‘फुले’ की रिलीज में देरी से निराश हूं, कुछ चीजें आपके नियंत्रण से बाहर होती हैं: प्रतीक गांधी
सिम्मी रंजन
- 12 Apr 2025, 08:51 PM
- Updated: 08:51 PM
मुंबई, 12 अप्रैल (भाषा) अभिनेता प्रतीक गांधी ने ‘फुले’ को लेकर विवाद के बीच फिल्म की रिलीज में देरी होने पर निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि फिल्म अपनी पूर्व निर्धारित तिथि एवं समाज सुधारक ज्योतिराव गोविंदराव फुले की 197वीं जयंती पर 11 अप्रैल को ही रिलीज होगी।
केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) ने सात अप्रैल को निर्माताओं को ‘यू’ प्रमाण पत्र जारी कर उनसे फिल्म में कुछ बदलाव करने के लिए कहा। उनसे ‘मांग’, ‘महार’ और ‘पेशवाई’ जैसे शब्दों को हटाने और ‘3000 साल पुरानी गुलामी’ पंक्ति को बदलकर ‘कई साल पुरानी गुलामी’ करने के लिए कहा था। ‘फुले’ के निर्देशक अनंत महादेवन ने कहा कि वे इन निर्देशों का पालन करेंगे।
‘फुले’ का ट्रेलर 10 अप्रैल को ऑनलाइन साझा किए जाने के बाद ब्राह्मण समुदाय के एक वर्ग ने फिल्म में अपने सदस्यों के चित्रण पर आपत्ति जताई। अब यह फिल्म 25 अप्रैल को रिलीज होगी।
फिल्म में ज्योतिराव गोविंदराव फुले की मुख्य भूमिका निभाने वाले गांधी ने कहा कि भले ही फिल्म 11 अप्रैल की निर्धारित तारीख पर रिलीज नहीं हुई लेकिन उन्हें उम्मीद है कि अब चीजें ही बेहतर होंगी।
अभिनेता ने ‘पीटीआई-भाषा’ से साक्षात्कार में कहा, ‘‘मैं कहीं ‘शूटिंग’ कर रहा था तभी मुझे पता चला कि इसे (फिल्म की रिलीज को) दो सप्ताह आगे बढ़ा दिया गया है। मैं निराश हो गया लेकिन फिर मैंने उनसे (निर्माताओं से) बात की तो मुझे कारण पता चला... ये ऐसे कारण हैं जिन पर आपका कोई नियंत्रण नहीं है...।’’
अभिनेता ने कहा, ‘‘मेरे निराश होने की एक बड़ी वजह यह थी कि 11 अप्रैल को ज्योतिराव फुले की 197 वीं जयंती थी। अगर फिल्म 11 अप्रैल को रिलीज होती तो यह इतिहास का हिस्सा बन जाती। वह तारीख महत्वपूर्ण थी लेकिन जो भी होता है, अच्छे के लिए होता है।’’
गांधी ने बताया कि निर्माताओं से फिल्म में ‘‘कुछ बदलाव’’ करने के लिए कहा गया था।
उन्होंने कहा, ‘‘कुछ चीजें ऐसी हैं जिन्हें थोड़ा नरम करने और अलग तरीके से कहने के लिए कहा गया है।’’
गांधी ने कहा, ‘‘इसके अलावा, अचानक कुछ लोगों (ने हंगामा किया और उन लोगों) को लगा कि यह उनके या उनकी विचारधारा के खिलाफ है। वितरकों और निर्माताओं को 25 अप्रैल बेहतर तारीख लगी।’’
‘स्कैम 1992: द हर्षद मेहता स्टोरी’, ‘दो और दो प्यार’ और ‘मडगांव एक्सप्रेस’ जैसी फिल्मों के लिए जाने जाने वाले अभिनेता ने कहा कि वह ‘फुले’ का अंतिम संस्करण देखने के लिए उत्सुक हैं।
गांधी ने ब्राह्मण समुदाय से आग्रह किया कि वे फिल्म के ट्रेलर के आधार पर उसे लेकर कोई राय नहीं बनाएं।
महादेवन ने इससे पहले ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा था कि ‘फुले’ को लेकर विवाद ‘‘अनावश्यक’’ है, क्योंकि उन्होंने सुझाए गए संशोधनों को लेकर सीबीएफसी के साथ सहमति पहले ही जता दी है।
फिल्म में अभिनेत्री पत्रलेखा सावित्रीबाई फुले का किरदार अदा कर रही हैं।
भाषा
सिम्मी