नाविका सागर परिक्रमा-द्वितीय: आईएनएसवी तारिणी केप टाउन से यात्रा के अंतिम चरण के लिए रवाना
पारुल दिलीप
- 15 Apr 2025, 10:08 PM
- Updated: 10:08 PM
नयी दिल्ली, 15 अप्रैल (भाषा) दुनिया की दोहरी परिक्रमा पर निकले भारतीय नौसेना के नौकायन पोत (आईएनएसवी) तारिणी को मंगलवार को उसकी यात्रा के अंतिम चरण के तहत दक्षिण अफ्रीका के केप टाउन से औपचारिक रूप से गोवा के लिए रवाना किया गया।
भारतीय नौसेना के प्रवक्ता ने बताया कि केप टाउन में भारत के कार्यवाहक महावाणिज्यदूत, दक्षिण अफ्रीका में भारत के रक्षा अताशे, रॉयल केप यॉट क्लब (आरसीवाईसी) की शासी परिषद के सदस्यों और केप टाउन में भारतीय समुदाय के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में आईएनएसवी तारिणी को उसकी यात्रा के अंतिम चरण के तहत गोवा जाने के लिए हरी झंडी दिखाई गई।
प्रवक्ता के मुताबिक, आईएनएसवी तारिणी स्थानीय समयानुसार पूर्वाह्न 10.30 बजे (भारतीय समयानुसार दोपहर दो बजे) केप टाउन के रॉयल केप यॉट क्लब से गोवा के लिए रवाना हुआ।
आईएनएसवी तारिणी पर सवार महिला चालक दल भारतीय नौसेना के नाविका सागर परिक्रमा-द्वितीय अभियान के तहत तीन प्रमुख ‘केप’ के माध्यम से पृथ्वी की दोहरी परिक्रमा करने का प्रयास कर रहा है।
नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने पिछले साल दो अक्टूबर को गोवा में इस नौसैनिक पोत को हरी झंडी दिखाई थी।
आईएनएसवी तारिणी ने नाविका सागर परिक्रमा-द्वितीय अभियान के चौथे चरण को सफलतापूर्वक पूरा करते हुए इस महीने की शुरुआत में केप टाउन में प्रवेश किया था। इस पोत के चालक दल में लेफ्टिनेंट कमांडर दिलना के और लेफ्टिनेंट कमांडर रूपा ए शामिल हैं।
नौसेना प्रवक्ता ने कहा, “यह परिक्रमा एक महत्वपूर्ण कवायद है, जिसका मकसद भारत में समुद्री नौकायन को बढ़ावा देना, वर्दीधारी भारतीय महिलाओं की शक्ति एवं लचीलेपन को प्रदर्शित करना और भारत की स्वदेशी पोत निर्माण क्षमताओं को उजागर करना है।”
प्रवक्ता के अनुसार, केप टाउन में आईएनएसवी तारिणी ने कई संपर्क कार्यक्रमों और कूटनीतिक बैठकों के लिए आयोजन स्थल के रूप में काम किया।
उन्होंने कहा कि दक्षिण अफ्रीका में भारत के उच्चायुक्त प्रभात कुमार, पश्चिमी केप की प्रांतीय संसद के उपाध्यक्ष रीगन एलन, दक्षिण अफ्रीका के पूर्व क्रिकेटर जॉन्टी रोड्स, गोल्डन ग्लोब रेस 2022-23 की विजेता और प्रसिद्ध नाविक कर्स्टन न्यूशैफर, केप टाउन में भारत की महावाणिज्यदूत रूबी जसप्रीत और भारतीय प्रवासी समुदाय के सदस्य एवं अन्य स्थानीय गणमान्य व्यक्ति इस पोत पर पहुंचे।
प्रवक्ता के मुताबिक, आईएनएसवी तारिणी के मई के अंत तक गोवा पहुंचने की उम्मीद है, जिससे भारत के समुद्री इतिहास में एक और गौरवपूर्ण अध्याय सफलतापूर्वक पूरा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि नाविका सागर परिक्रमा-द्वितीय अभियान महिला सशक्तीकरण, समुद्री उत्कृष्टता और राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक है।
भाषा पारुल