ऑपरेशन सिंदूर से जुड़ी टिप्पणियों के लिए गिरफ्तार एसोसिएट प्रोफेसर का शिक्षकों ने किया समर्थन
संतोष सुभाष
- 20 May 2025, 07:55 PM
- Updated: 07:55 PM
नयी दिल्ली, 20 मई (भाषा) सोशल मीडिया पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से जुड़े पोस्ट करने के कारण गिरफ्तार किये गए एसोसिएट प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद का विभिन्न विश्वविद्यालयों के शिक्षकों ने समर्थन किया है। शिक्षकों ने उनकी गिरफ्तारी को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार का ‘‘हनन’’ करार दिया।
हरियाणा पुलिस ने सोनीपत स्थित अशोका विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभागाध्यक्ष महमूदाबाद को उनके खिलाफ दर्ज दो प्राथमिकी के आधार पर रविवार को गिरफ्तार किया था।
आरोप है कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से जुड़े उनके सोशल मीडिया पोस्ट ने देश की संप्रभुता और अखंडता को खतरे में डालने का काम किया।
सोनीपत की एक अदालत ने मंगलवार को महमूदाबाद को 27 मई तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (जेएनयूटीए) के अध्यक्ष सुरजीत मजूमदार ने कहा कि यह गिरफ्तारी उन लोगों का अपमान है, जिनकी जान भारत और पाकिस्तान के बीच हाल में हुए सैन्य टकराव में चली गई।
मजूमदार ने इस बात पर जोर दिया कि महमूदाबाद के बयानों में ‘‘ऐसा कुछ भी नहीं’’ था, जो कानून का उल्लंघन करता हो। मजूमदार ने कहा, ‘‘अगर आज एक व्यक्ति के अधिकार का हनन हो सकता है, तो ऐसा ही दूसरों के साथ भी हो सकता है।’’
अशोका विश्वविद्यालय के छात्र संघ के अध्यक्ष इंशा हुसैन ने भी इसी तरह के विचार व्यक्त किए और कहा कि वह अपने प्रोफेसर के लिए न्याय की मांग करते हैं।
एक वीडियो संदेश में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के राज्यसभा सदस्य मनोज झा ने कहा कि महमूदाबाद की गिरफ्तारी कई सवाल खड़े करती है।
झा, दिल्ली विश्वविद्यालय के सामाजिक कार्य विभाग में शिक्षक हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘एक तरफ मध्यप्रदेश के एक मंत्री हैं जो अश्लील और घटिया टिप्पणी करके भी भी बच निकलते हैं। लेकिन अशोका विश्वविद्यालय के हमारे सहकर्मी - जिन्होंने तथ्य बताए और घटनाओं को परिप्रेक्ष्य में बताया - को सलाखों के पीछे डाल दिया गया।’’
झा ने कहा, ‘‘यह एकजुटता दिखाने का समय है। यह हमारे प्रधानमंत्री और सरकार को यह बताने का समय है कि जब आप विदेश में सद्भावना मिशन भेजते हैं तो भारत में उसी मिशन की भावना को फैलाना न भूलें, जिसमें हमारे विश्वविद्यालय, हर गांव और हर शहर शामिल हैं।’’
दिल्ली स्थित आंबेडकर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर धीरज नाइट ने कहा कि देश में तर्कवादी लोग ‘पीड़ित’ हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘हम वाक् और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की सुरक्षा की मांग करते हैं। हम यह भी चाहते हैं कि दोनों देशों में शांति बनी रहे।’’
हरियाणा राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रेणु भाटिया की शिकायत पर महमूदाबाद के खिलाफ सोनीपत जिले के राई पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। महमूदाबाद के खिलाफ दूसरी प्राथमिकी एक गांव के सरपंच की शिकायत पर दर्ज की गई।
अशोका विश्वविद्यालय के शिक्षक संघ और उसके छात्रों ने महमूदाबाद की गिरफ्तारी की निंदा की और उनकी तत्काल रिहाई की भी मांग की है।
भाषा संतोष