कश्मीर: ईंधन की कीमत और बस किराए में बढ़ोतरी के विरोध में भाजपा विधायक साइकिल से विधानसभा पहुंचे
यासिर सुरेश
- 07 Apr 2025, 04:31 PM
- Updated: 04:31 PM
जम्मू, सात अप्रैल (भाषा) जम्मू कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा ईंधन की कीमतों में वृद्धि करने और ई-बस किराये में बढ़ोतरी किए जाने के विरोध में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक सुरिंदर कुमार भगत सोमवार को साइकिल पर सवार होकर विधानसभा पहुंचे।
मढ़ से विधायक भगत ने केंद्र शासित प्रदेश सरकार पर अप्रैल से महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा की घोषणा करके जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया, जबकि यहां ई-बस के किराये में सात प्रतिशत तक की वृद्धि कर दी गई, पेट्रोल की कीमत एक रुपये प्रति लीटर बढ़ाई गई तथा डीजल के दाम दो रुपये प्रति लीटर बढ़ाए गये हैं।
भाजपा विधायक ने दो तख्तियां पकड़ी हुई थीं, जिन पर लिखा था, ‘‘ई-बस का किराया सात प्रतिशत बढ़ा, पेट्रोल-डीजल महंगा हुआ। सरकार का दोहरा मापदंड- एक हाथ से देना और दूसरे हाथ से वापस लेना।’’
भगत ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘मैंने नेशनल कॉन्फ्रेंस सरकार की नीतियों के खिलाफ प्रतीकात्मक विरोध के तौर पर बख्शी नगर से विधानसभा परिसर तक साइकिल की सवारी की। ऐसा लगता है कि जम्मू कश्मीर के लोगों का ‘अप्रैल फूल’ बनाया जा रहा है।’’
भाजपा नेता ने कहा, ‘‘पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी से मैं बहुत निराश हूं। इसका सीधा असर आम लोगों पर पड़ रहा है। सरकार ने परिवहन शुल्क में सात प्रतिशत की वृद्धि की है। उनकी कथनी और करनी में स्पष्ट अंतर है। मैं चाहता हूं कि इस मुद्दे को गंभीरता से लिया जाए।’’
विधायक ने सरकार पर लोगों से झूठे और खोखले वादे करने का आरोप लगाया और दावा किया कि उन्होंने वाहवाही पाने के लिए महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा की घोषणा की है, जबकि हकीकत में महिलाओं को सड़कों पर इंतजार करने के लिए मजबूर होना पड़ता है।
उन्होंने ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी और ई-बस किराये में वृद्धि को तत्काल वापस लेने की मांग की।
इस बीच, जम्मू कश्मीर विधानसभा में अध्यक्ष अब्दुल रहीम राथर ने नेकां और उसके सहयोगियों ने वक्फ (संशोधन) अधिनियम पर चर्चा के लिए लाए गए प्रस्ताव को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि मामला न्यायालय में विचाराधीन है, जिससे हंगामे के बीच विधानसभा की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई।
भाषा यासिर