि वन अधिकारियों ने उन स्थानों की पहचान कर ली है जहां हाथी फिलहाल डेरा डाले हुए हैं।
जिस क्षेत्र में हाथी का हमला हुआ, वहां पहले भी ऐसी घटनाएं सामने आ चुकी हैं और एहतियाती उपाय किए जा चुके हैं।
मंत्री ने कहा, ‘‘हालांकि जंगली जानवरों के हमलों को रोकने के लिए कई उपाय अपनाए गए हैं, लेकिन यह स्पष्ट है कि अभी तक कोई उल्लेखनीय सुधार नहीं हुआ है।’’
उन्होंने यह भी कहा कि जंगली जानवरों से उत्पन्न खतरे से निपटने के लिए ‘हाथी-बाड़’ के नाम से एक वैकल्पिक उपाय भी किया गया है।
ससींद्रन ने कहा कि इस पद्धति को फिलहाल वायनाड में दो स्थानों पर आजमाया जा रहा है।
कयारामकोडु निवासी एलन (25) की रविवार रात मुन्नार में जंगली हाथी के हमले में मौत हो गई।
इस घटना में उनकी मां विजी गंभीर रूप से घायल हो गईं और फिलहाल उनका त्रिशूर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज किया जा रहा है।
यह हमला रात करीब आठ बजे उस समय हुआ, जब मां और बेटा घर अपने घर जा रहे थे। मौके पर पहुंचे स्थानीय लोग उन्हें अस्पताल ले गए, लेकिन एलन की मौत हो गई।
इस घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सत्तारूढ़ माक्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने मुंदुर क्षेत्र में हड़ताल का आह्वान किया है और आरोप लगाया है कि जंगली हाथियों के मुंदूर-कायारामकोडु क्षेत्र में शरण लेने के बाद भी वन विभाग जनता को सचेत करने में विफल रहा।
इस बीच, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पलक्कड़ जिला समिति ने डीएफओ कार्यालय के सामने धरना दिया।
भाषा यासिर