हिमंत और गौरव गोगोई पाकिस्तान में 2022 में आई बाढ़ पर एक पोस्ट को लेकर सोशल मीडिया पर भिड़े
राजकुमार दिलीप
- 20 May 2025, 07:53 PM
- Updated: 07:53 PM
(फाइल फोटो के साथ)
गुवाहाटी, 20 मई (भाषा) असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा और कांग्रेस नेता गौरव गोगोई मंगलवार को सोशल मीडिया पर उस पुराने पोस्ट को लेकर भिड़ गए, जिसमें जोरहाट के सांसद (गोगोई) ने 2022 में पाकिस्तान में आई विनाशकारी बाढ़ के पीड़ितों के प्रति कथित तौर पर सहानुभूति व्यक्त की थी।
शर्मा द्वारा गोगोई को लगातार निशाने पर लिये जाने के बीच राज्य के सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री पीजूष हजारिका ने ‘एक्स’ पर गोगोई का एक पुराना पोस्ट खोज निकाला। हाल के दिनों में शर्मा गोगोई पर आरोप लगाते रहे हैं कि उनका और उनके परिवार का पाकिस्तान से संबंध हैं।
गोगोई ने 29 अगस्त 2022 को ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में एक दिन पहले दुबई में एशिया कप टी20 मैच में पाकिस्तान पर भारत की जीत का जिक्र करते हुए कहा था, ‘‘पाकिस्तान पर हमारी भारतीय क्रिकेट टीम की जीत का जश्न मनाते हुए, हमें उस मानवीय आपदा को नहीं भूलना चाहिए, जिसने हमारे पड़ोसी देश में 1000 लोगों की जान ले ली है। अभूतपूर्व बाढ़ ने शहरों और घरों को तबाह कर दिया है। पाकिस्तानी लोगों को तत्काल राहत और समर्थन की जरूरत है।’’
इस पोस्ट का स्क्रीनशॉट साझा करते हुए हजारिका ने कहा कि जब पूरा देश पाकिस्तान पर भारत की शानदार जीत को लेकर खुश था, तब कुछ लोगों ने ध्यान और सहानुभूति को एक ऐसे देश की ओर मोड़ दिया, जो भारत के खिलाफ आतंक को बढ़ावा देता है।
उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘ यह सिर्फ गलत सहानुभूति नहीं है - बल्कि यह एक ढर्रा है। विद्यार्थियों को पाकिस्तान उच्चायोग तक ले जाने से लेकर भारत के संकल्प को कमजोर करने वाले विमर्शों के साथ खड़े होने तक, गौरव गोगोई ने बार-बार खुद को देशभक्ति की भावनाओं के बजाय पाकिस्तान के ज़्यादा करीब रखा है। आइए स्पष्ट करें: भारत पहले। हमेशा।’’
इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने अपने मंत्रिमंडलीय सहयोगी का पोस्ट साझा किया और कहा कि कुछ लोग ‘‘भारत द्वारा दिए जाने वाले हर विशेषाधिकार - वेतन, शक्ति और पद - का आनंद उठाते हैं - फिर भी उनकी वफादारी सीमा पार है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘वे भारत से सब कुछ लेते हैं, लेकिन केवल पाकिस्तान के हितों के लिए काम करते हैं। यह विश्वासघात है।’’
इसपर पलटवार करते हुए गोगोई ने पाकिस्तान में आई बाढ़ पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के एक ‘एक्स’ पोस्ट का स्क्रीनशॉट साझा किया, जिसमें दुख और संवेदना व्यक्त की गई थी।
कांग्रेस नेता ने पूछा, ‘‘मैं असम के मुख्यमंत्री के बारे में चिंतित हूं। अपनी हताशा में वह 2022 में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा अपनाये गये रुख को विश्वासघात बता रहे हैं। क्या वह मुख्यमंत्री की कुर्सी के लिए सही व्यक्ति हैं?’’
मोदी ने 29 अगस्त, 2022 को ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा था,‘‘पाकिस्तान में बाढ़ से हुई तबाही को देखकर दुख हुआ। हम पीड़ितों के परिवारों, घायलों और इस प्राकृतिक आपदा से प्रभावित सभी लोगों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हैं और जल्द ही सामान्य स्थिति बहाल होने की उम्मीद करते हैं।’’
कुछ समय बाद शर्मा ने गोगोई का नाम लिए बिना फिर से एक अलग पोस्ट किया और कहा कि भारतीयों का एक खास वर्ग हर बार जब देश पाकिस्तान को क्रिकेट में हराता है, तो बेचैन और निराश हो जाता है।
उन्होंने लिखा, ‘‘केवल कुछ चुनिंदा लोग ही पाकिस्तान के गृह मंत्रालय से औपचारिक मंजूरी लेकर वहां जाने की हिम्मत रखते हैं। कम ही लोग पाकिस्तान द्वारा वित्तपोषित एनजीओ से वेतन लेते हैं। और सबसे दुर्लभ- और सबसे शर्मनाक - वे लोग हैं, जो अपने नाबालिग बच्चे का भारतीय पासपोर्ट सरेंडर करने की हद तक चले जाते हैं।’’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘दुर्भाग्यवश, हमारे पास असम से एक सांसद है, जो इन सभी श्रेणियों में फिट बैठते हैं। लेकिन यह स्पष्ट हो जाना चाहिए - हमारे कानून जानते हैं कि ऐसे व्यक्तियों से कैसे निपटना है। राष्ट्र विश्वासघात बर्दाश्त नहीं करेगा।’’
शर्मा और भाजपा लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गोगोई पर हमला करते हुए आरोप लगाते रहे हैं कि उनके और उनकी ब्रिटिश पत्नी एलिजाबेथ कोलबर्न के पाकिस्तान की आईएसआई से संबंध हैं।
भाषा राजकुमार