वैश्विक उथल-पुथल के बीच रुपया 42 पैसे टूटकर 86.68 प्रति डॉलर पर बंद
राजेश राजेश प्रेम
- 09 Apr 2025, 08:54 PM
- Updated: 08:54 PM
मुंबई, नौ अप्रैल (भाषा) अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में बुधवार को लगातार चौथे कारोबारी सत्र में गिरावट जारी रही और रुपया 42 पैसे लुढ़ककर 86.68 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
वैश्विक स्तर पर सीमा शुल्क को लेकर तनाव बढ़ने से रुपये में गिरावट आई है। हालांकि, भारतीय रिजर्व बैंक ने वृद्धि को बढ़ावा देने के उपाय के तौर पर प्रमुख ब्याज दर में 0.25 प्रतिशत की कटौती की है।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि कच्चे तेल की कीमतों में रिकॉर्ड गिरावट और अमेरिकी मुद्रा के कमजोर रुख के बावजूद विदेशी पूंजी की लगातार निकासी और घरेलू शेयर बाजारों की सुस्त धारणा से भारतीय मुद्रा दबाव में रही।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 86.52 प्रति डॉलर पर खुला। कारोबार के दौरान रुपये ने डॉलर के मुकाबले 86.47 के उच्च और 86.76 के निचले स्तर का छुआ।
रुपया अत्यधिक उतार-चढ़ाव भरे कारोबार के बाद 86.68 प्रति डॉलर पर बंद हुआ, जो पिछले बंद भाव से 42 पैसे की गिरावट है।
रुपया मंगलवार को 50 पैसे टूटकर 86.26 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। यह 13 जनवरी को 66 पैसे लुढ़कने के बाद एक दिन में आई सबसे बड़ी गिरावट थी।
इसके पहले के दो सत्रों में भी रुपये ने डॉलर के मुकाबले क्रमशः 32 पैसे और 14 पैसे का नुकसान झेला था।
इस तरह चार कारोबारी सत्रों में ही रुपया डॉलर के मुकाबले 104 पैसे का भारी नुकसान झेल चुका है।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ शोध विश्लेषक दिलीप परमार ने कहा, ‘‘मुख्य रूप से विदेशी कोषों की निकासी के कारण भारतीय रुपया अन्य एशियाई मुद्राओं के बीच सबसे खराब प्रदर्शन करने वाली मुद्रा के रूप में उभरा है। रुपये का खराब प्रदर्शन जोखिम लेने की कमजोर धारणा और केंद्रीय बैंक के नरम रुख के बावजूद देखा जा रहा है।’’
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.68 प्रतिशत की गिरावट के साथ 102.25 पर रहा।
अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड वायदा कारोबार में 4.33 प्रतिशत की गिरावट के साथ 60.10 डॉलर प्रति बैरल के रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गया।
घरेलू शेयर बाजारों में बीएसई सेंसेक्स बुधवार को 379.93 अंक की गिरावट के साथ 73,847.15 अंक पर जबकि निफ्टी 136.70 अंक फिसलकर 22,399.15 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे और उन्होंने बुधवार को शुद्ध रूप से 4,358.02 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
भाषा राजेश राजेश