हिप्र: मुख्य सचिव व मंडी डीसी के कार्यालयों को बम से उड़ाने की धमकी के बाद अधिकारी सतर्क
नोमान वैभव
- 17 Apr 2025, 10:51 PM
- Updated: 10:51 PM
शिमला/मंडी (हिप्र), 17 अप्रैल (भाषा) हिमाचल प्रदेश के मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने बृहस्पतिवार को बताया कि मंडी स्थित उपायुक्त (डीसी) कार्यालय में बुधवार को बम रखे होने की धमकी वाला ई-मेल मिलने के बाद उसी दिन शिमला स्थित उनके कार्यालय को भी इसी तरह का धमकी भरा ई-मेल मिला था।
सूत्रों ने बताया कि ई-मेल में शिमला में सचिवालय परिसर में स्थित मुख्य सचिव कार्यालय का हवाला देते हुए दावा किया गया था कि तमिलनाडु में कुछ होने वाला है और हिमाचल प्रदेश में धमकी को अंजाम देने का समय उसी के अनुसार समायोजित किया जाएगा।
सक्सेना ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि बुधवार को दो धमकी भरे ई-मेल प्राप्त हुए, एक शिमला स्थित उनके कार्यालय में और दूसरा मंडी स्थित उपायुक्त (डीसी) कार्यालय में।
उन्होंने ने कहा कि दोनों ई-मेल कहां से भेजे गए हैं, इसका पता लगाया जा रहा है और यदि आवश्यक हुआ तो आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए केंद्रीय एजेंसियों से मदद मांगी जाएगी।
मुख्य सचिव ने कहा कि बुधवार को दोनों कार्यालयों को खाली करा लिया गया और वहां तलाशी ली गई, लेकिन अब तक कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है और दोनों स्थानों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
सक्सेना ने कहा कि हाल में कुछ स्कूलों और एयरलाइन को भी इसी तरह की धमकियां मिली थीं, लेकिन कोई अप्रिय घटना नहीं घटी।
राज्य के लोक निर्माण मंत्री (पीडब्ल्यूडी) मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा, "सचिवालय को मिली धमकी को हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए, क्योंकि यह एक गंभीर मुद्दा है। अयोध्या में राम मंदिर और अन्य स्थानों पर भी इसी तरह की धमकियां मिली थीं। एनआईए, राज्य पुलिस और सीआईडी को मिलकर मामले की जांच करनी चाहिए।"
पूर्व मंत्री वीरेंद्र कंवर को फिरौती के लिए अपहरण और हत्या की धमकी मिलने के बाद पुलिस ने सोमवार को मामला दर्ज किया था।
मंडी में डीसी कार्यालय में कर्मचारियों को सुरक्षा जांच के बाद बृहस्पतिवार को काम पर आने की अनुमति दी गई। हालांकि, लोगों से अपील की गई है कि वे कार्यालय परिसर में तब तक न आएं, जब तक कि उन्हें कोई बहुत जरूरी काम न हो।
मंडी की पुलिस अधीक्षक (एसपी) साक्षी वर्मा ने कहा कि बम निरोधक दस्ते, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ), श्वान दस्ते, मंडी, कुल्लू और बिलासपुर की तीन पुलिस टीमों द्वारा परिसर की गहन जांच की गई।
भाषा
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