पहलगाम आतंकी हमले के बाद अमरनाथ यात्रा पंजीकरण में 10 प्रतिशत की गिरावट: सिन्हा
नोमान माधव
- 26 Jun 2025, 06:15 PM
- Updated: 06:15 PM
श्रीनगर, 26 जून (भाषा) जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बृहस्पतिवार को कहा कि पहलगाम आतंकवादी हमले के चलते इस वर्ष अमरनाथ यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों के पंजीकरण में 10 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई है।
सिन्हा ने यहां राजभवन में संवाददाताओं से कहा, "22 अप्रैल की घटना से पहले तीर्थयात्रियों का पंजीकरण अच्छी गति से चल रहा था, लेकिन उसके बाद पंजीकरण में कमी आई। पिछले साल की तुलना में पंजीकरण में 10.19 प्रतिशत की गिरावट आई है।"
उपराज्यपाल ने कहा कि पहलगाम क्षेत्र के बैसरन में हुए हमले से पहले लगभग 2.36 लाख तीर्थयात्रियों ने यात्रा के लिए पंजीकरण कराया था। हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें से ज्यादातर सैलानी थे।
उन्होंने कहा, "जम्मू-कश्मीर प्रशासन और सुरक्षा बलों द्वारा उठाए गए कदमों के कारण तीर्थयात्रियों में विश्वास लौट रहा है, जिसके चलते पंजीकरण में फिर से तेजी आई है।"
सिन्हा ने कहा कि श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) ने 22 अप्रैल से पहले यात्रा के लिए पंजीकरण कराने वाले तीर्थयात्रियों से पुनः सत्यापन की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
उन्होंने कहा, "अब तक 85000 तीर्थयात्रियों ने अपने पंजीकरण की पुनः पुष्टि की है। हमें उम्मीद है कि आने वाले दिनों में पंजीकरण में तेजी आएगी।"
यह पूछे जाने पर कि क्या आतंकवादी हमले से इस वर्ष अमरनाथ यात्रा प्रभावित हुई है, सिन्हा ने कहा कि इससे समूचा जम्मू-कश्मीर, विशेषकर घाटी प्रभावित हुई है।
उपराज्यपाल ने कहा कि तीर्थयात्रा के लिए पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की गई है। तीर्थयात्रा तीन जुलाई से शुरू होकर नौ अगस्त तक चलेगी।
उन्होंने कहा, “ आधार शिविरों पर तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था है, जबकि सुरक्षा बल किसी भी स्थिति से निपटने के लिए क्षेत्र में निगरानी रख रहे हैं और मॉक ड्रिल कर रहे हैं। अधिक पुलिस अधिकारियों और सीएपीएफ कर्मियों को तैनात किया गया है, जबकि सभी सेवा प्रदाताओं का सत्यापन पूरा हो चुका है।”
उपराज्यपाल ने कहा कि वह सभी को आश्वस्त करना चाहते हैं कि न केवल कश्मीर आने वाले तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के लिए बल्कि स्थानीय लोगों के लिए भी अच्छे सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं।
सिन्हा ने कहा कि तीर्थयात्री अपने निजी वाहनों से यात्रा कर सकते हैं, लेकिन उनसे अनुरोध है कि बेहतर सुरक्षा के लिए वे भगवती नगर आधार शिविर से यात्रा काफिले के साथ चलें।
इस वर्ष अमरनाथ यात्रा के दौरान हेली सेवाओं के निलंबन पर सिन्हा ने कहा कि यह निर्णय अन्य राज्यों में हाल में हुई दुर्घटनाओं और सुरक्षा चिंताओं सहित विभिन्न कारकों को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
उन्होंने कहा, "इसके अलावा, केवल आठ प्रतिशत तीर्थयात्री ही दर्शन के लिए हेलीकॉप्टर सेवाओं का उपयोग कर रहे हैं।"
भाषा नोमान