पूर्णम की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए केंद्र का आभार: बीएसएफ जवान का परिवार
शोभना नरेश
- 14 May 2025, 01:41 PM
- Updated: 01:41 PM
(तस्वीरों सहित)
रिसड़ा (पश्चिम बंगाल), 14 मई (भाषा) पाकिस्तान की हिरासत से बुधवार को रिहा किए गए सीमा सुरक्षा बल के कांस्टेबल पूर्णम कुमार शॉ के परिवार के सदस्यों ने उनकी सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए केंद्र सरकार और बीएसएफ के अधिकारियों का आभार व्यक्त किया है।
शॉ के परिवार के एक सदस्य ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ आज हम बेहद खुश हैं। हम उन्हें सुरक्षित वापस लाने के केंद्र सरकार और बीएसएफ अधिकारियों के प्रयासों के लिए उनका आभार व्यक्त करते हैं। पिछले दो सप्ताह हमारे लिए अनिश्चितता से भरे रहे और हम सो नहीं सके। हम उनकी कुशलक्षेम को लेकर चिंतित थे।’’
शॉ के परिजन ने कहा, ‘‘अब हम उनसे बात करने और उनसे व्यक्तिगत रूप से मिलने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। हमारी प्रार्थना आखिरकार कुबूल हो गई।’’
बीएसएफ के एक प्रवक्ता ने कहा कि स्थापित प्रोटोकॉल के तहत शांतिपूर्ण तरीके से यह प्रक्रिया हुई।
शॉ को पाकिस्तान रेंजर्स ने पहलगाम आतंकी हमले के एक दिन बाद 23 अप्रैल को फिरोजपुर जिले में भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास से पकड़ा था।
बीएसएफ प्रवक्ता ने बताया कि पाकिस्तान रेंजर्स ने शॉ को बुधवार सुबह 10.30 बजे पंजाब में अटारी-वाघा सीमा पर भारत के सुपुर्द कर दिया।
अधिकारियों ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि जवान की मेडिकल जांच की जाएगी उसके बाद ‘काउंसलिंग’ और ‘डिब्रीफिंग’ सत्र होगा जहां बीएसएफ के अधिकारी उनसे 21 दिनों की हिरासत से जुड़े प्रश्न पूछेंगे।
उन्होंने बताया कि 24वीं बीएसएफ बटालियन के इस जवान को सक्रिय ड्यूटी में शामिल नहीं किया जाएगा और वह बीएसएफ की पंजाब फ्रंटियर द्वारा गठित आधिकारिक जांच में शामिल होंगे, ताकि रेंजर्स द्वारा उन्हें पकड़े जाने के क्रम की जांच की जा सके और यदि कोई चूक हुई हो तो उसका पता लगाया जा सके।
इस बीच भारतीय जनता पार्टी की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने बीएसएफ के जवान को वापस लाने के प्रयासों के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त किया।
मजूमदार ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा,‘‘ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को एक बार फिर यह साबित करने के लिए हार्दिक धन्यवाद कि आपके मजबूत और निर्णायक नेतृत्व में कोई भी भारतीय कभी पीछे नहीं छूटता। तेइस अप्रैल से पाकिस्तान की हिरासत में रहे बीएसएफ के जवान पूर्णम कुमार शॉ की आज सुरक्षित वापसी सिर्फ़ राहत का क्षण नहीं है यह भारत के संकल्प, कूटनीति और राष्ट्रीय गौरव की जीत है।’’
मजूमदार ने अपने पोस्ट में कहा, ‘‘ राष्ट्र की सुरक्षा और सम्मान के प्रति आपकी निरंतर प्रतिबद्धता ने हमारे बहादुर सैनिकों के लिए न्याय और सम्मान सुनिश्चित किया है। भारत माता की जय! जय हिंद! मोदी है तो मुमकिन है!’’
तृणमूल कांग्रेस ने भी बीएसएफ के जवान की वापसी का स्वागत किया और कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कई बार व्यक्तिगत रूप से शॉ की पत्नी से संपर्क किया था।
पार्टी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘आखिरकार घर आ गए। कई दिनों की चिंता और अनिश्चितता के बाद बीएसएफ जवान पूर्णम कुमार शॉ घर आ रहे हैं। ममता बनर्जी ने व्यक्तिगत रूप से कई बार उनकी पत्नी से संपर्क किया, इस कठिन समय में उन्हें आश्वासन और समर्थन दिया। हम पूर्णम के उस आघात से पूरी तरह उबरने की कामना करते हैं जो उन्होंने झेला है और उम्मीद करते हैं कि उन्हें अपने प्रियजनों के बीच सुकून मिलेगा।’’
कांस्टेबल की पत्नी रजनी पिछले महीने बीएसएफ अधिकारियों से मिलने और उनकी स्थिति के बारे में जानकारी लेने के लिए पठानकोट और फिरोजपुर गई थीं।
भाषा शोभना